दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लगातार हादसे, तेज रफ्तार कार कंटेनर में घुसी, दो लोगों की मौत और गाड़ी के उड़ गए परखच्चे।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में कई भीषण दुर्घटनाएं हुईं जिनमें लोगों की जान गई और वाहन बुरी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में कई भीषण दुर्घटनाएं हुईं जिनमें लोगों की जान गई और वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें से एक हादसे में तेज रफ्तार कार कंटेनर में जा घुसी, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए और दो लोगों की मौके पर मौत हो गई। यह हादसा एक्सप्रेसवे के विभिन्न हिस्सों में हुआ जहां तेज रफ्तार और लेन बदलने की वजह से वाहन अनियंत्रित होकर टकराए। ऐसे हादसों में कार सवारों को गंभीर चोटें आईं और कुछ मामलों में मौत हुई। एक हादसे में कार और ट्रक की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब तेज रफ्तार कार आगे चल रहे ट्रक या कंटेनर से टकरा गई। टक्कर के बाद कार के हिस्से दूर-दूर तक बिखर गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जांच में पता चला कि तेज रफ्तार और ड्राइवर की लापरवाही मुख्य कारण रही।
दूसरे हादसे में भी कार कंटेनर से टकराई और वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना में दो लोगों की मौत हुई। हादसा एक्सप्रेसवे पर हुआ जहां वाहनों की रफ्तार अधिक होने से नियंत्रण खोने की घटनाएं आम हो रही हैं। टक्कर के बाद कार में फंसकर लोग घायल हो गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और वाहन चालकों की भूमिका की पड़ताल की जा रही है। एक्सप्रेसवे पर लगातार ऐसे हादसे हो रहे हैं जहां कारें ट्रक या कंटेनर से टकरा रही हैं। एक अन्य घटना में ट्रॉला पुलिया से टकराया जिससे दो लोगों की मौत हो गई। हादसे की वजह ड्राइवर को झपकी आना बताया गया। इसी तरह एक ट्रक हादसे में आग लग गई और दो लोगों की मौत हुई। इन दुर्घटनाओं में वाहन पूरी तरह नष्ट हो गए और सड़क पर मलबा बिखर गया जिससे यातायात प्रभावित हुआ। फरीदाबाद और नूंह क्षेत्र में भी ऐसे हादसे दर्ज किए गए जहां कारें भारी वाहनों से टकराईं। एक मामले में दंपती की कार को पीछे से टक्कर लगी और वे घंटों फंसे रहे जिससे उनकी मौत हो गई। हादसे में कार के दरवाजे जाम हो गए और मदद नहीं मिलने से स्थिति गंभीर हो गई। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
एक्सप्रेसवे के गुजरात और राजस्थान हिस्सों में भी कार और ट्रक की टक्कर में मौतें हुईं। एक हादसे में सूरत के निवासियों की कार ट्रक से टकराई और दो लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य घायल हुए। लगातार दूसरे दिन हादसा होने से सुरक्षा पर सवाल उठे। तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग मुख्य कारण रहे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चला। एक अन्य दुर्घटना में रॉल्स रॉयस कार कंटेनर से टकराई और दो लोगों की मौत हो गई। हादसा पुराना है लेकिन इसी तरह की घटनाएं दोहराई जा रही हैं। एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट का पालन न करने से ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं। पुलिस ने चालकों को गिरफ्तार किया और जांच जारी रखी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हादसों की वजह से कई परिवार प्रभावित हुए हैं। एक हादसे में परिवार के सदस्यों की मौत हुई जबकि अन्य में घायल हुए। कारों के परखच्चे उड़ने से हादसों की गंभीरता का पता चलता है। पुलिस ने कई मामलों में ड्राइवरों को हिरासत में लिया और वाहनों को जब्त किया।
एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग और सीसीटीवी की व्यवस्था होने के बावजूद हादसे रुक नहीं रहे। कुछ मामलों में मदद देरी से पहुंचने से मौतें हुईं। जांच में ड्राइवर की झपकी, तेज रफ्तार और लेन अनुशासन की कमी सामने आई। इन हादसों से यातायात बाधित हुआ और राहत कार्य में समय लगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का महत्वपूर्ण मार्ग है लेकिन हादसों की संख्या चिंताजनक है। कार और भारी वाहनों की टक्कर में अक्सर कार सवार प्रभावित होते हैं। पुलिस ने कई हादसों में मामला दर्ज कर जांच शुरू की और सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की जरूरत बताई। ऐसे हादसों में वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और मलबा सड़क पर बिखर जाता है। राहत टीमों ने क्रेन की मदद से वाहनों को हटाया और यातायात बहाल किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन कुछ की हालत गंभीर रही।
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