Bollywood: काजोल का सनसनीखेज खुलासा- 'रामोजी फिल्म सिटी में बेचैनी, दुनिया की सबसे भूतिया जगह!' MAA के प्रमोशन में मचा बवाल।
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री काजोल इन दिनों अपनी आगामी हॉरर फिल्म 'MAA' के प्रमोशन में व्यस्त हैं। उनकी यह फिल्म, जो एक ....
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री काजोल इन दिनों अपनी आगामी हॉरर फिल्म 'MAA' के प्रमोशन में व्यस्त हैं। उनकी यह फिल्म, जो एक मनोवैज्ञानिक हॉरर ड्रामा है, 27 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। लेकिन प्रमोशन के दौरान काजोल ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया। उन्होंने हैदराबाद के प्रतिष्ठित रामोजी फिल्म सिटी को "दुनिया की सबसे भूतिया जगह" करार दिया और वहां की "नकारात्मक ऊर्जा" और "बेचैनी" का जिक्र किया। इस बयान ने न केवल फैंस को चौंकाया, बल्कि हैदराबाद के स्थानीय लोगों और तेलुगु सिनेमा के प्रशंसकों में नाराजगी भी पैदा कर दी।
- काजोल का चौंकाने वाला बयान
'गलाटा इंडिया' के साथ एक हालिया इंटरव्यू में, काजोल से पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी अपने जीवन में नकारात्मक ऊर्जा या भूतिया अनुभव महसूस किया है। इस सवाल के जवाब में काजोल ने खुलकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, "मैंने कई बार ऐसी जगहों पर शूटिंग की है, जहां मुझे बेचैनी महसूस हुई। कुछ जगहें ऐसी थीं कि मैं रात भर सो नहीं पाई और बस वहां से भाग जाना चाहती थी। रामोजी फिल्म सिटी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यह दुनिया की सबसे भूतिया जगहों में से एक मानी जाती है।"
काजोल ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने वहां कोई भूत नहीं देखा, लेकिन जगह की ऊर्जा ने उन्हें इतना परेशान किया कि वह वहां सहज महसूस नहीं कर पाईं। उनके इस बयान ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। जहां कुछ लोग उनकी ईमानदारी की सराहना कर रहे हैं, वहीं कई ने इसे उनकी फिल्म 'MAA' के लिए पब्लिसिटी स्टंट करार दिया।
- रामोजी फिल्म सिटी: भारतीय सिनेमा का गौरव
रामोजी फिल्म सिटी, हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित, दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो है, जो 1,666 एकड़ में फैला हुआ है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली है। इस स्टूडियो ने बॉलीवुड, टॉलीवुड और अन्य क्षेत्रीय सिनेमाओं के लिए एक प्रमुख शूटिंग स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाई है। 'बाहुबली', 'पुष्पा', 'RRR', 'पठान', 'सालार' और 'जेलर' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों की शूटिंग यहीं हुई है। यह न केवल फिल्म निर्माताओं के लिए एक हब है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक लोकप्रिय गंतव्य है, जहां हर साल लाखों लोग आते हैं।
रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना मशहूर निर्माता रामोजी राव ने की थी, और यह भारतीय सिनेमा के लिए एक गौरवशाली स्थल माना जाता है। ऐसे में काजोल का इसे "भूतिया" कहना कई लोगों को नागवार गुजरा। खासकर हैदराबाद के स्थानीय लोग और तेलुगु सिनेमा के प्रशंसक इस बयान से नाराज हैं।
- सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
काजोल के बयान के बाद सोशल मीडिया, खासकर एक्स और रेडिट, पर उनकी टिप्पणियों की तीखी आलोचना शुरू हो गई। एक एक्स यूजर ने लिखा, "काजोल का रामोजी फिल्म सिटी को दुनिया की सबसे भूतिया जगह कहना तेलुगु सिनेमा के लिए अपमान है। यह हिंदी सिनेमा की गिरती लोकप्रियता से जलन का नतीजा है।" एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, "काजोल को सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि अगर रामोजी फिल्म सिटी वाकई भूतिया होती, तो वहां हर साल लाखों लोग नहीं आते। यह हैदराबाद का गौरव है।"
रेडिट पर भी यूजर्स ने काजोल की आलोचना की। एक यूजर ने लिखा, "यह सिर्फ उनकी नई हॉरर फिल्म 'MAA' को प्रमोट करने का हथकंडा है।" एक अन्य ने मजाक में कहा, "2025 में भी भूत जिंदा हैं? यह तो कमाल की लगन है!" कुछ यूजर्स ने तो यह भी सुझाव दिया कि रामोजी ग्रुप को काजोल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करना चाहिए।
हालांकि, कुछ लोग काजोल के समर्थन में भी आए। एक यूजर ने लिखा, "काजोल अकेली नहीं हैं। तापसी पन्नू, राशि खन्ना और डायरेक्टर सुंदर सी ने भी रामोजी में भूतिया अनुभवों की बात कही है। यह अफवाह लंबे समय से है कि यह स्टूडियो निजाम युग के सैनिकों की कब्रगाह पर बना है।" एक अन्य ने बताया कि डायरेक्टर रवि बाबू ने अपनी हॉरर फिल्म 'अवुनु' की प्रेरणा रामोजी फिल्म सिटी के सितारा होटल में हुए एक डरावने अनुभव से ली थी।
- क्या है रामोजी की भूतिया कहानियां?
रामोजी फिल्म सिटी के बारे में लंबे समय से भूतिया कहानियां प्रचलित हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह स्टूडियो निजाम युग के युद्धक्षेत्र पर बना है, जहां कई सैनिक मारे गए थे। इन अफवाहों के अनुसार, इन सैनिकों की आत्माएं आज भी वहां भटकती हैं। कुछ लोगों ने सितारा होटल में अजीब छायाएं देखने, रोशनी के अचानक गिरने और असामान्य आवाजों की बात कही है।
हालांकि, ये कहानियां ज्यादातर शहरी किंवदंतियों का हिस्सा हैं, और रामोजी फिल्म सिटी में काम करने वाले कई लोगों ने इन दावों का खंडन किया है। एक एक्स यूजर ने लिखा, "मेरे दोस्त रामोजी फिल्म सिटी में काम करते हैं, और उन्होंने कभी ऐसी कोई बात नहीं बताई, यहां तक कि रात की शिफ्ट में भी।"
- 'MAA' के प्रमोशन का हिस्सा?
काजोल की फिल्म 'MAA' एक मनोवैज्ञानिक हॉरर ड्रामा है, जिसमें वह एक मां के किरदार में हैं, जो अपने परिवार को बचाने के लिए अंधेरे ताकतों से लड़ती है। फिल्म में रोनित रॉय, इंद्रनील सेनगुप्ता और जितिन गुलाटी जैसे कलाकार भी हैं। काजोल के इस बयान को कई लोग उनकी फिल्म के लिए पब्लिसिटी स्टंट मान रहे हैं, क्योंकि यह फिल्म भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा के इर्द-गिर्द घूमती है।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, "फिल्म रिलीज के बाद काजोल कहेंगी कि वह अवैज्ञानिक बातों पर विश्वास नहीं करतीं।" एक अन्य ने तंज कसते हुए कहा, "यह कुछ भी नहीं है, उनके पति अजय देवगन के विमल पान मसाला ने तो कई जिंदगियों को 'हॉन्ट' किया है।"
काजोल, जो 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'फना' और 'कभी खुशी कभी गम' जैसी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं, बॉलीवुड की सबसे प्रभावशाली अभिनेत्रियों में से एक हैं। उनके पति अजय देवगन भी रामोजी फिल्म सिटी में कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुके हैं, जिनमें तेलुगु ब्लॉकबस्टर 'RRR' भी शामिल है। ऐसे में काजोल का यह बयान और भी आश्चर्यजनक है, क्योंकि उन्होंने एक ऐसे स्थान को निशाना बनाया, जो उनके परिवार के लिए भी पेशेवर रूप से महत्वपूर्ण रहा है।
काजोल के इस बयान ने न केवल रामोजी फिल्म सिटी की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए, बल्कि तेलुगु और बॉलीवुड इंडस्ट्री के बीच एक अनावश्यक तनाव भी पैदा कर दिया। कुछ लोगों ने इसे तेलुगु सिनेमा के खिलाफ "नकारात्मक प्रचार" करार दिया। हालांकि, काजोल ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
'MAA' की रिलीज से पहले यह विवाद फिल्म के लिए अतिरिक्त चर्चा जरूर पैदा कर रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या काजोल इस बयान पर आगे कोई टिप्पणी करती हैं या इसे प्रमोशन का हिस्सा बनाए रखती हैं। रामोजी फिल्म सिटी, जो भारतीय सिनेमा का गौरव है, इस विवाद के बावजूद अपनी चमक बरकरार रखेगी, लेकिन काजोल का यह बयान लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।
काजोल का रामोजी फिल्म सिटी को "भूतिया" कहना एक ऐसा बयान है, जिसने न केवल उनके फैंस को चौंकाया, बल्कि भारतीय सिनेमा के एक प्रतिष्ठित स्थल की छवि पर भी सवाल उठाए। यह बयान 'MAA' के प्रमोशन के लिए एक रणनीति हो सकता है, लेकिन इसने हैदराबाद और तेलुगु सिनेमा के प्रशंसकों की भावनाओं को आहत किया है।
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