Sitapur: निरर्थक साबित हो रहे पुलिस और मीडिया ग्रुप, कोतवाली पुलिस कभी नही साझा करती कोई जानकारी
कोतवाली के सीयूजी नम्बर पर संचालित थाना मिश्रित नमक सोशल मीडिया ग्रुप पर क्षेत्र में घटित अपराधिक घटनाओं की कोई जानकारी पत्रकारों से साझा नहीं की जाती है ।
Mishrikh Sitapur News INA.
प्रदेश सरकार द्वारा हर कार्य आनलाइन करके सोशल मीडिया ग्रुपों को जहां बढ़ावा दिया जा रहा है । वहीं मिश्रित कोतवाली पुलिस द्वारा व्हाट्सएप पर बनाया गया पुलिस मीडिया ग्रुप क्षेत्रीय पत्रकारों के लिए पूरी तरह निरर्थक साबित हो रहा है । आपको बता दें कि मिश्रित पुलिस द्वारा अपनी खामियों को छुपाने के लिए मीडिया बांधुओ को इग्नोर करने का कार्य किया जा रहा है । कोतवाली मिश्रित में तैनात योगेश उपाध्याय नामक एक मुंशी और थाना मिश्रित के सीयूजी नंबर पर संचालित मीडिया ग्रुप पीएस मिश्रित व डीवीपी एसटीपी एवं थाना मिश्रित आदि में पांच ग्रुप एडमिन है । तथा कोतवाली के सीयूजी नम्बर पर संचालित थाना मिश्रित नमक सोशल मीडिया ग्रुप पर क्षेत्र में घटित अपराधिक घटनाओं की कोई जानकारी पत्रकारों से साझा नहीं की जाती है । मजेदार बात तो यह है । कि पुलिस और मीडिया के मध्य संचालित इन ग्रुपों के ग्रुप एडमिनों द्वारा क्षेत्र के ऐसे लोगों को शामिल किया गया है । जो अधिकतर पुलिस के लिए दलाली का कार्य करते हैं ।
गौरतलब बात तो यह भी है । कि पुलिस और मीडिया कर्मियों के ताल मेल और वार्ता को मजबूत करने के लिए संचालित इन व्हाट्सएप ग्रुपों का महत्व नहीं रह गया है । सीयूजी नंबर पर काल करके विभिन्न प्रकार की घटनाओं आदि के विषय में पत्रकारों द्वारा जानकारी किए जाने पर अटांय , सटांय जवाब देकर गुमराह कर दिया जाता है । गौरतलब तो यह है । कि प्रदेश से लेकर जनपद तक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी थाना अध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश है । कि क्षेत्र में होने वाली विभिन्न प्रकार की अपराधिक गतिविधियों के विषय में पत्रकारों से जानकारी साझा की जाय । लेकिन मिश्रित पुलिस ऐसा कोई कार्य नहीं कर रही है । यहां की कोतवाली पुलिस द्वारा अन्य गतिविधियों मीटिंग और बैठकों की तो बात ही बहुत दूर है । होने वाली गठित पीस कमेटी की बैठक तक की सूचना पत्रकारों को उपलब्ध नहीं कराई जाती है । जिसका जीता जागता उदाहरण आज दिनांक 1 अक्टूबर को मिश्रित कोतवाली पर हुई पीस कमेटी बैठक की सूचना जहां पत्रकारों को नहीं दी गई । वहीं कुछ मुंह लगे प्रधानों , पूर्व प्रधानों के अतिरिक्त तहसील में आने वाले वादकारियों और आटो चालकों सहित होटल संचालकों को बुलाकर संख्या बल दिखाते हुए लिखा पढ़ी में औपचारिकता पूरी कर ली गई है । जिसकी तरफ जिला पुलिस प्रमुख सहित प्रदेश शासन और प्रदेश पुलिस मुखिया को गंभीरता से पहल करने की आवश्यकता है । ताकि पुलिस और पत्रकारों के मध्य आपसी तालमेल व संबंध कायम रह सकें ।
रिपोर्ट: संदीप चौरसिया INA NEWS ब्यूरो sitapur
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