विधानसभा में सीएम योगी ने प्रस्तुत किया विकसित उत्तर प्रदेश का खाका, 3 थीम और 12 सेक्टर पर विकसित उत्तर प्रदेश का खाका तैयार
Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2047 के लिए राज्य के विकास का खाका तैयार करते हुए विज़न डॉक्यूमेंट 2047 का प्रारूप सदन में प्रस्तुत किया ....
हाइलाइट्स
- अर्थशक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति थीम पर आधारित होगा विकासः सीएम
- विज़न डॉक्यूमेंट 2047 में 6 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्यः मुख्यमंत्री
- संपूर्ण विकास, आर्थिक नेतृत्व और सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर जोरः योगी
- 2030 तक यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्यः सीएम
- 2047 तक प्रति व्यक्ति आय ₹26 लाख वार्षिक तक पहुंचाने का संकल्पः मुख्यमंत्री
- औसत विकास दर 15% तक बढ़ाने का रोडमैपः योगी आदित्यनाथ
- प्रधानमंत्री के 5टी सिद्धांत को अपनाकर 12 सेक्टर में कार्ययोजनाः सीएम योगी
Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2047 के लिए राज्य के विकास का खाका तैयार करते हुए विज़न डॉक्यूमेंट 2047 का प्रारूप सदन में प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह दस्तावेज़ फिलहाल एक प्रस्ताव है और इसे अंतिम रूप विशेषज्ञों, नीति आयोग और प्रदेश की जनता की राय के आधार पर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों की उपलब्धियों के आधार पर सरकार ने आगामी लक्ष्यों को तय किया है। वर्ष 2030 तक उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और अगले पांच वर्षों में विकास दर को 14-15% से बढ़ाकर 20% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री द्वारा 2047 तक भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के अनुरूप, उत्तर प्रदेश भी 1 से 6 ट्रिलियन डॉलर की ओर बढ़ने का रोडमैप बना रहा है। इसके लिए राज्य का जीडीपी योगदान 9.3% से बढ़ाकर कम से कम जनसंख्या अनुपात 16% के बराबर करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
- प्रति व्यक्ति आय पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश की प्रति व्यक्ति आय लगभग ₹2 लाख है, जबकि उत्तर प्रदेश का औसत इससे काफी कम है। लक्ष्य है कि 2047 तक प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के बराबर या उससे अधिक यानी कम से कम ₹26 लाख वार्षिक हो। सीएम योगी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश और आत्मनिर्भर भारत – आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के संकल्प को मूर्त रूप देना है। इसके लिए तीन मुख्य थीम तय की गई हैं, जिसमें 12 सेक्टर्स को समाहित किया गया है।
- 12 प्रमुख सेक्टर में कार्ययोजना
सीएम योगी ने कहा कि इन थीम को आगे बढ़ाने के लिए 12 प्रमुख सेक्टर चिन्हित किए गए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री के 5टी — ट्रेड, टूरिज्म,टेक्नोलॉजी, ट्रेडिशन और टैलेंट को आधार बनाया गया है। अल्पकालिक, मध्यमकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ इन सेक्टरों पर चरणबद्ध तरीके से कार्य होगा, ताकि 2047 तक उत्तर प्रदेश आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन सके।
ये होंगी तीन थीम और 12 सेक्टर्स
1. अर्थशक्ति: समावेशी विकास का इंजन
- कृषि के क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देना
कृषि विकास, कृषि शिक्षा, उद्यान, गन्ना एवं चीनी उद्योग, सिंचाई एवं जल संसाधन पर फोकस करना
- पशुधन समृद्धि
पशुपालन, डेयरी विकास विभाग, मत्स्य विकास पर काम करना।
- उद्योगों की उड़ान
औद्योगिक विकास विभाग, एमएसएमई
- डिजिटल प्रदेश
आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
- आस्था का सम्मान
पर्यटन, धर्मार्थ कार्य और संस्कृति विभाग
2. सृजन शक्ति: विकास की नींव के रूप में काम करेंगे
- ईज ऑफ लिविंग
नगर विकास विभाग, आवास एवं शहरी नियोजन, ग्राम विकास विभाग
- सुगम्य प्रदेश
परिवहन विभाग, नागरिक उड्डयन और इससे जुड़े कनेक्टिविटी को बेहतर करने वाले विभाग
- संतुलित विकास
रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन, हाइड्रो पावर
3. जीवन शक्ति: समृद्ध जीवन और सशक्त समाज
- वंचित को वरीयता
महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग, श्रम विभाग, अल्पसंख्यक और युवा कल्याण विभाग
- आरोग्य प्रदेश
स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुष विभाग
- शिक्षा और कौशल विकास
बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग, कौशल विकास, प्राविधिक, व्यावसायिक शिक्षा
- सुरक्षा और सुशासन
गृह, होमगार्ड, भाषा विभाग
What's Your Reaction?