Viral News: सोशल मीडिया की सनक- उत्तर प्रदेश में रील बनाने की कोशिश में युवक को ट्रेन से मिली 'सजा', वीडियो वायरल।
वायरल वीडियो में एक युवक रेलवे ट्रैक के बेहद करीब खड़ा होकर अपने मोबाइल फोन से रील रिकॉर्ड कर रहा था। वह गुजरती ट्रेन ...

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। एक युवक रेलवे ट्रैक के पास खड़े होकर रील बना रहा था, तभी गुजर रही ट्रेन की खिड़की से एक यात्री ने उसे सीने पर लात मार दी। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो तेजी से वायरल हो गया। यह घटना रील बनाने की खतरनाक प्रवृत्ति को उजागर करती है, जो न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा, बल्कि रेलवे संचालन के लिए भी खतरा बन रही है।
घटना उन्नाव जिले के कुसुंभी रेलवे स्टेशन के पास की है, जो लखनऊ-कानपुर रेल मार्ग पर स्थित है। वायरल वीडियो में एक युवक रेलवे ट्रैक के बेहद करीब खड़ा होकर अपने मोबाइल फोन से रील रिकॉर्ड कर रहा था। वह गुजरती ट्रेन को बैकग्राउंड में कैप्चर करने की कोशिश में था, ताकि वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा सके। जैसे ही ट्रेन उसके पास से गुजरी, खिड़की पर बैठे एक यात्री ने तेजी से लात मारी, जो युवक के सीने पर लगी। लात इतनी जोरदार थी कि युवक पीछे गिर गया, और उसका फोन भी हाथ से छूट गया।
वीडियो में युवक के गिरने के बाद कुछ लोग उसकी ओर दौड़ते दिखाई दे रहे हैं, जबकि ट्रेन तेजी से आगे बढ़ जाती है। यह स्पष्ट नहीं है कि युवक को गंभीर चोटें आईं या नहीं, और उसकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। वीडियो को X पर कई यूजर्स ने शेयर किया, जिसमें इसे "रील की सनक" और "खतरनाक स्टंट" के रूप में वर्णित किया गया।
- सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएँ
वायरल वीडियो ने X पर तीखी बहस छेड़ दी है। कुछ यूजर्स ने यात्री की लात को "सही सबक" बताया, उनका मानना था कि रील बनाने की लापरवाही को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाई जरूरी है। एक यूजर ने लिखा, "रेलवे ट्रैक कोई रील स्टूडियो नहीं है। ऐसे लोगों को सबक मिलना चाहिए।" वहीं, अन्य यूजर्स ने यात्री की हिंसक प्रतिक्रिया की निंदा की, यह कहते हुए कि उसने स्वयं कानून तोड़ा। एक टिप्पणी थी, "लात मारकर यात्री ने खुद को खतरे में डाला। यह गलत है।"
यह घटना रील बनाने के लिए रेलवे ट्रैक पर खतरनाक स्टंट करने की बढ़ती प्रवृत्ति को रेखांकित करती है। उत्तर प्रदेश में हाल के महीनों में ऐसी कई घटनाएँ सामने आई हैं:
उन्नाव, अप्रैल 2025: रंजीत चौरसिया नाम के एक युवक ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर रील बनाई, जिसमें वह ट्रेन के नीचे से गुजरने का स्टंट करता दिखा। वीडियो वायरल होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
लखीमपुर खीरी, सितंबर 2024: एक दंपति और उनका तीन साल का बेटा रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
बाराबंकी, अक्टूबर 2023: 14 साल का फरमान रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी जान चली गई।
रेलवे बोर्ड ने नवंबर 2024 में रेलवे ट्रैक और ट्रेनों पर रील बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे। रेलवे अधिनियम की धारा 147 (ट्रैक पर अनधिकृत प्रवेश) और धारा 145 (रेल संचालन में बाधा) के तहत ऐसे कृत्य दंडनीय हैं, जिनमें सात साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
इस घटना के बाद उन्नाव रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने रेलवे ट्रैक पर अनधिकृत गतिविधियों पर सख्त निगरानी का आदेश दिया है। उन्नाव के एक समान मामले में, इंस्पेक्टर अरविंद पांडे ने कहा था, "रेलवे ट्रैक पर स्टंट करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" इस मामले में भी रेलवे पुलिस (GRP) द्वारा युवक और लात मारने वाले यात्री दोनों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
यात्री द्वारा लात मारने की घटना ने एक नया सवाल खड़ा किया है कि क्या ऐसी हिंसक प्रतिक्रिया उचित थी। रेलवे पुलिस ने यात्रियों को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए कहा है, लेकिन स्वयं कार्रवाई करने से मना किया है।
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यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने की चाहत और इसके खतरनाक परिणामों को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि रील बनाने की सनक न केवल व्यक्तियों की जान को जोखिम में डाल रही है, बल्कि रेलवे संचालन और सार्वजनिक सुरक्षा को भी प्रभावित कर रही है। रेलवे बोर्ड ने जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है, जिसमें युवाओं को रेलवे ट्रैक और ट्रेनों को स्टंट या रील बनाने की जगह न समझने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्नाव में यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है, क्योंकि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सुरक्षा बल पहले से ही हाई अलर्ट पर हैं। पुलिस और रेलवे प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे।
उन्नाव के कुसुंभी रेलवे स्टेशन के पास रील बनाते समय एक युवक को ट्रेन के यात्री द्वारा लात मारे जाने की घटना ने सोशल मीडिया की खतरनाक सनक को फिर से सामने ला दिया है। यह वीडियो न केवल व्यक्तिगत लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि रेलवे सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी के सवाल भी उठाता है। उत्तर प्रदेश में बढ़ी सुरक्षा सतर्कता के बीच, यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि रील बनाने की प्रवृत्ति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएँ। जनता से अपील है कि रेलवे ट्रैक को खतरनाक स्टंट की जगह न समझें, क्योंकि यह उनकी और दूसरों की जान को खतरे में डाल सकता है।
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