Deoband : देवबंद में मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर की भूमि पर कब्जे का आरोप, जन जागृति सेना ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
संगठन के राष्ट्रीय प्रमुख अधिवक्ता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने ज्ञापन में बताया कि मंदिर में ध्यानू भगत का उपवन और समाधि सैकड़ों वर्ष
देवबंद। अखिल भारतीय जन जागृति सेना के पदाधिकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर की भूमि पर कुछ लोगों के अवैध कब्जे का आरोप लगाया है। संगठन का दावा है कि मंदिर से जुड़ी जमीन पर कॉलोनी काटने की कोशिश हो रही है।
संगठन के राष्ट्रीय प्रमुख अधिवक्ता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने ज्ञापन में बताया कि मंदिर में ध्यानू भगत का उपवन और समाधि सैकड़ों वर्ष पुरानी है। यह भूमि पूरी तरह धार्मिक स्थल की है। आरोप है कि मंदिर की देखभाल करने वाले कुछ लोग राजस्व कर्मचारियों से मिलकर खेवट में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं, जबकि उनका कोई अधिकार नहीं है। अब ये लोग धार्मिक स्थल पर कॉलोनी काटकर प्लॉट बेचने की तैयारी कर रहे हैं।
पदाधिकारियों ने एसडीएम से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर प्रशासन समय पर कदम नहीं उठाता तो हिंदू समाज खुद इसे रोकने को मजबूर होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में संजय कुमार, हरिओम सिंह, राजेश शर्मा, सियाराम, शशिकुमार आदि शामिल रहे।
मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर सहारनपुर जिले के देवबंद में स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। मार्कंडेय पुराण जैसे ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है। मंदिर करीब 34 बीघा भूमि पर फैला है, जो कभी घने वन क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। यह स्थान नवविवाहित महिलाओं और बच्चों की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। हाल ही में मंदिर के आसपास मीट की दुकान हटाने और अन्य भूमि विवादों के मामले भी सामने आ चुके हैं, जहां स्थानीय संगठनों ने प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की थी।
प्रशासन ने बताया कि ज्ञापन प्राप्त होने पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। राजस्व रिकॉर्ड सत्यापित कर उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बनी रहे।
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