Hardoi News: हरदोई में ऑपरेशन सिंदूर की जीत का जश्न, शाहाबाद में तिरंगा यात्रा के साथ सेना को सलाम
ग्रामीण मंडल की तिरंगा यात्रा सुबह 9 बजे मुरीदापुर गांव से शुरू होकर एबी सिंह डिग्री कॉलेज तक पहुंची। इस यात्रा का नेतृत्व मंडल अध्यक्ष मनोज राजपूत ने किया, और ब्लॉक प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा मुख्य...
By INA News Hardoi.
शाहाबाद- हरदोई: भारतीय सेना की ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर ऐतिहासिक जीत के सम्मान में 22 मई 2025 को हरदोई के शाहाबाद में दो भव्य तिरंगा यात्राएं निकाली गईं। यह यात्राएं ग्रामीण मंडल के मुरीदापुर गांव और शाहाबाद नगर के अल्हापुर में आयोजित की गईं, जिनमें सैकड़ों ग्रामीणों और भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यह आयोजन भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य को श्रद्धांजलि देने का एक प्रतीक था, जिसने 7 मई 2025 को शुरू हुए ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था।
ग्रामीण मंडल में तिरंगा यात्रा
ग्रामीण मंडल की तिरंगा यात्रा सुबह 9 बजे मुरीदापुर गांव से शुरू होकर एबी सिंह डिग्री कॉलेज तक पहुंची। इस यात्रा का नेतृत्व मंडल अध्यक्ष मनोज राजपूत ने किया, और ब्लॉक प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मिश्रा ने कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा, "यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारता है। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को चारों खाने चित्त कर दिया। यह हमारी सेना का पराक्रम है, जिसके सम्मान में हम यह तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।
शाहाबाद नगर में दूसरी तिरंगा यात्रा
दूसरी ओर, शाहाबाद नगर के अल्हापुर में जिला महामंत्री सत्येंद्र राजपूत के नेतृत्व में एक और तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में भी बड़ी संख्या में BJP कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यकर्ताओं ने तिरंगे लहराते हुए भारतीय सेना की वीरता और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव मनाया। इस आयोजन ने शाहाबाद नगर में देशभक्ति की भावना को और प्रज्वलित किया।
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 24 भारतीय पर्यटक, एक नेपाली पर्यटक, और एक स्थानीय घोड़ा चालक मारे गए थे। इस हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर सटीक हमले किए। 22 मिनट में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिसमें कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे "नया भारत" और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक बताया। उन्होंने राजस्थान में अपने संबोधन में कहा, "जब सिंदूर बारूद बन जाता है, तो दुश्मनों के ठिकाने मिट्टी में मिल जाते हैं।" हरदोई की तिरंगा यात्राएं इसी भावना का उत्सव थीं, जो सेना की वीरता और देश की एकता को समर्पित थीं।
इन तिरंगा यात्राओं ने हरदोई के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ाया। स्थानीय लोगों ने सेना के सम्मान में एकजुट होकर यह संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ है। यात्रा में शामिल युवाओं और ग्रामीणों ने इसे देशभक्ति और एकता का प्रतीक बताया। हालांकि, कुछ विपक्षी नेताओं ने इन यात्राओं को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया, लेकिन BJP नेताओं ने स्पष्ट किया कि यह आयोजन केवल सेना के सम्मान और राष्ट्रीय एकता के लिए था।
यात्रा में "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" के नारे गूंजे, जिससे माहौल देशभक्ति से सराबोर हो गया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा, मनोज राजपूत, देवेंद्र राजपूत, शिवनारायण द्विवेदी, नीरज राठौर, त्रिलोकी नाथ अग्निहोत्री, और समस्त ग्रामीण मंडल की टीम के साथ सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।
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