Lucknow News: बुद्ध पूर्णिमा पर कुशीनगर पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चीवर व कमल पुष्प अर्पित कर भगवान बुद्ध को निवेदित की श्रद्धा
कुशीनगर की ख्याति भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में है लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन फलक पर निखारने की गंभीर पहल योगी सरकार में हुई। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ...
सार-
- तथागत की महापरिनिर्वाण धरा को विकास के नक्शे पर संवार रही योगी सरकार
- निर्माणाधीन महात्मा गौतम बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का किया औचक निरीक्षण
By INA News Lucknow.
लखनऊ/ कुशीनगर: पूरी दुनिया को सत्य, अहिंसा, प्रेम व मानवता का संदेश देने वाले तथागत भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण धरा कुशीनगर को योगी सरकार न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय पर्यटन अपितु समग्र विकास के पैमाने पर संवार रही है। महापरिनिर्वाण स्थली और इससे जुड़े आयामों के पर्यटन विकास के लिए खजाना खोल देने वाली सरकार, मेडिकल कॉलेज की सौगात देने के बाद महात्मा बुद्ध के नाम कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का निर्माण करा रही है।
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर सोमवार को प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने महापरिनिर्वाण मंदिर में चीवर चढ़ाने, रामाभार स्तूप पर कमल पुष्प अर्पित करने के बाद महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का जायजा लिया और इस धरा के विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को प्रकट किया।
कुशीनगर की ख्याति भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में है लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन फलक पर निखारने की गंभीर पहल योगी सरकार में हुई। यहां CM योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयासों से बनवाए गए इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो चुका है। हाल के दिनों में कुशीनगर के पर्यटन विकास के लिए करीब 62 करोड़ रुपये की जो परियोजनाएं मंजूर की गई हैं उनमें से करीब 28 करोड़ रुपये सिर्फ महापरिनिर्वाण स्थली से जुड़े आयामों पर खर्च किए जाएंगे।
सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के पवित्र पर्व पर दुनिया के कई देशों से पहुंचे बौद्ध भिक्षुओं ने तथागत की धरा पर विकास कार्यों को देखकर प्रसन्नता जताई। प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी महापरिनिर्वाण मंदिर पहुंचे। उन्होंने महापरिनिर्वाण मंदिर में भगवान गौतम बुद्ध की शयन मुद्रा की प्रतिमा के दर्शन किए और भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर चीवर चढ़ाकर अपनी श्रद्धा निवेदित की।
कृषि मंत्री ने महापरिनिर्वाण स्थल के रामाभार स्तूप पर कमल का पुष्प भी अर्पित किया। कमल के पुष्प को बौद्ध संस्कृति में पवित्रता, शुद्धता और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। इस दौरान उन्होंने गणमान्यजन के साथ भगवान बुद्ध के विचारों पर चर्चा की। उन्होंने वर्तमान विश्व में शांति और सौहार्द की स्थापना के लिए भगवान बुद्ध के विचारों को अत्यधिक प्रासंगिक बताया।
कृषि मंत्री ने सोमवार को ही निर्माणाधीन महात्मा गौतम बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का औचक निरीक्षण भी किया। यह विश्वविद्यालय योगी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। बुद्ध के नाम पर बनने वाला यह विश्वविद्यालय, कुशीनगर जिले का पहला विश्वविद्यालय भी होगा। 146 एकड़ में बन रहे इस विश्वविद्यालय पर 435 करोड़ रुपये की लागत आएगी। निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए इस परियोजना को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।
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