सामाजिक समरसता हेतु गोरखनाथ पीठ की भूमिका सराहनीय - मोती सिंह
उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ का योगदान अनुकरणीय रहा है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश सरकार में कई बार मंत्री रह चुके राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने कहीं।
Lucknow News INA.
अयोध्या स्थित भगवान श्री राम के मंदिर हेतु संघर्ष में गोरखनाथ मठ का अपना एक विशेष योगदान रहा है। 1857 में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के भी पहले गोरखनाथ मठ ने राम मंदिर हेतु संघर्ष शुरू कर दिया था महंत दिग्विजय नाथ रहे हो, महंत अवैद्यनाथ हों या फिर उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ का योगदान अनुकरणीय रहा है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश सरकार में कई बार मंत्री रह चुके राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने कहीं। देश के जाने-माने शिक्षाविद् एवं ब्लॉसम इंडिया फाउंडेशन के निदेशक शशि प्रकाश सिंह ने दिल्ली से आकर पूर्व मंत्री के लखनऊ स्थित आवास पर उनसे भेट की और उन्हें अपनी संस्था द्वारा निर्मित डॉक्युमेंट्री "गोरखनाथ पीठ का राम मंदिर में योगदान" का डिजिटल वर्जन भेंट किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह अवध क्षेत्र के प्रतापगढ़ जनपद की पट्टी विधानसभा से कई बार विधायक रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में अशोक सिंघल, लालकृष्ण आडवाणी व कल्याण सिंह के अलावा गोरखनाथ पीठ का योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ के द्वारा राम मंदिर के शिलान्यास हेतु कामेश्वर चौपाल का चुनाव करने की भी सराहना की उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता हेतु गोरक्षनाथ पीठ का योगदान सराहनीय रहा है। ज्ञात होकि शशि प्रकाश सिंह के द्वारा गोरखनाथ पीठ और राम मंदिर पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री करीब 25 मिनट की है जिसमें गोरखनाथ पीठ के कई पीठाधीश्वरों के योगदान को बताया गया है शशि प्रकाश सिंह के द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी के लिए एक गीत का भी निर्माण किया गया था।
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