Mangal Electrical Industries IPO: जानें पहले दिन का प्रदर्शन, जीएमपी, सब्सक्रिप्शन स्टेटस और निवेश की सलाह। 

मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 20 अगस्त 2025 को भारतीय प्राथमिक बाजार में खुल गया और 22 अगस्त 2025 तक निवेश

Aug 20, 2025 - 14:28
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Mangal Electrical Industries IPO: जानें पहले दिन का प्रदर्शन, जीएमपी, सब्सक्रिप्शन स्टेटस और निवेश की सलाह। 
Mangal Electrical Industries IPO: जानें पहले दिन का प्रदर्शन, जीएमपी, सब्सक्रिप्शन स्टेटस और निवेश की सलाह। 

मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 20 अगस्त 2025 को भारतीय प्राथमिक बाजार में खुल गया और 22 अगस्त 2025 तक निवेश के लिए उपलब्ध रहेगा। यह कंपनी, जो बिजली के वितरण और ट्रांसमिशन के लिए ट्रांसफार्मर और उनके पुर्जों का निर्माण करती है, अपने आईपीओ के जरिए 400 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस आईपीओ का प्राइस बैंड 533 रुपये से 561 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, और यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है, जिसमें कोई ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल नहीं है। मंगल इलेक्ट्रिकल के शेयर एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे। पहले दिन के प्रदर्शन, ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी), सब्सक्रिप्शन स्टेटस, और निवेश की संभावनाओं को देखते हुए यह आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड की स्थापना 2008 में हुई थी और यह राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। कंपनी ट्रांसफार्मर और उनके पुर्जों, जैसे लेमिनेशन, सीआरजीओ स्लिट कॉइल, एमोर्फस कोर, कॉइल और कोर असेंबली, वाउंड कोर, टॉरॉयडल कोर, और ऑयल-इमर्स्ड सर्किट ब्रेकर के डिजाइन और निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी अपने उत्पादों को "मंगल इलेक्ट्रिकल" ब्रांड के तहत बेचती है, जिसने बाजार में मजबूत पहचान बनाई है। इसके ग्राहकों में बिजली वितरण कंपनियां, औद्योगिक इकाइयां, और सरकारी परियोजनाएं शामिल हैं। कंपनी की चार विनिर्माण इकाइयां सीकर Grown in Rajasthan में हैं, जो उच्च गुणवत्ता वाले ट्रांसफार्मर और बिजली वितरण उपकरण बनाती हैं।

20 अगस्त 2025 को आईपीओ के पहले दिन के प्रदर्शन की बात करें, तो दोपहर 3 बजे तक मंगल इलेक्ट्रिकल का आईपीओ 1.23 गुना सब्सक्राइब हुआ। कुल 71.29 लाख शेयरों के लिए 87.59 लाख शेयरों की बोलियां प्राप्त हुईं। रिटेल निवेशकों ने 1.98 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) ने 0.85 गुना, और योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) ने 0.72 गुना सब्सक्रिप्शन दिखाया। रिटेल कोटा 35%, क्यूआईबी कोटा 50%, और एनआईआई कोटा 15% है। न्यूनतम 26 शेयरों का एक लॉट है, जिसका मतलब है कि रिटेल निवेशकों को कम से कम 13,858 रुपये (ऊपरी प्राइस बैंड के आधार पर) का निवेश करना होगा।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) की बात करें, तो 20 अगस्त 2025 को मंगल इलेक्ट्रिकल का जीएमपी 21 रुपये था, जो ऊपरी प्राइस बैंड 561 रुपये के मुकाबले लगभग 4% प्रीमियम दर्शाता है। इसका मतलब है कि शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत 582 रुपये हो सकती है, जो निवेशकों को मामूली लाभ का संकेत देती है। हालांकि, जीएमपी बाजार की मांग और आपूर्ति के आधार पर बदल सकता है, और यह लिस्टिंग के समय बदल सकता है। कुछ विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि जीएमपी हमेशा सटीक संकेतक नहीं होता, क्योंकि यह अनौपचारिक बाजार में आधारित होता है और इसमें हेरफेर की संभावना रहती है। फिर भी, पहले दिन का जीएमपी निवेशकों के बीच सकारात्मक रुझान को दर्शाता है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करें, तो मंगल इलेक्ट्रिकल ने वित्त वर्ष 2024 में 432.22 करोड़ रुपये का राजस्व और 21.16 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। वित्त वर्ष 2023 की तुलना में राजस्व में 12.84% और शुद्ध लाभ में 15.27% की वृद्धि हुई। कंपनी का पी/ई अनुपात 38.5x है, जो इसके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में उचित माना जा रहा है। कंपनी की रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) 18.25% और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (आरओसीई) 20.16% है, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। कंपनी का कर्ज-इक्विटी अनुपात 0.72 है, जो उद्योग के औसत से संतुलित है।

आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी ने निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए निर्धारित किया है: 101.27 करोड़ रुपये का उपयोग बकाया कर्ज के भुगतान के लिए, 87.86 करोड़ रुपये का उपयोग सीकर, राजस्थान में यूनिट IV के विस्तार के लिए, 122 करोड़ रुपये का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों के लिए, और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए। यह रणनीति कंपनी की वृद्धि और वित्तीय स्थिरता को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

बाजार विश्लेषकों की राय इस आईपीओ को लेकर मिश्रित है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज ने इस आईपीओ को "सब्सक्राइब" रेटिंग दी है, यह कहते हुए कि कंपनी की मजबूत स्थिति, बढ़ता राजस्व, और उचित मूल्यांकन इसे आकर्षक बनाते हैं। एसबीआई कैपिटल सिक्योरिटीज ने भी इसे "सब्सक्राइब" रेटिंग दी, लेकिन सावधानी बरतने की सलाह दी, क्योंकि जीएमपी अभी तक मजबूत नहीं है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि बिजuladosी सेक्टर में बढ़ती मांग और कंपनी की स्थापित स्थिति को देखते हुए यह दीर्घकालिक निवेश के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, कम जीएमपी और पहले दिन के मध्यम सब्सक्रिप्शन को देखते हुए कुछ विश्लेषकों ने सुझाव दिया कि निवेशकों को लिस्टिंग लाभ की उम्मीद कम रखनी चाहिए।

पहले दिन के सब्सक्रिप्शन स्टेटस को देखें, तो रिटेल निवेशकों में इस आईपीओ के प्रति उत्साह दिखाई देता है, लेकिन एनआईआई और क्यूआईबी में अपेक्षाकृत कम रुचि देखी गई। यह संकेत देता है कि बड़े निवेशक अभी सतर्क हैं, शायद जीएमपी और बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए। बिजली क्षेत्र में भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल और बिजली वितरण नेटवर्क के विस्तार पर ध्यान देने के कारण इस सेक्टर में वृद्धि की संभावना है। मंगल इलेक्ट्रिकल की स्थापित स्थिति और सरकारी परियोजनाओं में उसकी भागीदारी इसे एक आकर्षक विकल्प बनाती है।

निवेश के फैसले की बात करें, तो यह कई कारकों पर निर्भर करता है। अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो मंगल इलेक्ट्रिकल का मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, बिजली क्षेत्र में बढ़ती मांग, और कंपनी की विस्तार योजनाएं इसे एक अच्छा विकल्प बनाती हैं। कंपनी की विनिर्माण क्षमता और ब्रांड वैल्यू भी इसके पक्ष में हैं। हालांकि, अगर आपका लक्ष्य लिस्टिंग लाभ कमाना है, तो 4% का जीएमपी ज्यादा आकर्षक नहीं है। कुछ अन्य हालिया आईपीओ, जैसे स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग (70% जीएमपी) और आदित्य इंफोटेक (45% जीएमपी), ने पहले दिन में अधिक प्रीमियम दिखाया। इसलिए, लिस्टिंग लाभ की उम्मीद करने वाले निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।

कंपनी की तुलना इसके प्रतिस्पर्धियों से करें, तो मंगल इलेक्ट्रिकल की स्थिति मध्यम है। ट्रांसफार्मर निर्माण क्षेत्र में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) और सीजी पावर जैसी कंपनियां बड़ी हैं, लेकिन मंगल इलेक्ट्रिकल की विशेषज्ञता और छोटे-मध्यम आकार की परियोजनाओं पर ध्यान इसे एक अलग पहचान देता है। कंपनी का राजस्व और लाभ पिछले कुछ वर्षों में स्थिर रहा है, लेकिन बाजार की अस्थिरता और कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव इसके मार्जिन को प्रभावित कर सकते हैं।

आईपीओ का शेयर आवंटन 26 अगस्त 2025 को अंतिम रूप दिया जाएगा, और रिफंड 27 अगस्त को शुरू होगा। शेयरों का क्रेडिट डीमैट खातों में 27 अगस्त को होगा, और लिस्टिंग की संभावित तारीख 28 अगस्त 2025 है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने ब्रोकर और वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें, क्योंकि बाजार की स्थिति और जीएमपी में बदलाव निवेश के फैसले को प्रभावित कर सकते हैं।

कंपनी की योजनाओं को देखें, तो यूनिट IV का विस्तार और कार्यशील पूंजी की जरूरतों पर ध्यान देना दीर्घकालिक विकास का संकेत देता है। भारत में बिजली क्षेत्र में निजीकरण और नवीकरणीय ऊर्जा पर बढ़ते जोर के कारण ट्रांसफार्मर की मांग बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा, कंपनी की सरकारी परियोजनाओं में भागीदारी और निर्यात बाजारों में मौजूदगी इसे और मजबूत बनाती है। हालांकि, निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि बिजली क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तीव्र है, और कंपनी की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वह अपनी उत्पादन क्षमता और लागत प्रबंधन को कैसे बनाए रखती है।

निवेशकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

लाभ की संभावना: पहले दिन का जीएमपी (21 रुपये) मामूली लाभ (4%) का संकेत देता है, जो अन्य हालिया आईपीओ की तुलना में कम है।

जोखिम: कम जीएमपी और मध्यम सब्सक्रिप्शन बड़े निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है। बाजार की अस्थिरता और कच्चे माल की कीमतें जोखिम बढ़ा सकती हैं।

दीर्घकालिक निवेश: कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और बिजली क्षेत्र में वृद्धि की संभावना इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त बनाती है।

सुझाव: अगर आप रिटेल निवेशक हैं और दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद रखते हैं, तो इस आईपीओ में निवेश करना उचित हो सकता है। लेकिन अगर आपका लक्ष्य त्वरित लिस्टिंग लाभ है, तो अन्य विकल्पों पर विचार करें।

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