अयोध्या न्यूज़: गेस्ट हाउस में तब्दील हो रहे हैं अयोध्या के मठ-मंदिर।

- पहले मठ मंदिरों संत निवास अथवा कथा स्थल बनाया जाता था, बदलती अयोध्या में मठ मंदिर भी नया स्वरूप धारण कर रहे हैं।
देव बक्स वर्मा / अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की धर्म नगरी अयोध्या में जब तक राम मंदिर बनकर तैयार नहीं हुआ था लोग राम मंदिर की आस लगाए बैठे थे कि राम मंदिर जल्दी बनकर तैयार हो जाए और श्रद्धालुओं भगवान श्री राम का दर्शन करें अपने आराध्य भगवान राम का एक पल अपने के लिए आतुर थे और अब राम मंदिर में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद तेजी से राम भक्त अयोध्या पहुंचकर बड़ी संख्या में दर्शन कर रहे हैंl अब सवाल उठता है कि लाखों लाख राम भक्त अयोध्या पहुंचेंगे तो उनके रहने, खाने व अन्य जरूरी सुविधाओं की आवश्यकता बढ़ जाती हैl
ऐसे में अयोध्या के मठ मंदिर, होम स्टे नवनिर्मित होटल राम भक्तों के लिए काफी कारगर साबित हो रहे हैंl हां इतना जरूर है कि बढ़ती संख्या के लिहाज से यहां के होटल वालों ने भी अपना रेट काफी बढ़ा दिया है जिस कारण आम श्रद्धालुओं को मुसीबत का सामना उठाना पड़ता हैl बरसात का मौसम होने के कारण आम श्रद्धालु अब बाहर भी नहीं रह पा रहे हैंl श्रद्धालुओं की संख्या से रामनगरी की अर्थव्यवस्था भी बदल रही है. अर्थव्यवस्था को लेकर अब मठ मंदिर भी सचेत हो गए हैं .शायद यही वजह है कि रामनगरी के बड़ी संख्या में मठ मंदिर अब धर्मशाला और गेस्ट हाउस के रूप में तब्दील हो गए हैं. कई मंदिर धर्मशाला गेस्ट हाउस में बदल चुके हैं, तो कुछ में तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है . अयोध्या में मठ मंदिर में श्रद्धालुओं के रहने के लिए बड़ी संख्या में एयर कंडीशन कमरा उपलब्ध हो जाते हैं।
संतों का कहना है कि इससे श्रद्धालुओं को अयोध्या आने में काफी सुविधा भी मिलेगी और मंदिर का संचालन भी अच्छे ढंग से चलेगा। पहले मठ मंदिरों में संत निवास अथवा कथा स्थल बनाया जाता था. लेकिन अब बदलती अयोध्या में अब मठ मंदिर भी नया स्वरूप धारण कर रहे हैं. अयोध्या में प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिसमें ऐसे भी श्रद्धालु होते हैं जो कम पैसे में रहने के लिए स्थान खोजते हैं. मठ मंदिर में खुल रही धर्मशाला गेस्ट हाउस उनके लिए आरामदायक भी रहेंगे. कम पैसे में वह इन स्थानों पर रुक सकते हैं. मठ मंदिरों में धर्मशाला अथवा गेस्ट हाउस में रहने का किराया ₹1500 से लेकर ₹3000 तक निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा कई मठ मंदिर के गेस्ट हाउस में भोजन की भी सुविधा उपलब्ध है।
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अयोध्या के जानकी महल , तपस्वी छावनी, वैदेही सदन, राधा मोहन सदन, मिथिला अतिथि भवन, कठिया मंदिर, सीताराम बिहार कुंज, रघुवंशी धर्मशाला, श्रवण कुंज, गुजराती धर्मशाला सहित बड़ी संख्या में मठ मंदिर अब धर्मशाला और गेस्ट हाउस में तब्दील हो रहे हैं. अधिकांश मठ मंदिर अयोध्या के श्रद्धालुओं पर निर्भर रहते हैं. मठ मंदिर में संत महंत, पुजारी के साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी रहते हैं।
यदि मंदिरों में रुकने अथवा खाने की बेहतर सुविधा मिले, तो श्रद्धालु यहां रखेंगे और इससे श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिलेगी। साथ ही मठ मंदिर का संचालन भी अच्छे ढंग से चलेगा अयोध्या में अब श्रद्धालुओं के रोकने के लिए जगह-जगह पर लोग अपने आवासीय मकान को होम स्टे के रूप में परिवर्तित कर दिए हैं कुछ एयर कंडीशन और कुछ नॉन एयर कंडीशन रखे हैं जिससे श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है।
इतना ही नहीं अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर स्टेशन की तरफ से भी यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है रेल के टिकट के आधार पर वहां भी रहने के लिए कमरे, बेड मिल जाते हैंl हां इतना जरूर है कि प्राण प्रतिष्ठा के पहले जो कमरा ₹500 में मिल जाते थे वहीं अब 1500 में हो गए हैं जिसका बोझ श्रद्धालुओं पर पड़ रहा हैl बड़े होटल वालों का किराया काफी ज्यादा है जिसमें बड़े लोग ही पैसे वाले रुकते हैंl
अयोध्या वर्तमान समय में काफी बदल चुका है रेल मार्ग हवाई मार्ग सड़क मार्ग से जुड़ गया है और अब अयोध्या आने के लिए कोई असुविधा नहीं है अयोध्या जनपद में प्रवेश करते ही यह एहसास होने लगता है की मुस्कुराइए आप अयोध्या पहुंच गए हैं अयोध्या की सड़के काफी चौड़ी हो गई हैl हां इतना जरूर है कि अभी निर्माण कार्य चल रहा है जिस कारण कुछ सुविधा भी होना स्वाभाविक हैl
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