Shahjahanpur News: संच विनोबा भावे के विचारो को अपनाकर जीवन मे लाए सुधार : ब्रजेश पाठक
जनपद के लोगो को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराना करे सुनिश्चित : डिप्टी सीएम
रिपोर्ट- फै़याज़उद्दीन साग़री
- जल जनित बिमारियों से ग्रस्त लोगो अभियान चलाकर किया जाए चिन्हित : डिप्टी सीएम
शाहजहाँपुर। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संत विनोबा भावे की 129वीं जयंती पर बनतारा स्थित बिनोवा सेवा आश्रम के अहिंसा प्रेक्षागृह में आयोजित रामहरि समागम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप पहुंच कर लोगो को किया संबोधित। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य ट्रस्टी साबरमती आश्रम गुजरात के जयेश भाई पटेल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। उप मुख्यमंत्री ने आश्रम पहुंचते ही सबसे पहले एम्बुलेंस में उपकरण एवं व्यवस्थाओं को देखा, सीतापुर आंख अस्पताल द्वारा लगाए गए नेत्र शिविर कैंप का अवलोकन किया तथा विनोबा भावे एवं महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सूत का माल्यार्पण, विनोबा दर्शन का लोकार्पण व पुस्तकालय एवं वचनालय का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि विनोबा भावे ने आजादी से पहले भारत की जैसी कल्पना एवं परिकल्पना की थी उसको धरातल पर उतरने का कार्य किया। आचार्य विनोब भावे भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता तथा प्रसिद्ध गांधीवादी नेता थे। उन्होने गरीब लोगों की सहायता के लिए अभियान चलाकर गरीबों को भूदान करने का कार्य किया। गांव में पहुंचकर गरीब लोगों से बात करते थे। उनकी सोच थी कि गरीब लोगो के भी जीवन में सुधार लाया जाए। उन्होंने कहा कि विनोबा भावे ने गांधी जी के साथ मिलकर भारत देश को सुधारने का कार्य किया। गांधीवादी संत विनोबा भावे के संदेश लोगों को प्रेरित करते हैं। उन्होंने अपने कार्यों से हजारों लोगों का जीवन बदला। उन्होंने भूदान यज्ञ नाम के आंदोलन की शुरुआत की इस आंदोलन में लोग अपनी जमीन देते थे जिसे बाद में भूमिहीन लोगों को वितरित किया गया।
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विनोबा भावे के विचारों को अपनाकर जीवन में कई सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। सेवा भाव, निडरता और कर्म जैसी चीजों पर उनके विचार जीवन बदलने वाले हैं। जिसने ज्ञान को आचरण मे उतार लिया, उसने ईश्वर को ही मूर्तिमान कर लिया। विनोबा भावे एक अहिंसक और स्वतंत्रता के कार्यकर्त्ता, समाज सुधारक और आध्यात्मिक शिक्षक थे। विनोबा ने अहिंसा और समानता के अपने सिद्धांतों का पालन किया। उन्होंने अपना जीवन गरीबों और दलितों की सेवा हेतु समर्पित कर दिया तथा उनके अधिकारों के लिये खड़े हुए। भावे ने भारतीय ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने के लिये समर्पित जीवन की ओर अग्रसर किया। इस दौरान विधायक अरविंद सिंह, हरिप्रकाश वर्मा, पूर्व विधायक संजय मिश्रा, जिलाध्यक्ष केसी मिश्रा, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।
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