भारत में कई विविधताएं फिर भी हम एक - RSS प्रमुख मोहन भागवत
RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने की टिप्पणी
नई दिल्ली।
हाल ही में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बयान दिया। जिसको लेकर कांग्रेस नेता जय रामनरेश ने उन पर टिप्पणी की है। बता दे कि झारखंड के गुमला में एक ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता बैठक को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आदमी सुपरमैन बनना चाहता है, फिर एक देव और फिर भगवान। आंतरिक और बाह्य दोनों ही प्रकार के विकासों का कोई अंत नहीं है। अभी बहुत कुछ किया जा चुका है लेकिन बहुत कुछ बाकी भी है। उन्होंने कहा कि इंसान को मानव जाति के कल्याण के लिए अथक प्रयास करना चाहिए। विकास और मानवीय महत्वाकांक्षा का कोई अंत नहीं होता। जब हम अपने लक्ष्य तक पहुंचते हैं तो हम देखते हैं कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
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उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता जय राम नरेश ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि "मुझे यकीन है, स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को इस ताजा अग्नि मिसाइल की खबर मिल गई होगी। जिसे नागपुर ने झारखंड से लोक कल्याण मार्ग को निशाना बनाकर दागा है"। उन्होंने एक सोशल प्लेटफॉर्म पर ट्वीट को शेयर करते हुए यह टिप्पणी की।
दूसरी तरफ मोहन भागवत ने आदिवासी समाज के विकास विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि आदिवासी जनजाति विकास में पीछे तो जरूर है परंतु शांतिप्रिय और प्रामाणिक भी है। इन पर आंख बंद करके विश्वास किया जा सकता है। आदिवासी समाज के लिए जो भी काम हम करते हैं। वह उन पर कोई उपकार नहीं होता। विकास भारती के सचिव अशोक भगत के कार्य की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत में 33 करोड़ देवी देवता हैं। 3800 भाषाएं बोली जाती हैं। खानपान का तरीका अलग है, रहने का तरीका अलग है, वेशभूषा अलग है, स्वभाव अलग है। इसके बावजूद भी हम सभी भारतीय एक हैं।
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