Baitul News: बैतूल में वन विकास निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला, रेंजर शुक्ला पर लाखों के गबन का आरोप
सुरक्षा समिति अध्यक्ष द्वारा जंगल में पक्के अतिक्रमण की शिकायत के बाद भी रेंजर शुक्ला छुट्टी पर चले गए, और जांच आज तक शुरू नहीं हुई। सूत्रों का दावा है कि एसडीओ इस मामले में रेंजर ...

रिपोर्ट: शशांक सोनकपुरिया, बैतूल, मध्यप्रदेश
By INA News Baitul.
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में मध्यप्रदेश वन विकास निगम के जंगलों को रक्षक ही भक्षक बनकर नष्ट कर रहे हैं। रामपुर भतोड़ी परियोजना मंडल के पूंजी परिक्षेत्र में रेंजर लोचन शुक्ला की नियुक्ति के बाद से भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का सिलसिला जारी है। सूत्रों के अनुसार, शुक्ला ने तीन रेंज में अपने कार्यकाल के दौरान जंगलों को माफियाओं के हवाले कर दिया, अतिक्रमण को बढ़ावा दिया और शासन को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया।धपाड़ा नर्सरी, जो कभी हरी-भरी थी, अब दीमक और अतिक्रमण की चपेट में है। रखरखाव के नाम पर लाखों रुपये का बजट हजम करने के बावजूद नर्सरी बंद हो चुकी है। आरोप है कि रेंजर शुक्ला ने तीन साल पुराने पीओआर (प्रारंभिक offense रजिस्टर) डिवीजन कार्यालय में जमा नहीं किए और कोर्ट चालान भी प्रस्तुत नहीं किया, जो नियमों का खुला उल्लंघन है। पीओआर की एक प्रति डिवीजन कार्यालय में जमा करना अनिवार्य है, लेकिन शुक्ला ने इन्हें अपने पास ही रखा।
सुरक्षा समिति अध्यक्ष द्वारा जंगल में पक्के अतिक्रमण की शिकायत के बाद भी रेंजर शुक्ला छुट्टी पर चले गए, और जांच आज तक शुरू नहीं हुई। सूत्रों का दावा है कि एसडीओ इस मामले में रेंजर को संरक्षण दे रहे हैं। वर्तमान में रेंजर शुक्ला एक माह से छुट्टी पर हैं और कथित तौर पर फर्जी मेडिकल बिलों के जरिए लाखों रुपये का भुगतान ले रहे हैं। छुट्टी पर होने के बावजूद उन्हें वेतन और मेडिकल भत्ते मिल रहे हैं, जो गंभीर सवाल खड़े करता है।
यदि इस मामले में पीओआर की जांच एमडी स्तर पर हो, तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है। सवाल यह है कि क्या उच्च अधिकारी इस मामले में संज्ञान लेंगे, या रेंजर शुक्ला शासन को चूना लगाते रहेंगे?
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