खेरिया (हरदोई): "बाल विवाह मुक्त भारत" राष्ट्रीय अभियान के तहत चल रहे 100 दिवसीय विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग तथा पेस संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आज ग्रामोदय इंटर कॉलेज डिघिया-खेरिया में भव्य बाल विवाह निषेध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न हुआ तथा जनपद को 100 दिनों में पूर्णतः बाल विवाह मुक्त बनाने का सामूहिक संकल्प लिया गया।पहले चरण में कॉलेज की सैकड़ों छात्राओं ने आसपास के पांच गांवों में पैदल जागरूकता रैली निकाली। "हमको प्यार-दुलार चाहिए, शिक्षा का अधिकार चाहिए", "बाल विवाह नहीं सहेंगे, बचपन को बचाएंगे" जैसे जोशीले नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। रैली में महिला कल्याण विभाग की प्रचार सामग्री भी वितरित की गई।दूसरे चरण में विद्यालय परिसर में छात्राओं व उनके अभिभावकों के साथ संवाद सभा का आयोजन हुआ। सभा की अध्यक्षता बाल न्यायपीठ एवं बाल कल्याण समिति हरदोई के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने की तथा संचालन पेस संस्था के जिला समन्वयक अवनीश मिश्र ने किया।
सिंह ने कहा, "राष्ट्रीय आंकड़ों की तुलना में हरदोई की स्थिति बेहतर है, लेकिन हम इतने से संतुष्ट नहीं हो सकते। बच्चों का बचपन छीनने वाले बाल विवाह को पूरी तरह खत्म करना हम सबकी जिम्मेदारी है।" इस अवसर पर छात्राओं ने दीप प्रज्वलन कर 100 दिवसीय अभियान का शुभारंभ किया। पेस संस्था की सचिव राजविंदर कौर ने आगामी 100 दिनों की कार्ययोजना प्रस्तुत की और सभी उपस्थित लोगों को हाथ उठवाकर बाल विवाह न करने, न होने देने तथा इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को देने की शपथ दिलाई।तीसरे चरण में छात्र-छात्राओं ने एकजुट होकर कैंडल लाइट से जमीन पर "बाल विवाह रोकें" के सुंदर चित्र बनाए, जो बचपन की रक्षा का प्रतीक बने।कार्यक्रम में बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुमार राही, चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक अनूप तिवारी सहित कई अधिवक्ता, बुद्धिजीवी एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।