दिल्ली प्रदूषण संकट: AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर AQI आंकड़ों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया, कहा- आंकड़े कम दिखाकर GRAP रोक रही है BJP
दिल्ली में सर्दियों के आगमन के साथ ही वायु प्रदूषण का संकट फिर से गहरा गया है। राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रविवार को 391 के स्तर पर पहुंच गया, जो
दिल्ली में सर्दियों के आगमन के साथ ही वायु प्रदूषण का संकट फिर से गहरा गया है। राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रविवार को 391 के स्तर पर पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इसी बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली इकाई अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह AQI के आंकड़ों में फर्जीवाड़ा कर रही है। भारद्वाज ने दावा किया कि प्रदूषण बढ़ने पर मॉनिटरिंग स्टेशन बंद कर दिए जाते हैं या उनके आसपास कृत्रिम तरीके से पानी छिड़कवाया जाता है, ताकि आंकड़े कम दिखें। उनका कहना है कि सरकार का मकसद प्रदूषण कम करना नहीं, बल्कि आंकड़े कम दिखाना है। यह आरोप सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक बहस तेज हो गई।
सौरभ भारद्वाज ने 9 नवंबर 2025 को एएनआई को दिए साक्षात्कार में कहा कि दिल्ली और उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या पुरानी है, लेकिन लोगों का गुस्सा अब सरकार की धोखाधड़ी से है। उन्होंने कहा कि जैसे ही प्रदूषण बढ़ता है, AQI मॉनिटरिंग स्टेशन बंद हो जाते हैं। जहां AQI ज्यादा होता है, वहां स्टेशनों के चारों ओर पानी की बौछार की जाती है। भारद्वाज ने कहा कि लोग परेशान हैं और आश्चर्यचकित हैं कि बड़े संस्थान इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं। यह खुलेआम हो रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण पर डेटा मांगा था, लेकिन सरकार ने छेड़छाड़ कर इसे कम दिखाया। भारद्वाज ने कहा कि इससे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के सख्त चरण लागू नहीं हो पाते, जो निर्माण और अन्य गतिविधियों को रोकते हैं।
यह आरोप अक्टूबर से चल रहे विवाद का हिस्सा है। 22 अक्टूबर को दिवाली की रात पर AAP ने कहा कि चार सरकारी एजेंसियों ने मिलकर आंकड़े छेड़े। नेहरू नगर स्टेशन पर AQI 1763 दर्ज हुआ, फिर स्टेशन बंद हो गया। भारद्वाज ने इसे आपराधिक कृत्य बताया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, AAP ने BJP पर डेटा चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्टेशन ऑफलाइन हो गए, ताकि असली आंकड़े न दिखें। 26 अक्टूबर को आनंद विहार ISBT स्टेशन पर MCD के टैंकरों ने पानी छिड़का, जिसका वीडियो भारद्वाज ने शेयर किया। उन्होंने कहा कि यह प्रदूषण कम करने के लिए नहीं, बल्कि आंकड़े कम दिखाने के लिए था। BJP ने इसे राजनीतिक आरोप बताया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि AAP झूठ फैला रही है।
1 नवंबर को जहांगीरपुरी स्टेशन पर भी इसी तरह का वीडियो सामने आया। भारद्वाज ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया कि BJP सरकार आंकड़े कम करने का फर्जीवाड़ा कर रही है। उन्होंने कहा कि यह बच्चों की जान से खेलने जैसा है। AAP ने कहा कि AAP सरकार के समय AQI 382 था, जबकि BJP में 272 दिखाया जा रहा है। यह तुलना दो तस्वीरों से की गई। 2 नवंबर को AAP ने कहा कि अबकी बार AQI 400 पार हो गया, लेकिन BJP डेटा चोरी कर रही है। भारद्वाज ने CM रेखा गुप्ता को झूठा कहा, जो आंकड़ों पर आंखें बंद कर रही हैं। 4 नवंबर को एक वीडियो में भारद्वाज ने कहा कि सेंसर जंगलों या कॉलेजों में लगाए जा रहे हैं, जहां प्रदूषण कम होता है। टैंकर पानी छिड़ककर साफ हवा का दिखावा कर रहे हैं।
दिल्ली का AQI सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के 40 स्टेशनों से मापा जाता है। आनंद विहार जैसे हॉटस्पॉट पर 431 AQI दर्ज हुआ, जबकि अन्य जगहें बहुत खराब या खराब थीं। AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि BJP ने AQI मॉनिटर पर पानी छिड़कवाया। इससे BJP की विश्वसनीयता कम होती है। उन्होंने कहा कि BJP वाले एयर प्यूरीफायर के साथ घर बैठे हैं, लेकिन नीतियां नहीं बना रहे। 9 नवंबर को इंडिया गेट पर प्रदर्शन हुए, जहां पुलिस ने लोगों को हिरासत में लिया। AAP ने कहा कि विरोध जंतर मंतर पर होना चाहिए, लेकिन सरकार प्रदूषण रोकने की नीतियां नहीं बना रही।
BJP ने इन आरोपों का खारिज किया। CM रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रदूषण डेटा छेड़ा नहीं जा सकता। उन्होंने AAP को गाने गाने की सलाह दी। MCD मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि पानी छिड़कना पिछले महीने से हो रहा है, न कि किसी एक जगह। यह प्रदूषण कम करने के लिए है। BJP ने कहा कि AAP भ्रष्टाचार और धोखे की पार्टी है। दिल्ली BJP प्रमुख वीरेंद्र साचदेवा ने कहा कि AAP के बयान भ्रामक हैं। अप्रैल 2025 में छह नए स्टेशनों के स्थान पर विवाद हुआ। भारद्वाज ने कहा कि BJP ने जंगल क्षेत्र चुने, जहां प्रदूषण कम हो। सिरसा ने कहा कि स्थान AAP सरकार ने तय किए थे।
दिल्ली का प्रदूषण स्रोत बहुआयामी हैं। पराली जलाना, वाहन उत्सर्जन, निर्माण धूल और मौसम कारक मुख्य हैं। दिवाली पर पटाखों ने स्थिति बिगाड़ी। CPCB के अनुसार, AQI 0-50 अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर है। GRAP के तहत 400 से निर्माण बंद होता है। भारद्वाज ने कहा कि फर्जी आंकड़ों से GRAP 3-4 नहीं लगता। इससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ता है। विशेषज्ञों ने कहा कि यह पारदर्शिता की कमी दिखाता है। सुप्रीम कोर्ट ने डेटा की मांग की थी।
AAP का यह अभियान BJPExposedOnPollution के साथ चल रहा है। भारद्वाज ने कहा कि BJP का फर्जीवाड़ा चंडीगढ़ मेयर चुनाव से यमुना सफाई तक फैला है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और पानी बर्बाद हो रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हैं, जहां टैंकर स्टेशनों के चारों ओर घूमते दिख रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि यह EVM पर BJP के दावों जैसा है। अन्य ने कहा कि यह अपराध है। प्रदर्शनकारियों ने नीतियां मांगीं। पुलिस ने कहा कि इंडिया गेट पर परिवार आते हैं, इसलिए हिरासत। जंतर मंतर पर प्रदर्शन की सलाह दी।
सौरभ भारद्वाज का राजनीतिक सफर लंबा है। वे AAP के राष्ट्रीय प्रवक्ता और ग्रेटर कैलाश से पूर्व विधायक हैं। स्वास्थ्य, शहरी विकास और पर्यटन मंत्री रह चुके हैं। वे अक्सर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हैं। इस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवी नाराज हैं। AAP ने कहा कि प्रदूषण से युवा प्रभावित हो रहे हैं। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि स्टेशन बढ़ाएं और डेटा पारदर्शी रखें। सरकार ने डस्ट सप्रेशन बढ़ाया, लेकिन विवाद बना हुआ है
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