Trending: सहरसा में रील की सनक ने छीनी जिंदगी की राह, 24 वर्षीय शंकर करीना मालगाड़ी के इंजन पर चढ़कर झुलसा, वायरल वीडियो ने उजागर की लापरवाही।
बिहार के सहरसा जिले में 18 जून 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सोशल मीडिया की रील्स बनाने की सनक को एक बार फिर सवालों...
सहरसा: बिहार के सहरसा जिले में 18 जून 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सोशल मीडिया की रील्स बनाने की सनक को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया। सुपर मार्केट क्षेत्र में स्थित रेलवे रैक पॉइंट पर 24 वर्षीय युवक शंकर करीना एक सोशल मीडिया रील बनाने के लिए मालगाड़ी के इलेक्ट्रिक इंजन पर चढ़ गया। हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आने से वह बुरी तरह झुलस गया, और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें शंकर को इंजन पर चढ़ते और करंट लगने के बाद आग की लपटों में घिरते देखा जा सकता है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शंकर को सहरसा सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। यह घटना सोशल मीडिया की चमक-दमक के पीछे छिपे खतरों और युवाओं में जागरूकता की कमी को उजागर करती है।
- रील की चाहत में जोखिम भरा कदम
18 जून 2025 की दोपहर सहरसा के सुपर मार्केट क्षेत्र में रेलवे रैक पॉइंट पर खड़ी एक मालगाड़ी के इलेक्ट्रिक इंजन पर 24 वर्षीय शंकर करीना चढ़ गया। NDTV की 18 जून की रिपोर्ट के अनुसार, शंकर अपने दोस्तों के साथ एक सोशल मीडिया रील शूट करने की योजना बना रहा था। वीडियो में वह इंजन की छत पर चढ़कर पोज देता दिखाई दे रहा है, लेकिन जैसे ही वह हाई वोल्टेज ओवरहेड तारों के पास पहुंचा, तेज करंट ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। करंट लगने के बाद उसके शरीर में आग की लपटें भड़क उठीं, और वह इंजन पर ही बेहोश हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के समय शंकर के दोस्त वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे, लेकिन करंट लगने के बाद वे घबरा गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत रेलवे कर्मचारियों और पुलिस को सूचना दी। सहरसा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शंकर को इंजन से नीचे उतारा और उसे सहरसा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। Zee News की रिपोर्ट के अनुसार, शंकर के शरीर का 70% हिस्सा झुलस गया है, और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में शंकर को इंजन पर चढ़ते और करंट लगने के बाद आग की लपटों में घिरते देखा जा सकता है। यह दृश्य न केवल भयावह है, बल्कि यह सोशल मीडिया की रील्स के लिए जान जोखिम में डालने की प्रवृत्ति को भी उजागर करता है।
सहरसा पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। सहरसा के पुलिस अधीक्षक (SP) हिमांशु ने बताया, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम शंकर के दोस्तों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रहे हैं। रेलवे के इलेक्ट्रिक इंजन पर चढ़ना न केवल अवैध है, बल्कि जानलेवा भी है।” पुलिस ने रेलवे एक्ट और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 337 (लापरवाही से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
रेलवे प्रशासन ने भी इस घटना पर चिंता जताई। सहरसा रेलवे स्टेशन के मैनेजर ने कहा, “रेलवे परिसर में अनधिकृत प्रवेश और इंजन पर चढ़ना सख्त मना है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाएंगे।” रेलवे ने रैक पॉइंट पर गश्त बढ़ाने और जागरूकता अभियान शुरू करने की बात कही है।
- शंकर की हालत और परिवार का बयान
शंकर करीना सहरसा के सौरबाजार क्षेत्र का रहने वाला है और एक मजदूर परिवार से ताल्लुक रखता है। उनके पिता, राम करीना, ने बताया, “शंकर रील्स बनाने का शौकीन था। वह रोज अपने दोस्तों के साथ वीडियो बनाता था। हमें नहीं पता था कि वह इतना बड़ा जोखिम लेगा।” परिवार ने बताया कि शंकर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, और वह सोशल मीडिया पर लोकप्रियता हासिल कर कुछ पैसे कमाने की उम्मीद में रील्स बनाता था।
सहरसा सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि शंकर के शरीर का 70% हिस्सा झुलस गया है, और उनकी स्थिति गंभीर है। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, “हम उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी हालत नाजुक है। उन्हें जल्द ही बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा सकता है।”
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद X पर इसने खूब चर्चा बटोरी। @StarMithilaNews ने लिखा, “सहरसा में रील बनाने के लिए रेल इंजन पर चढ़ा युवक, और उसके आगे… वीडियो में देखें।” @aajtak ने इसे “रियल ज़िंदगी से ज़्यादा रील ज़रूरी?” शीर्षक के साथ कवर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “बिहार के सहरसा में एक 24 वर्षीय युवक सोशल मीडिया पर रील बनाने के लिए मालगाड़ी के इलेक्ट्रिक इंजन पर चढ़ गया। हाई वोल्टेज तार की चपेट में आकर वह बुरी तरह झुलस गया।”
कई यूजर्स ने शंकर की हालत पर दुख जताया, जबकि कुछ ने रील्स की सनक को जिम्मेदार ठहराया। @iPrakashDeep ने लिखा, “रिल बनाने के चक्कर में जिंदगी का रेल बना लिया… युवक फिलहाल जिंदा हैं और सहरसा सदर अस्पताल में इलाज चल रही हैं।” एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, “सोशल मीडिया ने युवाओं को पागल कर दिया है। रील्स के लिए जान जोखिम में डालना कहां की समझदारी है?”
कुछ यूजर्स ने प्रशासन पर भी सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, “रेलवे रैक पॉइंट पर कोई सुरक्षा क्यों नहीं थी? ऐसी जगहों पर निगरानी बढ़ानी चाहिए।” इस घटना ने सोशल मीडिया पर जागरूकता और लापरवाही के बीच एक बहस छेड़ दी।
रेलवे के इलेक्ट्रिक इंजन हाई वोल्टेज तारों से संचालित होते हैं, जिनमें 25,000 वोल्ट तक की बिजली होती है। एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने बताया, “इंजन की छत पर चढ़ना अपने आप में खतरनाक है, क्योंकि हाई वोल्टेज तारों से बिजली का आर्क (चिंगारी) कई फीट तक जा सकता है। शंकर के साथ यही हुआ होगा।” इस तरह के हादसे तुरंत दिल की धड़कन रुकने, गंभीर जलन, या मृत्यु का कारण बन सकते हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि रेलवे परिसर में बिना अनुमति प्रवेश करना और हाई वोल्टेज क्षेत्रों में स्टंट करना जानलेवा है। रेलवे ने पहले भी कई जागरूकता अभियान चलाए हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं।
यह घटना सोशल मीडिया रील्स की लोकप्रियता और इसके दुष्परिणामों को उजागर करती है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि सोशल मीडिया पर तुरंत लोकप्रियता और लाइक्स की चाहत युवाओं को खतरनाक कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है। लखनऊ के मनोचिकित्सक डॉ. भास्कर प्रसाद ने कहा, “युवा अपने आत्मसम्मान को सोशल मीडिया लाइक्स से जोड़ने लगे हैं। यह एक खतरनाक मानसिकता है, जो उन्हें जोखिम भरे काम करने के लिए उकसाती है।”
सहरसा जैसे छोटे शहरों में, जहां रोजगार के अवसर सीमित हैं, युवा सोशल मीडिया को कमाई का जरिया मानते हैं। शंकर जैसे कई युवा रील्स बनाकर यूट्यूब या इंस्टाग्राम पर लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश करते हैं। हालांकि, इस सनक में वे अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं।
रील्स बनाने के चक्कर में हादसों की यह पहली घटना नहीं है। 2024 में मेरठ में एक युवक रेलवे ट्रैक पर रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आ गया था। 2023 में दिल्ली में एक किशोर ने रील के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ने की कोशिश की और करंट से उसकी मौत हो गई। इन घटनाओं से साफ है कि सोशल मीडिया की चमक-दमक युवाओं को खतरनाक रास्ते पर ले जा रही है। सहरसा में भी पहले ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। 2024 में सौरबाजार थाना क्षेत्र में एक ऑटो ड्राइवर ने रील के लिए स्टंट किया, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। ये घटनाएं जागरूकता की कमी और लापरवाही को दर्शाती हैं।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है। पहला, सोशल मीडिया रील्स की सनक को कैसे नियंत्रित किया जाए? दूसरा, रेलवे जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कैसे बढ़ाई जाए? कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:
जागरूकता अभियान: सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को मिलकर युवाओं में जागरूकता फैलानी चाहिए कि रील्स के लिए जान जोखिम में डालना घातक है। स्कूलों और कॉलेजों में ऐसे अभियान चलाए जा सकते हैं।
रेलवे सुरक्षा: रेलवे को रैक पॉइंट और स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे, गश्त, और चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए। हाई वोल्टेज क्षेत्रों में अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए सख्ती बरती जानी चाहिए।
सोशल मीडिया नीतियां: इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स को खतरनाक स्टंट्स वाले वीडियो को तुरंत हटाने और ऐसे कंटेंट को बढ़ावा न देने की नीति अपनानी चाहिए।
मनोवैज्ञानिक सहायता: युवाओं में सोशल मीडिया की लत को कम करने के लिए काउंसलिंग और मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए।
सहरसा में शंकर करीना की यह घटना एक दुखद हादसा है, जो सोशल मीडिया की रील्स की चमक-दमक के पीछे छिपे खतरों को उजागर करती है। एक रील बनाने की चाहत ने शंकर की जिंदगी को खतरे में डाल दिया, और उनका परिवार अब अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि सोशल मीडिया की लोकप्रियता की दौड़ में जान गंवाना कोई समझदारी नहीं है।
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