Lucknow News: UP SDMA द्वारा 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण में गैर सरकारी संगठनों (NGOs) और नागरिक समाज संगठनों (CSOs) की भूमिका' पर कार्यशाला का आयोजन
IAG-UP के संयोजक एवं सदस्य, राज्य सलाहकार समिति, यूपीएसडीएमए डॉ भानु ने उत्तर प्रदेश में लू से निपटने के लिए की गई कार्रवाइयाँ और भविष्य की रणनीति पर चर्चा में बताया कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) के ....

By INA News Lucknow.
लखनऊ: मंगलवार को को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UP SDMA) और इंटर एजेंसी ग्रुप उत्तर प्रदेश (IAG-UP) के सहयोग से 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) में गैर सरकारी संगठनों (NGOs) और नागरिक समाज संगठनों (CSOs) की भूमिका' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन प्राधिकरण के सभागार में उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी पी.वी.एस.एम. ए.वी.एस.एम. वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यशाला में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों जैसे - Sphere India, Action Aid, Save the Children (Bal Raksha Bharat), UMMEED Lucknow, AparajitaSamajik Samiti Bahraich, PurwanchalSewaSansthanDeoria, Nav Bhartiya Nari Vikas Samiti Ballia, Azad Shiksha Kendra Jaunpur ने हीट वेव के लिए आम-जनमानस हेतु किए जा रहे कार्यों एवं इस वर्ष की तैयारी और उपायों पर चर्चा किया।
कार्यशाला का उद्घाटन डॉ. कनीज़ फातिमा, परियोजना निदेशक, यूपी एसडीएमए ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए किया। अपने संबोधनमें प्राधिकरण द्वारा लू से बचाव की कार्ययोजनाओं की जानकारी एवं पिछले वर्ष राज्य एवं जनपद स्तर पर लू प्रबंधन के लिए किए गए कार्यों के बारे में बताया।डॉ. महावीर गोलेच्छा, प्रोफेसर, IIPH-गांधीनगर ने हीट एक्शन प्लान 2025 के इम्प्लिमेन्टेशन पर चर्चा किया।
डॉ. काशिफ इमदाद, सदस्य-राज्य सलाहकार समिति, यूपीएसडीएमए ने भारतीय मौसम विज्ञान के आकड़ों के आधार पर प्रदेश के सभी जनपदों के लिए तैयार किए गए हीट थ्रेशहोल्ड के बारे में बताया जिसके आधार पर जनपद स्तर पर हीट वेव की चेतावनी जारी कर न्यूनीकरण के किए कार्यवाही की जा सकती है। यूनिसेफ उत्तर प्रदेश से घनश्याम ने हीट वेव के दौरान महिला एवं बाल सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने पर जानकारी दी।
IAG-UP के संयोजक एवं सदस्य, राज्य सलाहकार समिति, यूपीएसडीएमए डॉ भानु ने उत्तर प्रदेश में लू से निपटने के लिए की गई कार्रवाइयाँ और भविष्य की रणनीति पर चर्चा में बताया कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) के लिए एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता है। कार्यशाला के समापन पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी पी.वी.एस.एम. ए.वी.एस.एम. वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त) ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह कार्यशाला विभिन्न हितधारकों को एक मंच प्रदान करेगी ताकि वे अपने अनुभव साझा कर सकें और लू से बचाव के लिए प्रभावी उपायों पर चर्चा एवं एक दूसरे के विचारों को साझा कर सकें। इसके अतिरिक्त उपाध्यक्ष द्वारा समस्त समाज सेवी संगठनों एवं गैर सरकारी संगठनों से जमीनी स्तर पर लू-प्रबंधन हेतु प्रचार-प्रसार एवं आवश्यक सहयोग प्रदान किए जाने कि अपेक्षा की गयी। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से प्रोजेक्ट एक्सपर्ट (एग्रीकल्चर) प्रियंका द्विवेदी एवं समस्त परियोजना एक्सपर्ट उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रवीन किशोर, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग) द्वारा किया गया।
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