Trending News: रील बनाते के चक्कर में यमुना नदी के गहरे पानी में डूबने से छह बहनों की दर्दनाक मौत, गांव में शोक की लहर।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के नगला स्वामी गांव में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यमुना नदी में ...

आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के नगला स्वामी गांव में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यमुना नदी में नहाने गईं छह बहनें गहरे पानी में रील बनाने के लिए चली गईं और डूब गईं। इस दुखद घटना में चार किशोरियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी भी मृत्यु हो गई। इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब 10 बजे, नगला स्वामी और आसपास के गांवों की छह किशोरियां गर्मी से राहत पाने के लिए यमुना नदी के किनारे नहाने गई थीं। इनमें से पांच नाबालिग और एक बालिग थी। बताया जा रहा है कि नदी की गहराई का अंदाजा न लग पाने के कारण सभी किशोरियां एक-एक कर गहरे पानी में चली गईं और डूबने लगीं। स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ किशोरियां नहाते समय रील बनाने में व्यस्त थीं, जिस दौरान यह हादसा हुआ।
प्रत्यक्षदर्शी दीपेश, जो अपने दोस्तों के साथ नदी किनारे मौजूद था, ने बताया, "हमने देखा कि लड़कियां नहा रही थीं। अचानक वे चीखने लगीं और डूबने लगीं। मैंने और मेरे दोस्तों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन पानी बहुत गहरा था। हमने तुरंत गांव वालों और पुलिस को सूचना दी।"
हादसे की सूचना मिलते ही सिकंदरा थाना पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से दो किशोरियों, सोनम और मुस्कान, को नदी से बाहर निकाला गया और उन्हें तुरंत आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। हालांकि, गंभीर हालत के कारण दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई। बाकी चार किशोरियों दिव्या (14), संध्या (12), शिवानी (17), और नैना (14) के शव गोताखोरों ने नदी से बरामद किए। सभी मृतक नगला स्वामी और आसपास के गांवों की निवासी थीं, और दो किशोरियां रामी नगला से अपने रिश्तेदारों से मिलने आई थीं। घटना की सूचना मिलते ही आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएम ने पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, "यह एक बेहद दुखद घटना है। प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है और हर संभव मदद की जाएगी।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। इस हादसे ने नगला स्वामी और आसपास के गांवों में शोक की लहर पैदा कर दी है। मृतक किशोरियों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। एक परिजन ने रोते हुए कहा, "हमारी बेटियां गर्मी की छुट्टियों में नदी किनारे गई थीं। हमें क्या पता था कि यह उनकी आखिरी सैर होगी।" स्थानीय लोग इस घटना को गर्मी के मौसम में नदी में नहाने से जुड़ी लापरवाही से जोड़कर देख रहे हैं, जो बार-बार ऐसी त्रासदियों का कारण बनती है।आगरा में यमुना नदी का जलस्तर और गहराई अक्सर अप्रत्याशित होती है, जिसके कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नदी के किनारे चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा उपायों की कमी इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देती है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि नदी के खतरनाक क्षेत्रों में बैरिकेडिंग और निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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