Bajpur : महोली जंगल से लकड़ी की जा रही तस्करी
बताया कि उसने डंपर को रोक लिया और लकड़ी तस्करों को लकड़ी चोरी करने से रोका। ज्ञान सिंह का आरोप है कि ऐसा करने से, पहले तो उसके साथ तस्करों ने मारपीट की फिर उसके बाद व
ब्यूरो चीफ: आमिर हुसैन
बाजपुर। महोला जंगल से लकड़ी तस्करों द्वारा खैर और सागौन की लकड़ी भरकर डंपर में ऊपर से आम और सैमल की लकड़ी भर कर लेकर वन चौकी के गेट से ले जा रहे थे तस्करो रोकने को लेकर जमकर हुआ हंगामा हुई मारपीट। यहां बताते चलें गांव महोली जंगल में निवासी ज्ञान सिंह वन विभाग की पड़किया चौकी में प्लांटेशन वाचर हैं। ज्ञान सिंह ने आरोप लगाया है कि बुधवार की रात करीब 9 बजे जब वह अपनी ड्यूटी समाप्त करने के बाद महोली जंगल आया तो वहां पर एक डंपर भरकर जंगल से लकड़ी तस्करी हो रही थी।
बताया कि उसने डंपर को रोक लिया और लकड़ी तस्करों को लकड़ी चोरी करने से रोका। ज्ञान सिंह का आरोप है कि ऐसा करने से, पहले तो उसके साथ तस्करों ने मारपीट की फिर उसके बाद वहां पहुचे तराई केंद्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर के एसओजी प्रभारी कैलाश चंद तिवारी ने तस्करों के वाहन को वहां से निकलवा दिया और फिर आवाज उठाने पर वाचर के साथ चौकी में मारपीट की। ज्ञान सिंह ने ये भी आरोप लगाया कि एसओजी प्रभारी ने उसके सिर पर रिवाल्वर भी तानी और दोबारा आवाज उठाने पर किसी झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।
ज्ञान सिंह ने इसकी शिकायत बरहैनी पुलिस चौकी और वन विभाग के उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है। वहीं एसओजी प्रभारी कैलाश चंद तिवारी ने अपने उपर लगाये ज्ञान सिंह के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उन्हें रात सूचना मिली कि ज्ञान सिंह नशे ही हालत में हंगामा कर रहा है और महिला वनकर्मियों से अभद्रता कर रहा है जिसके बाद पहले उन्होंने अपने कर्मचारी को भेजा जिसके बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ तो वह खुद गये और उन्होंने ज्ञान सिंह डांटते हुए शांत कराया था।
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