बिहार चुनाव: अमित शाह का राहुल पर तीखा प्रहार - अरवल में ईवीएम बटन दबाओ इतनी जोर से कि इटली तक करंट लग जाए।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण के प्रचार का समापन हो चुका है। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अरवल जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण के प्रचार का समापन हो चुका है। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अरवल जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने राहुल की हालिया वोटर अधिकार यात्रा को घुसपैठियों को बचाने का प्रयास बताते हुए कहा कि राहुल गांधी बिहार से इटली तक यात्रा निकाल लें, लेकिन भाजपा हर घुसपैठिए को देश और बिहार से बाहर निकाल देगी। शाह ने मतदाताओं से अपील की कि एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में ईवीएम का बटन इतनी ताकत से दबाएं कि इसका असर इटली तक महसूस हो जाए। यह टिप्पणी राहुल की मां सोनिया गांधी की इटली मूल को इंगित करती प्रतीत होती है। शाह की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और राजनीतिक बहस को नई ऊंचाई दे दी है।
अरवल में रविवार को हुई इस सभा में शाह ने विपक्षी महागठबंधन पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों की चिंता करते हैं, जबकि बिहार के युवाओं की परवाह नहीं। शाह ने वोटर अधिकार यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह यात्रा गरीबों, दलितों या पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिए नहीं थी, बल्कि घुसपैठियों को वोट बैंक बनाने के लिए थी। उन्होंने दावा किया कि पहले चरण के मतदान में ही लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और राहुल की कांग्रेस साफ हो चुकी है। शाह ने चेतावनी दी कि अगर महागठबंधन को मौका मिला तो बिहार फिर जंगल राज की ओर लौट जाएगा। अरवल, जो कभी जहानाबाद जिले का हिस्सा था, वहां नक्सली हिंसा के दौर में कई नरसंहार हुए थे, इसकी याद दिलाते हुए शाह ने कहा कि एनडीए की सरकार ने ही बिहार को अपराध मुक्त बनाया है।
शाह ने अपनी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर बनवाया, जो सदियों पुरानी आस्था की पूर्ति है। बिहार को विकास के पथ पर ले जाने के लिए औद्योगिक गलियारा बनाने का वादा किया गया है। शाह ने कहा कि विपक्ष घुसपैठियों का गलियारा बनाना चाहता है, जबकि मोदी जी रक्षा और औद्योगिक गलियारे विकसित कर रहे हैं। उन्होंने बिहार को रक्षा उत्पादन का केंद्र बनाने का ऐलान किया। कहा कि पाकिस्तान पर गिराए जाने वाले मोर्टार शेल इसी राज्य के एक कारखाने में बनेंगे। इसके अलावा बिहार में 25 नई चीनी मिलें स्थापित की जाएंगी, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा। शाह ने जीविका योजना का जिक्र किया, जिससे महिलाओं को सशक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सासाराम और अरवल की महिलाएं और युवा एनडीए को जिताएंगे।
यह बयान बिहार चुनाव के संदर्भ में आया है, जहां 11 नवंबर को दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 3 नवंबर को हुआ था, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे। चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है। महागठबंधन में कांग्रेस, आरजेडी और अन्य दल शामिल हैं, जबकि एनडीए में भाजपा, जेडीयू और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा प्रमुख हैं। शाह ने सासाराम और अरवल में लगातार दो सभाएं कीं। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में करीब 38 स्थानों का दौरा किया है। शाह ने विपक्ष पर वोट चोरी के आरोपों का भी जवाब दिया। राहुल गांधी के वोट चोरी के दावों पर कहा कि अगर वोट चोरी हो रही है तो चुनाव आयोग में शिकायत क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने से ही राहुल वोट चोरी का रोना रो रहे हैं।
शाह का इटली वाला तंज नया नहीं है। पहले भी उन्होंने राहुल पर इटली कनेक्शन को लेकर कटाक्ष किए हैं। अक्टूबर में छठ पूजा के दौरान राहुल के पीएम मोदी पर नौटंकी के आरोप पर शाह ने कहा था कि राहुल को भारतीय संस्कृति की जानकारी नहीं क्योंकि उनका मातृभूमि इटली है। उन्होंने छठ मैय्या का अपमान करने का आरोप लगाया था। इस बार भी वही तीर चलाया गया, लेकिन घुसपैठियों के मुद्दे से जोड़कर। शाह ने कहा कि राहुल गांधी पटना से इटली तक यात्रा निकाल लें, लेकिन घुसपैठियों को बचाना संभव नहीं। भाजपा का लक्ष्य हर घुसपैठिए को चिह्नित कर देश से बाहर करना है। यह बयान बांग्लादेश सीमा से सटे बिहार के संवेदनशील मुद्दे को छूता है, जहां घुसपैठ का आरोप लगता रहता है।
बिहार चुनाव में घुसपैठियों का मुद्दा भाजपा की रणनीति का हिस्सा है। शाह ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। कहा कि लालू और तेजस्वी बिहार के युवाओं के बजाय घुसपैठियों की फिक्र करते हैं। उन्होंने यूपीए सरकार के दौर की याद दिलाई, जब मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और लालू के समय आतंकी हमले होते थे। अब मोदी सरकार में सीमा सुरक्षित है। शाह ने एनडीए की एकजुटता पर जोर दिया। कहा कि यह चुनाव पांडवों और कौरवों जैसा है, जहां एनडीए पांडव की तरह मजबूत है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि लाल झंडे वालों को मौका न दें, वरना वामपंथी उग्रवाद फिर लौट आएगा। शाह ने बिहार को विकसित राज्य बनाने का संकल्प दोहराया। कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार प्रगति कर रहा है।
इस बयान के बाद विपक्ष ने पलटवार किया। कांग्रेस ने इसे हास्यास्पद बताया। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा वोट चोरी के आरोपों से बचने के लिए भटकाव पैदा कर रही है। तेजस्वी ने कहा कि अमित शाह घुसपैठ का बहाना बनाकर बिहार के मूल मुद्दों से मुंह मोड़ रहे हैं। बेरोजगारी, महंगाई और प्रवासन जैसे सवालों का जवाब नहीं दे रहे। जन सुराज के प्रशांत किशोर ने भी राहुल पर निशाना साधा, कहा कि बिहार को उनकी जरूरत नहीं। सोशल मीडिया पर अमित शाह का बयान ट्रेंड कर रहा है। AmitShah, RahulGandhi और BiharPolitics जैसे हैशटैग वायरल हैं। भाजपा समर्थक इसे मजेदार बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे अपमानजनक कह रहा है।
बिहार चुनाव का परिणाम राज्य की राजनीति बदल सकता है। अगर एनडीए जीता तो नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। महागठबंधन की जीत हुई तो तेजस्वी यादव सत्ता में आ सकते हैं। शाह ने दावा किया कि ठगबंधन का सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को परिणाम आने पर एनडीए की बड़ी जीत होगी। चुनाव आयोग ने मतदान की तैयारियां पूरी कर ली हैं। दूसरे चरण में मैगध क्षेत्र की सीटें शामिल हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। शाह की सभा में हजारों लोग पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिहार का भविष्य एनडीए के हाथों में सुरक्षित है।
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