Lucknow News: उ.प्र. रेरा ने 18 नयी परियोजनाओं का पंजीकरण किया, 8 परियोजनाओं का पंजीकरण विस्तार किया
रेरा (RERA) के सामने 29 नयी परियोजनाओं के पंजीकरण तथा 8 पंजीकरण विस्तार के मामले थे। सम्बन्धित प्रोमोटर्स को भी सुनवाई के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लिंक से जोड़ा गया था। उ.प्र. रेरा ...
By INA News Lucknow.
लखनऊ/गौतमबुद्धनगरः उ.प्र. रेरा (RERA) की 166वीं बैठक में 18 नयी परियोजनाओं को पंजीकृत किया गया। इनमें से 10 परियोजनाएं एन.सी.आर. में हैं और सबसे अधिक 6 परियोजनाएं गौतमबुद्धनगर में हैं। उ.प्र. रेरा (RERA) ने परियोजनाओं के पंजीकरण विस्तार के सभी 8 मामलों में पंजीकरण विस्तार प्रदान किया। नयी पंजीकृत परियोजनाओं में रू. 3110 करोड़ का निवेश आएगा तथा 4774 आवासों/दुकानों का निर्माण होगा। पंजीकरण विस्तार से 4946 इकाईयों का निर्माण कार्य पूरा होगा तथा आवंटियों को उनके आवास प्राप्त होंगे।
विस्तार के 3 मामले अभिताभ कान्त कमेटी की संस्तुतियों से आच्छादित है। इनमें 2478 इकाइयों का निर्माण पूरा होगा। उ.प्र. रेरा (RERA) की 166वीं बैठक 19 तथा 20 मार्च, 2025 को संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में नयी परियोजनाओं के पंजीकरण तथा पुरानी परियोजनाओं के पंजीकरण विस्तार के मामलों का निर्णय किया गया।
रेरा (RERA) के सामने 29 नयी परियोजनाओं के पंजीकरण तथा 8 पंजीकरण विस्तार के मामले थे। सम्बन्धित प्रोमोटर्स को भी सुनवाई के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लिंक से जोड़ा गया था। उ.प्र. रेरा (RERA) द्वारा 18 नयी परियोजनाओं के पंजीकरण के आवेदन स्वीकार किये गये। इनमें से सबसे अधिक 6 परियोजनाएं गौतमबुद्धनगर में हैं।
इन परियोजनाओं में कुल 3110 करोड़ रूपये का निवेश आएगा तथा 4774 नयी इकाईयों का निर्माण होगा। ध्यान देने योग्य है कि सबसे अधिक निवेश जनपद गौतमबुद्धनगर में आएगा। कुल निवेश का लगभग 76 प्रतिशत अर्थात रू. 2355 करोड़ गौतमबुद्धनगर में आएगा और कुल इकाईयों में से लगभग 78 प्रतिशत अर्थात 3722 इकाईयों का निर्माण भी जनपद गौतमबुद्धनगर में होगा। इसके अतिरिक्त लखनऊ में 2, गाजियाबाद में 2 आयोध्या में 2, मथुरा में 2, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, हापुड़ तथा झांसी में 1-1 परियोजनाओं का विकास होगा।
रेरा (RERA) द्वारा एक पंजीकरण आवेदन अस्वीकार किया गया तथा 10 परियोजनाओं के पंजीकरण आवेदनों में कमियां होने के कारण सम्बन्धित प्रोमोटर्स को सुधार का अवसर दिया गया। इन मामलों को अगली बैठक में रखा जाएगा। पंजीकरण विस्तार के सभी 8 मामलों को स्वीकार कर लिया गया। ये सभी मामले गौतमबुद्धनगर के हैं। अब इन 8 परियोजनाओं के पूर्ण होने का रास्ता साफ हो गया है। इन परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने पर 4946 आवंटियों को उनके आवास प्राप्त हो सकेंगे।
ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि इनमें 3 परियोजनाएं अभिताभ कान्त कमेटी की संस्तुतियों के आधार पर उ.प्र. सरकार के निर्णय से आच्छादित हैं जिसके अनुसार सम्बन्धित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एक सह - विकासकर्ता को भी जोड़ा गया है। इन 3 परियोजनाओं में 2478 इकाईयां हैं जिससे इस निर्णय की महत्ता को समझा जा सकता है। संजय भूसरेड्डी अध्यक्ष उ.प्र. रेरा (RERA) द्वारा निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया गया कि उनका प्रयास है कि परियोजना के पंजीकरण के समय सभी अभिलेख और सूचनाएं रेरा (RERA) कानून के हिसाब से पूर्ण करा ली जाएं जिससे घर खरीदारों को सही जानकारी प्राप्त हो और परियोजनाओं के अबाध रूप से पूरा होने का रास्ता भी साफ हो।
यह देखा गया है कि अधिकांश प्रोमोटर्स पंजीकरण आवेदन को ठीक से नहीं भरते हैं और कमियों को ठीक कराने के लिए उन्हें बार-बार निर्देश देने पड़ते हैं। उ.प्र. रेरा (RERA) द्वारा अब यह निर्णय लिया गया है कि प्रोमोटर्स और उनके सम्बन्धित कर्मियों को रेरा (RERA) के लखनऊ मुख्यालय बुलाकर परियोजना के पंजीकरण हेतु रेरा (RERA) पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भरने के सम्बन्ध में अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाए। इसके साथ ही प्रोमोटर या उनके सम्बन्धित कार्मिक रेरा (RERA) हेल्पडेस्क से सम्पर्क करके परियोजना के पंजीकरण या पंजीकरण विस्तार आवेदन को सही रीति से भरने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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