Lucknow News: 8 साल में ग्राम्य विकास विभाग ने स्थापित किये नये प्रतिमान, विकास विभाग की तमाम योजनाओं में ग्राम्यउत्तर प्रदेश देश में टाप पर
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महात्मा गांधी नरेगा योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक मनरेगा योजना के अंतर्गत धनराशि व्यय, मानव....

मुख्यांश-
- कई योजनाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा किया गया पुरूस्कृत
- 8 साल में 234 करोड़ ज्यादा मानव दिवस किये गये सृजित ,रू 73129 करोड़ की धनराशि व्यय
- बीते 08 सालों में महिलाओं ने 87.66 करोड़ मानव दिवस सृजित किये
- 32 लाख से ज्यादा मजदूरों को मिला 100 दिन का रोजगार
- 1.26 लाख से ज्यादा दिव्यांगों को मनरेगा में मिला रोजगार
- 5.26 करोड़ परिवारों को मनरेगा में मिला रोजगार
By INA News Lucknow.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग नये प्रतिमान स्थापित करते हुए विकास की नयी ऊंचाइयों को छू रहा है।ग्राम्य विकास विभाग की तमाम योजनाओं में उत्तर प्रदेश देश में टाप पर है और कई योजनाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा पुरूस्कृत किया गया है। उत्तर प्रदेश की वर्तमान प्रदेश सरकार को 8 साल पूरे हो गए हैं। इन 8 सालों में प्रदेश में कई क्षेत्रों में बड़े बदलाव हुए हैं। प्रदेश सरकार ने इन आठ वर्षों में ग्रामीण विकास के क्षेत्र में भी कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महात्मा गांधी नरेगा योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक मनरेगा योजना के अंतर्गत धनराशि व्यय, मानव दिवस सृजन, 100 दिवस का रोजगार, अमृत सरोवर निर्माण, एरिया ऑफिसर एप के माध्यम से निरीक्षण आदि बिन्दुओं पर उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है और पहले पायदान पर खड़ा है। प्रदेश में वर्तमान सरकार के 08 साल पूरे हो गये हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में ग्रामीण विकास हेतु लगातार बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। गांवों की आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ इच्छुक नागरिकों को गांव में ही मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य एवं लाभ उपलब्ध कराकर उन आजीविका को आसान बनाया जा रहा है।
- 8 साल में 73 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च
बीते 08 वर्षों की बात करें तो मनरेगा योजना के अंतर्गत किये जाने वाले कार्यों पर वित्तीय वर्ष 2017-18 से अब तक 73,129 करोड़ से ज्यादा की धनराशि व्यय की गई है।
- 8 साल में 234 करोड़ से ज्यादा मानव दिवस सृजित
मनरेगा योजना के अंतर्गत मानव दिवस सृजन के मामले में उत्तर प्रदेश लगातार अग्रणी राज्य की भूमिका निभा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक प्रदेश में 32.89 करोड़ से ज्यादा मानव दिवस सृजित कर लिये गये हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 26 करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष 32.89 करोड़ मानव दिवस सृजन कर प्रदेश में देश में सबसे आगे है। वहीं 2017-18 से अब तक प्रदेश द्वारा 234 करोड़ से ज्यादा मानव दिवस सृजित किये गये हैं।
- मनरेगा में महिलाओं का लगा मन
महिलाओं का मन अब मनरेगा के कार्यों में तेजी से लग रहा है। इसलिए महिलाएं अब घर की चौखट पार कर काम करने के लिए बाहर निकल रहीं हैं। मनरेगा योजना के अंतर्गत महिलाओं को काम देने में प्रदेश द्वारा लगातार बेहतर प्रयास किया जा रहा है।प्रदेश में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक मनरेगा योजना के तहत कुल 32.89 करोड़ मानव दिवस सृजित हुए, जिनमें से 13 करोड़ से ज्यादा महिलाओं का योगदान है, जो लगभग 42 प्रतिशत है। महिला मेट मनरेगा में प्रबंधन और पर्यवेक्षण के लिए महिला श्रमिकों के लिए सहायक सिद्ध हो रही हैं। वर्ष 2017-18 से अब तक महिलाओं द्वारा 87.66 करोड़ से ज्यादा मानव दिवस सृजित किये गये हैं।
- लाखों परिवारों को मिलता गारंटी युक्त 100 दिन का रोजगार
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसाक उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार और वंचित वर्गों के इच्छुक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। यह योजना बेरोजगारों और रोजगार की जरूरत वाले लोगों के लिए “काम करने के अधिकार” की गारंटी देता है। एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिन का मजदूरी रोजगार प्रदान करके ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका को बढ़ाने का निरंतर प्रयास जारी है। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण परिवेश बीते कुछ सालों लगातार लाखों परिवारों को योजनांतर्गत लाखों परिवारों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी अब तक 5,70,251 परिवारों द्वारा 100 दिवस का रोजगार पूर्ण किया जा चुका है। वर्ष 2017-18 से अब तक 32 लाख से ज्यादा परिवारों को 100 दिन का रोजगार मिला है।
- दिव्यांगजनों के लिए मनरेगा वरदान
बीते 8 सालों की बात करें तो शारीरिक रूप से दिव्यांग जनों के लिए मनरेगा योजना वरदान साबित हो रही है। आंकड़े बताते हैं कि बीते इन 8 वर्षों में 1.26 लाख से ज्यादा दिव्यांग जनों को योजना के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
- लाखों परिवारों को मिल रहा रोजगार
गांवों के इच्छुक वयस्क नागरिकों को उनकी मांग के अनुरूप प्रत्येक वर्ष लाखों परिवारों को मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष 2017-18 से अब तक 5.26 करोड़ से ज्यादा ऐसे परिवार हैं, जिनकों बीते 08 वर्षों में मनरेगा योजना के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध हुआ है।
- गांवों में समृद्धि के खुले नये द्वार
भारत की आत्मा गांवों में बसती है। देश तभी समृद्ध होगा,जब गांव समृद्ध होंगे। मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध करने का काम रही है। गांवों में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत बढ़ाने एवं आधारभूत संचरना को मजबूत बनाने का प्रयास निरंतर जारी है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केन्द्र, खेल मैदान, मनरेगा पार्क, पंचायत भवन, आंतरिक गलियां में नाली, खड़ंजा, सीसीरोड, स्कूलों की बाउंड्रीवॉल, खाद्यान्न भंडारण हेतु अन्नपूर्णा भवन आदि का निर्माण कराकर गांवों की आधारभूत सुविधाओं को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्राम्य विकास विभाग की ओर से बनाई गई कार्य योजना से खेल मैदानों का निर्माण हो रहा है। बीते वर्षों से प्रदेश में लगातार खेल मैदानों का निर्माण किया जा रहा है।बात करें अगर वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 की तो इस वर्ष 5400 से ज्यादा खेल मैदानों का निर्माण किया जा चुका है जबकि 14 हजार से ज्यादा On Going कंडीशन में हैं।वर्ष 2017-18 से अब तक 21 हजार से ज्यादा खेल मैदान बनाये जा चुके हैं। ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत सरकारी जमीन पर खाद्यान भण्डारण संरचना (अन्नपूर्णा भवन) का निर्माण कार्य निरंतर जारी है। शासन से जारी दिशा निर्देशों एवं गाइडलाइन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में यह भवन मनरेगा योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे हैं। इस भवन को पूर्ति विभाग के मानकों के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसमें एक हॉल, एक प्रतीक्षालय के साथ साथ जनसेवा केंद्र संचालन की व्यवस्था की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 3965 से ज्यादा कार्य प्रारंभ कराये जा चुके हैं, जबकि इनमें से बड़ी संख्या में अन्नपूर्णा भवन बनकर तैयार भी हो चुके हैं।
आयुक्त, ग्राम्य विकास जी0एस0 प्रियदर्शी द्वारा अवगत कराया गया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की संचालित योजनाओं के माध्यम से गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने एवं गांव की आधारभूत सुविधाओं का बढ़ाने हेतु मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य कराये जा रहे हैं। योजना के अतंर्गत होने वाले कार्यों में पारदर्शिता एवं निगरानी हेतु मनरेगा लोकपाल, स्टेट क्वालिटी मॉनीटर तैनात किये गये हैं, वहीं NMMS, एरिया ऑफिसर एप व ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल से बेहतर अनुश्रवण कर कार्यों को गुणवत्तापरक बनाया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केन्द्र, खेल मैदान, मनरेगा पार्क, पंचायत भवन, आंतरिक गलियां में नाली, खड़ंजा, सीसीरोड, स्कूलों की बाउंड्रीवॉल, खाद्य भंडारण हेतु अन्नपूर्णा भवन, अमृत सरोवर, खेत तालाब आदि का निर्माण कराकर गांव व गरीबों को हर तरह से सशक्त और समृद्ध करने का प्रयास जारी है।
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