योगी सरकार के मार्गदर्शन में उप्र के सभी गोआश्रय स्थलों पर किया गया गोपूजन

प्रदेश में गोवर्धन पूजा पर 6697 अस्थायी गो आश्रय स्थलों, 333 वृहद गो संरक्षण स्थलों, 289 कान्हा आश्रय स्थलों अर्थात 7319 गो-आश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा एवं साथ ही साथ गो पूजन किया गया।

Nov 2, 2024 - 21:15
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योगी सरकार के मार्गदर्शन में उप्र के सभी गोआश्रय स्थलों पर किया गया गोपूजन

सार-

  • 7319 गो-आश्रय स्थलों में समारोह पूर्वक मनाया गया गोवर्धन पूजा, किया गया गो पूजन
  • मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री, गो सेवा आयोग के अध्यक्ष व प्रमुख सचिव भी अलग-अलग जनपदों के कार्यक्रम में हुए शामिल

Lucknow News INA.

योगी सरकार के नेतृत्व में शनिवार को प्रदेश के सभी गोआश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा व गोपूजन किया गया। योगी सरकार के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष व प्रमुख सचिव समेत जनप्रतिनिधि भी अलग-अलग जनपदों में कार्यक्रम में शामिल हुए।  

प्रदेश के सभी गोआश्रय स्थलों पर हुआ आयोजन

प्रदेश के समस्त गो आश्रय स्थलों /केंद्रों में शनिवार को गो पूजन का आयोजन समारोह पूर्वक किया गया।

प्रदेश में गोवर्धन पूजा पर 6697 अस्थायी गो आश्रय स्थलों, 333 वृहद गो संरक्षण स्थलों, 289 कान्हा आश्रय स्थलों अर्थात 7319 गो-आश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा एवं साथ ही साथ गो पूजन किया गया।

कैबिनेट मंत्री व जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल

पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह द्वारा वृहद गो संरक्षण केन्द्र मऊ चन्द्रपुर विकास खण्ड रामनगर जनपद बरेली में आयोजित गोवर्धन पूजा में प्रतिभाग किया गया। प्रमुख सचिव पशुधन, निदेशक प्रशासन एवं विकास, अपर निदेशक ग्रेड-1 के द्वारा वृहद गोसरक्षरण केन्द्र निबलेट, बाराबंकी एवं अस्थायी गो आश्रय स्थल पपनामऊ, लखनऊ में आयोजित गोवर्धन पूजा में प्रतिभाग किया।

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गो-सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता द्वारा अस्थायी गो आश्रय सरेण्डी में प्रतिभाग किया गया। 

गोवंशों को हरा चारा, फल, गुड़ आदि खिलाया गया

योगी सरकार के निर्देश पर विभिन्न जनपदों में मंत्री, जन प्रतिनिधियों द्वारा गो आश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा के आयोजन में प्रतिभाग किया गया। गोवंशों को गुड़, हरा चारा, फल इत्यादि का वितरण किया गया। साथ ही गाय के गोबर से बने दीपों, मूर्तियों आदि के उपयोग हेतु दीपावली के उपरांत भी जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार करने व इन उत्पादों के बिक्री हेतु बाजारों में उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।

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