Agra News: राजनीति में विवादास्पद टिप्पणियां देकर सुर्खी में आना समाजवादी पार्टी के नेताओं की आदत- भावना वरदान शर्मा
उन्होंने कहा कि राजनीति में विवादास्पद टिप्पणियां देकर सुर्खी में आना समाजवादी पार्टी के नेताओं की आदत सी हो गई है। पराक्रमी योद्धा, भारत माता के सच्चे सपूत, शूरवीर महाराज राणा सांगा (Rana Sanga) जिनके बलिदान...

By INA News Agra.
भारतीय योद्धाओं के गौरवशाली इतिहास पर इतनी अपमानजनक टिप्पणी देने वाले रामजीलाल सुमन (Ramji Lal Suman) जी को अब राजनीति से संन्यास लेना चाहिए। आगरा (Agra) के राजनीतिक परिदृश्य में रामजीलाल सुमन (Ramji Lal Suman) ने अपने लंबे राजनीतिक कैरियर से भले ही एक पहचान बनाई हो, इस घटना से पहले तक मैं उनको एक प्रबुद्ध व्यक्ति समझती थी लेकिन भारत के वीर योद्धा राणा सांगा (Rana Sanga) के विषय में जो टिप्पणी उन्होंने की है उससे उन्होंने अब तक के अपने राजनीतिक और सामाजिक कार्य पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। इतिहास पर कोई भी टिप्पणी देने से पहले इतिहास को पूर्ण रूप से जानना बहुत आवश्यक होता है। यह बात लेखिका कोलमिस्ट सोशल एक्टिविस्ट भावना वरदान शर्मा ने कहीं।
उन्होंने कहा कि राजनीति में विवादास्पद टिप्पणियां देकर सुर्खी में आना समाजवादी पार्टी के नेताओं की आदत सी हो गई है। पराक्रमी योद्धा, भारत माता के सच्चे सपूत, शूरवीर महाराज राणा सांगा (Rana Sanga) जिनके बलिदान से आज भी भारत की धरती कृतज्ञ है। इतिहास में जिनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। ऐसे वीर योद्धा के लिए गद्दार जैसा शब्द लिखना सदन की गरिमा के लिए भी अपमानजनक है, राणा सांगा (Rana Sanga) जिनके शरीर पर 80 घाव थे, एक हाथ, आंख न होने के बावजूद संपूर्ण भारतवर्ष को एकछत्र केसरिया के नीचे लाने वाले थे, जिन्होंने इब्राहिम लोदी को 2 बार खुद के दम पर हराया, बाबर को हराया। उनको देश की संसद में अपमानित किया गया।
ये केवल राणा सांगा (Rana Sanga) का ही नहीं अपितु संपूर्ण भारतवर्ष का अपमान है। महाराजा राणा सांगा (Rana Sanga) भारत माता के वीर सपूत थे। भारत के ऐतिहासिक शूरवीरों को अपमानित करने की यह घटना बहुत ही अपमानजनक है। यह गलती केवल सुमन जी ने नहीं की है। यह गलती बहुत समय से होती आ रही है। हमारे स्कूली पाठ्यक्रमों में जिस प्रकार अकबर बाबर हुमायूं औरंगजेब और अन्य मुगल आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया है और हमारे वीर योद्धाओं के विषय में अल्प जानकारी दी गई है, सारा कंफ्यूजन वहीं से शुरू होता है।
औरंगजेब आपके लिए कृपालु, दयालु और महान है। आप लोग औरंगजेब फैन क्लब चलते हैं। और राणा सांगा (Rana Sanga) जैसे मां भारती के वीरगति को प्राप्त पुत्रों के लिए आप अपमानजनक शब्द कहते हैं। गद्दार महाराजा राणा सांगा (Rana Sanga) नहीं आप जैसे लोग हैं। समाजवादी पार्टी अपने इन विवादास्पद नेताओं की कार्य प्रणाली के कारण ही पतन के मार्ग पर है।
दुखद है कि ऐसे लोग सत्ता में आने का सपना देखते हैं, और जिम्मेदार पदों पर आने के बाद भी ऐसी गैर जिम्मेदाराना बातें कहते हैं। आगरा (Agra) के सामाजिक क्षेत्र में इनका क्या योगदान रहा है इस विषय में ये कब जनता की सामने अपने पक्ष रखेंगे। विरोध और नफरत की राजनीति में फंसे हुए ये नेता अपनी कुंठाग्रस्त मानसिकता के चलते क्या-क्या सकते हैं विचारणीय है।
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