Lucknow : मिशन शक्ति 5.0- उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के लिए जागरूकता अभियान
महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा से जुड़े कानूनों की जानकारी भी साझा की गई। इनमें घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पी
लखनऊ : मिशन शक्ति 5.0 के तहत उत्तर प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने पूरे प्रदेश में गांवों तक जागरूकता अभियान चलाया। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना था, ताकि वे समाज में सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन जी सकें।
नवरात्रि के अवसर पर सार्वजनिक स्थानों और बाजारों में मोबाइल वैन, कैनोपी और स्टॉल लगाए गए। इनके माध्यम से मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप सेंटर, 181 महिला हेल्पलाइन, पति की मृत्यु के बाद निराश्रित पेंशन योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। लोगों को बताया गया कि ये योजनाएं तभी सफल होंगी, जब समाज भी इनके कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाए।
महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा से जुड़े कानूनों की जानकारी भी साझा की गई। इनमें घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 2013, दहेज निषेध अधिनियम 1961, गर्भाधान पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994, किशोर न्याय अधिनियम 2015, पॉक्सो अधिनियम 2012 और बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 शामिल हैं। इनका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कानून किताबों तक सीमित न रहें, बल्कि हर घर और समुदाय तक उनकी पहुंच हो।
विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 सिर्फ योजनाओं की जानकारी देने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की एक सतत यात्रा है। इसका लक्ष्य हर महिला और बच्चे को सुरक्षित, सशक्त और आत्मविश्वास से भरा बनाना है, ताकि वे अपना भविष्य बेहतर बना सकें।
महिला कल्याण निदेशक संदीप कौर ने कहा कि यह अभियान दिखाता है कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है। मिशन शक्ति सामाजिक एकजुटता का प्रतीक बन रहा है।
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