Agra : बाल कवि सम्मेलन- बच्चों की कल्पना को उड़ान देने का प्रयास
कार्यक्रम में बच्चों ने आरएसएस के गणवेश में "चंदन है इस देश की माटी" पर प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि नीतू गोस्वामी ने आशु कवियों की खूब प्रशंसा की। एक से बढ़कर एक प्र
मोबाइल से अभ्यस्त हो रहे बच्चों को इससे हटाकर उनकी कल्पना को प्रेरित करने के उद्देश्य से एक बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम माता-पिता के सहयोग से तैयार किया गया, जिसमें बच्चों को कल्पनावान बनाने का छोटा प्रयास हुआ। आयोजक मधु खंडेलवाल ने बताया कि मां की सेल्फी के 10/5 फीट के बैनर ने सबसे अधिक प्रशंसा पाई। इसके दोनों ओर बैलून से पंखों की आकृति बनाई गई, जो ऊर्जा और उष्मा से भरी उड़ान का प्रतीक थी। जहां मां संस्कार देती है, वहां से राष्ट्र निर्माण शुरू होता है।
कार्यक्रम में बच्चों ने आरएसएस के गणवेश में "चंदन है इस देश की माटी" पर प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि नीतू गोस्वामी ने आशु कवियों की खूब प्रशंसा की। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां हुईं। सबसे छोटे कवि अबीर का उत्साह सबसे अधिक था। पावनी ने स्व-लिखित कविता पढ़ी। यह कार्यक्रम बच्चों के लिए और बच्चों द्वारा था। आरिका सिंहल ने दीप प्रज्वलन किया। आध्या और वैदेही ने एंकरिंग की कमान संभाली। नन्हें शौर्य ने अध्यक्ष का पटका बांधकर सम्मान किया।
सभी बच्चों को उपहार दिए गए। नूपुर जैन ने स्वचालित दरवाजा खुलने वाली कार भेंट की। अन्विका सिंहल ने सेरामिक पॉट में तुलसी जी सबको देकर पर्यावरण संरक्षण और सनातन संस्कृति का उद्घोष किया। सोसाइटी के अध्यक्ष ओ.पी. मलिक अपनी पूरी प्रबंधन टीम के साथ उपस्थित रहे। स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। मनीष अरोड़ा, मीता गुप्ता, किरण सिंहल, चांदनी अरोड़ा, नूपुर जैन, रिचा गोयल, प्रज्ञा अग्रवाल, रवीना भूटानी के अथक प्रयास से यह बाल कवि सम्मेलन सफल रहा।
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