Lucknow : एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में पशुपालन और डेयरी विभाग की भूमिका मजबूत हो- मंत्री धर्मपाल सिंह

धर्मपाल सिंह विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र की परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अंडा उत्पादन में कमी दूर करने के लिए

Oct 28, 2025 - 23:16
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Lucknow : एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में पशुपालन और डेयरी विभाग की भूमिका मजबूत हो- मंत्री धर्मपाल सिंह
Lucknow : एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में पशुपालन और डेयरी विभाग की भूमिका मजबूत हो- मंत्री धर्मपाल सिंह

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभाग की योजनाओं को जमीनी स्तर पर तेजी से लागू किया जाए। उन्होंने नंद बाबा दुग्ध मिशन के कार्यान्वयन को गति देने के निर्देश दिए।

धर्मपाल सिंह विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र की परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अंडा उत्पादन में कमी दूर करने के लिए पोल्ट्री क्लस्टर विकसित करने, नई हैचरी और पोल्ट्री फार्म लगाने के लिए निजी कंपनियों से सहयोग लेने पर जोर दिया। इससे अंडे में आत्मनिर्भरता हासिल होगी। पराग डेयरी के बेहतर प्रदर्शन की तारीफ करते हुए दूध खरीद, विपणन और बिक्री को मजबूत करने के निर्देश दिए। ब्रांड की पहचान बढ़ाने और मिड-डे मील, आईसीडीएस तथा टेक-होम राशन जैसी योजनाओं में पराग को विशेष विक्रेता बनाने पर बल दिया।मंत्री ने कहा कि राज्य भर में हरे और सूखे चारे की उपलब्धता पूरे साल बनी रहे। नेपियर रूट स्लिप उत्पादन और चारा बीज मिनीकिट योजनाओं की समीक्षा करते हुए पशुपालकों के लिए पर्याप्त चारा सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर पर तेजी लाने के निर्देश दिए। पशुओं में नस्ल सुधार को मुख्य प्राथमिकता बताते हुए उच्च गुणवत्ता वाले वीर्य की उपलब्धता और दूरस्थ क्षेत्रों में किसानों तक पहुंच सुनिश्चित करने को कहा।

बैठक में प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने चारे की बर्बादी कम करने और उपलब्धता बढ़ाने के लिए वैकल्पिक संसाधनों जैसे मटर के छिलके, मूंगफली की भूसी तथा शराब बनाने के कचरे के उपयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान कवरेज, गर्भावस्था जांच और डेटा आधारित निगरानी मजबूत करने की जरूरत बताई। ग्रामीण आजीविका सुधारने में बकरियों और सूअरों जैसे छोटे पशुओं की भूमिका पर जोर देते हुए उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए वैश्विक तकनीकों अपनाने का सुझाव दिया।

विशेष सचिव देवेंद्र पांडे ने कृत्रिम गर्भाधान बुनियादी ढांचे (डीएफएस स्टेशन, एलएन₂ केंद्र और एआई कार्यबल) को मजबूत करने, मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों से सेवाओं का विस्तार, तीसरे पक्ष के एआई प्रदाताओं से सहयोग तथा 2028 तक 3 करोड़ कृत्रिम गर्भाधान लक्ष्य के लिए लिंग-सॉर्टेड वीर्य को बढ़ावा देने की जानकारी दी। बैठक में पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और डेलॉइट के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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