चुनाव हार के बाद ओंमप्रकाश राजभर ने की समीक्षा बैठक।
समीक्षा बैठक बलिया ज़िला के रसड़ा में की गई हालाकि रसड़ा विधान सभा घोसी लोकसभा में आती है
मऊ। घोसी लोकसभा चुनाव हारने के बाद यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग भी बोलना सीखिए हमारी पार्टी ईमानदारी से जहां जो लड़ा उसको वोट किया गठबंधन के तमाम परियों के नेता गठबंधन धर्म निभाना नहीं जानते लेकिन हम लोगों ने ईमानदारी से गठबंधन का धर्म निभाया लेकिन जनता ने योगी और मोदी को नकार दिया है ऐसे लोगों को भी सबक सिखाने की जरूरत है।
आप बोलना सीखो तब इनको समझ में आएगा अब तो हम पूरी बगावत करेंगे देखिएगा आगे हम मंच से ही बता देंगे की इसको वोट देना इसको मत देना ऐसे लोगों की भी हम दवाई करने जा रहे हैं जो गाड़ी में बैठकर अपने लोगों से कहते थे की इधर नहीं उधर वोट देना ऐसे लोगों को भी हम लोग चिन्हित कर लिए हैं हम ऐसे लोगों को खोज भी रहे हैं चाहे वह हमारा प्रधान हो चाहे जिला पंचायत हो चाहे कोई हो चाहे अधिकारी हो ऐसे लोगों को भी हम चिन्हित कर लिए हैं और दवाई करने जा रहे हैं आप लोगों से कहूंगा कि जब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो तब आगे मत आना क्योंकि हो सकता है।
उसमें आपका रिश्तेदार भी हो उसे समय मैं किसी की बात नहीं सुनूंगा जब हमारी कलम चलेगी तो चलेगी जैसा कि हो वैसा ओमप्रकाश राजभर देने की तैयारी में भी है और दूंगा और अभी 3 साल सत्ता में रहूंगा सत्ता में रहकर ऐसा पावर बना लेंगे कि भारतीय जनता पार्टी से और सीट ले लेंगे अब हम चाहते हैं कि कम से कम 25 से 30 सेट ले आए अब अगर कोई भी हमारा नेता ढाबा तो हम समझ लेंगे कि वह हमारा मुर्दा नेता है उसका नाम रख दिया जाएगा मुर्दा नेता जब सैंया भाई कोतवाल तो अब डर काहे का अब दिल खोल कर रहीये।
कभी अपने मन में निराश मत लाना आप काम करते जाइए हम सुबह उठकर जब महाराजा सुहेलदेव को याद कर कर कहते हैं कि हमें माल चाहिए तब माल मिल जाता है मांगो उसी से जो दे दे खुशी से और काहे ना किसी से आज के तारीख में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो प्रत्याशी लड़ा और जो लड़ाया और सभी लोग कह रहे हैं कि ईमानदारी से अगर किसी साथी ने गठबंधन का धर्म निभाया तो उसे पार्टी का नाम भारतीय समाज पार्टी है 2025 में होने वाले पंचायत चुनाव में एक और एक को 11 बनाने के लिए क्षेत्र में निकालकर काम करने पर साथियों लग जाओ जो लोग कह रहे हैं चुनाव हार गए हैं उनसे कह देना हम हारे नहीं हैं क्योंकि मैंने कभी लोकसभा चुनाव जीत ही नहीं है तो हारेंगे कहां से विधानसभा चुनाव के बारे में चर्चा कर लो पिछली बार चार थे।
इस बार 6 हो गए हैं अगली बार 20 होंगे अब आखरी बात आप लोग ध्यान से सुन लो अब आने वाले दोनों में चुनाव आयोग कुछ सिंबल और कलेक्ट करके जारी करने जा रहा है ऐसी स्थिति में अब हम लोगों ने फैसला लिया है अब हम लोगों को अपना सिंबल बदलना है आज से अब हम लोगों को छड़ी अपने दिमाग से निकलना है अब हम लोगों को उसका नाम नहीं लेना है और आगे आने वाले दिनों में चुनाव आयोग का जो फ्री सिंबल घोषित होता है उसमें से हम लोग बैठकर चिंतन करके सिंबल लेकर आ रहे हैं जल्दी ही एक महीने के अंदर फिर उसके बाद हम लोग उसका प्रचार करेंगे।
क्योंकि हम लोग कई चुनाव में इसको झेले है इसी लोकसभा के चुनाव में देख लो उसे महिला को कौन जानता था और 47000 हजार वोट हमारे मतदाता का छड़ी को वोट देने वाले लोगों ने वोट दिया है इसलिए विरोधी को बता देना कि हमारा मतदाता इतना ईमानदार है कि हाकी को छड़ी समझ करके 47 हजार वोट दिया है वोट देने वालों का दोस्त नहीं है दोस हमारा और आपका है।
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