Ballia News: बलिया में फर्जी बी.पी.एल. प्रमाण पत्र के जरिए आंगनबाड़ी नियुक्ति, रद्द करने के साथ FIR के आदेश
जांच के दौरान सामने आया कि आवेदिका जयश्री, पत्नी राजीव मोहन यादव, ने 07 जनवरी 2025 को तथ्यों को छिपाकर और गलत जानकारी के आधार पर आय प्रमाण पत्र बनवाया था। इस प्रमाण...

रिपोर्ट: सैय्यद आसिफ हुसैन जैदी, बलिया
By INA News Ballia.
बलिया: जिले के नगरा क्षेत्र में स्थित जहांगीरपुरा वार्ड संख्या-3 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्ति के लिए फर्जी बी.पी.एल. (गरीबी रेखा से नीचे) प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का गंभीर मामला उजागर हुआ है। इस प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त होने के बाद मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए थे। जांच का जिम्मा तहसीलदार और उपजिलाधिकारी रसड़ा को सौंपा गया, जिन्होंने तथ्यों की गहराई से पड़ताल की।
जांच के दौरान सामने आया कि आवेदिका जयश्री, पत्नी राजीव मोहन यादव, ने 07 जनवरी 2025 को तथ्यों को छिपाकर और गलत जानकारी के आधार पर आय प्रमाण पत्र बनवाया था। इस प्रमाण पत्र के जरिए उनके परिवार को बी.पी.एल. श्रेणी में दर्शाया गया, जो कि नियुक्ति प्रक्रिया में पात्रता के लिए आवश्यक था। जांच में यह भी पाया गया कि इस फर्जीवाड़े में संबंधित क्षेत्र के लेखपाल की भी संलिप्तता थी, जिन्होंने नियमों का उल्लंघन कर इस प्रमाण पत्र को जारी करने में सहयोग किया। इस प्रकार, आवेदिका और लेखपाल दोनों ही इस कृत्य के लिए उत्तरदायी पाए गए।
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उपजिलाधिकारी रसड़ा द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए जयश्री की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का आदेश जारी किया। इसके साथ ही, बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO), नगरा को निर्देश दिए गए कि आवेदिका के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी (FIR) दर्ज करवाई जाए, ताकि इस तरह के कृत्यों के लिए कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
इसके अतिरिक्त, उपजिलाधिकारी रसड़ा को यह भी निर्देशित किया गया है कि संबंधित लेखपाल के खिलाफ प्रशासनिक और विभागीय कार्रवाई शुरू की जाए। लेखपाल की भूमिका की जांच के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, जिसमें उनके कार्यों की समीक्षा और नियमों के उल्लंघन के लिए दंडात्मक कार्रवाई शामिल हो सकती है।
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