Hardoi: शरद ऋतु में बोया गए गन्ने की वृद्धि 20 से 30 प्रतिशत अधिक - गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता
INA News Hardoi.
वर्तमान में कृषि कार्य के लिए श्रमिक भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। शरद ऋतु में बोया गया गन्ना की वृद्धि 20 से 30 प्रतिशत अधिक होती है। शरदकालीन गन्ना में प्राकृतिक आपदाओं जैसे जलभराव, सूखा को सहन करने की क्षमता भी अधिक होती है। इस गन्ने को बसंत काल में बोये गए गन्ने से पहले तौल पर्ची जारी की जाती हैं। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि अच्छी उपज लेने के लिए गन्ना रोग रहित प्लाटों से गन्ना बीज लेकर बोया जाए। बीज को 12 घंटा उपचारित करने के बाद ही बुवाई करें। यह बात जिला गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता ने कही। उन्होने कहा कि किसान गन्ना की फसल के साथ सह फसलें भी उगा कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
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सुरक्षित, निश्चित आय, बहुवर्षीय व अधिक मुनाफा देने वाली गन्ने की शरदकालीन बोआई का समय शुरू हो गया है। कृषि विशेषज्ञों ने मौसम की अनुकूलता को देखते हुए शरदकालीन बोआई शुरू करने की सलाह उन्होंने दी है। डीसीएम श्रीराम ग्रुप के इकाई प्रमुख प्रदीप त्यागी ने बताया कि शरदकालीन गन्ना बोवाई करने वाले किसानों को शुगर मिल प्रति हेक्टेयर पांच बैग मृदा कल्प शतप्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करवाएगा। इसका उपयोग खेतों को उपजाऊ बनाएगा। गन्ना किसान अधिक आय के लिए गन्ना शरदकालीन बोआई के साथ आलू, मटर, सरसों एवं सब्जियों की सह फसल ले सकते हैं। सह फसल को दी जाने वाली खाद-पानी गन्ने की फसल को और पोषण देगी।
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