मौलाना शहाबुद्दीन के बयान पर धीरेंद्र शास्त्री ने किया पलटवार, बोले- 'कुंभ की जमीन किसी के अब्बा की नहीं हमारे बब्बा की है'
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मौलाना शहाबुद्दीन बरेली के बयान पर पलट बार करते हुए कहा कि यह जमीन उनके अब्बा की नहीं हमारे बब्बा की है....

धीरेंद्र शास्त्री हमेशा से हिंदुओं को जगाने की बात करते रहे हैं और हिंदुओं को लेकर यात्रा भी निकल चुके हैं। उनके ज्यादातर बयान हिंदुओं की समर्थन में आते रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि वह हिंदू विरोधियों पर निशाना साधने का काम करते हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में भागवत कथा में शिरकत करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कुंभ की जमीन किसी के अब्बा की नहीं बल्कि हमारे बब्बा की है। कुछ दिन पहले कुंभ मेले की तैयारियों के दौरान इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा था कि महाकुंभ के मेले में जमीन के जिस हिस्से पर तंबू अखाड़े लगाए हैं, मेला लगा रहे हैं वो वफ्फ की जमीन है। वहां के मुसलमानों की है। उनके इस बयान पर हिंदूवादी नेताओं ने पलटवार भी किया था।
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- मौलाना शहाबुद्दीन को धीरेन्द्र शास्त्री ने दिया जवाब
बाबा बागेश्वर के पंडित दिनेश शास्त्री ने भागवत कथा में कहा था कि एक भाई साहब ने बयान दिया था जिसमें कहा था कि यह जो कुंभ का मेला लगाया जा रहा है यह वक़्फ़ की जमीन है। इस पर बयान दिया कि यह उनके अब्बा की नहीं हमारे बब्बा की जमीन है। क्योंकि इस्लाम धर्म का प्रारंभ भारत से नहीं हुआ, अरब से हुआ और भारत गोपाल की भूमि है। यहां तो सब गोविंद जी का है। हमने तो दी है जमीन तुम्हारे पास जो जमीन है, वह भी हमने दी है। धीरेंद्र शास्त्री ने सनातन धर्म की खासियत को बताने का काम किया और बताया कि "सनातन धर्म जैसा कोई दूसरा धर्म नहीं है। वसुदेव कुटुंबकम कि परंपरा कहीं और नहीं है। सनातन एकमात्र ऐसा धर्म है, जो पूरी दुनिया को अपना परिवार मानकर जीता है।
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