Lucknow News: धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देता मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव- जयवीर सिंह
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव 2025 ने धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध परंपराओं को जीवंत कि..
सार-
- मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव उत्तर प्रदेश में पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण - जयवीर सिंह
- सीतापुर में मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव 2025 का भव्य समापन, विश्व प्रसिद्ध कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां
By INA News Lucknow.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में 18 से 20 मार्च तक आयोजित ‘मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव 2025’ का समापन हुआ। होली के ठीक बाद आयोजित महोत्सव में भव्यता, दिव्यता और श्रद्धा का अनूठा संगम देखने को मिला। यह महोत्सव विशेष रूप से 84 कोसी परिक्रमा के लिए प्रसिद्ध है, जो नैमिषारण्य से प्रारंभ होकर मिश्रिख में संपन्न होती है।
उप्र. के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देगा। नैमिषारण्य तीर्थ की 84 कोसीय परिक्रमा के बाद उप्र. पर्यटन विभाग, प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन सीतापुर द्वारा आयोजित मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव 2025 में सांस्कृतिक व पारंपरिक कार्यक्रमों की धूम रही।
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उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव 2025 ने धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध परंपराओं को जीवंत किया। साथ ही, श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया।
नैमिष महोत्सव की ख्याति ने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पर्यटन विभाग का प्रयास है कि आने वाले समय में महोत्सव का दायरा और बढ़ाया जाए।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस महोत्सव को राज्य के पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, श्इस प्रकार के आयोजनों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है साथ ही राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने में सहायता मिलती है।
मिश्रिख-नैमिषारण्य महोत्सव जैसे आयोजन उत्तर प्रदेश को पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाने में सहायक सिद्ध हो रहा है, जिससे राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है।
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