Maha Kumbh 2025: अमेरिका, रूस, यूक्रेन, बांग्लादेश समेत 73 देशों के राजनयिक संगम में लगाएंगे डुबकी
Maha Kumbh नगर के डीएम (मेलाधिकारी) विजय किरण आनंद ने पुष्टि की कि एक फरवरी को 73 देशों से राजनयिक Maha Kumbh का महात्म्य देखने आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने UP के मुख्य सचिव ..
सार-
- UP का डंका सात समंदर पार, धरती के कोने कोने से लोग Maha Kumbh देखने को बेकरार
- Maha Kumbh बना संपूर्ण विश्व का आध्यात्मिक केंद्र, विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों का गंगा किनारे होने जा रहा समागम
- एक फरवरी को राजदूतों समेत 116 विशिष्ट अतिथि आ रहे Maha Kumbh का महात्म्य देखने
- विदेश मंत्रालय ने UP के मुख्य सचिव को लिखा पत्र, कहा- दुनियाभर के राजनयिक करना चाहते हैं बड़े हनुमान जी और अक्षयवट के दर्शन
By INA News Maha Kumbh Nagar.
Maha Kumbh Nagar संपूर्ण विश्व का आध्यात्मिक केंद्र बन गया है। 73 देशों के राजनयिक पहली बार यहां संगम में स्नान करने जा रहे हैं। परस्पर धुर विरोधी माने जाने वाले देशों रूस और यूक्रेन के राजदूत भी इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होंगे। यह वैश्विक आयोजन गंगा किनारे भिन्न-भिन्न संस्कृतियों और विचारधाराओं के बीच एक अनोखे सामंजस्य का संदेश देगा। यहां अमेरिका और बांग्लादेश के भी राजनयिक अमृतकाल के गवाह बनेंगे। इस महाआयोजन के जरिए सात समंदर पार तक UP का डंका बज रहा है। इसीलिए धरती के कोने-कोने से लोग Maha Kumbh देखने के लिए बेकरार हैं। विदेशों से यहां आ रहे श्रद्धालुओं के अनुसार धरती के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के मुख्य आयोजक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय दुनिया के सभी शक्तिशाली देशों की दृष्टि में प्रमुख नायक बन गए हैं।
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इन देशों से पहुंच रहे मेहमान
Maha Kumbh नगर के डीएम (मेलाधिकारी) विजय किरण आनंद ने पुष्टि की कि एक फरवरी को 73 देशों से राजनयिक Maha Kumbh का महात्म्य देखने आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने UP के मुख्य सचिव को इसके लिए पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा है कि दुनियाभर के राजनयिक Maha Kumbh Nagar में बड़े हनुमान जी और अक्षयवट के दर्शन करना चाहते हैं। जिन देशों के राजनयिक आ रहे हैं, उनमें जापान, अमेरिका, रूस, यूक्रेन बांग्लादेश, जर्मनी के साथ ही आर्मेनिया स्लोवेनिया, हंगरी, बेलारूस, सेशल्स, मंगोलिया, कजाकिस्तान ऑस्ट्रिया, पेरु, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, अलसल्वाडोर, चेक रिपब्लिक, बुल्गारिया, जॉर्डन, जमैका, इरिट्रिया, फिनलैंड, ट्यूनीशिया, फ्रांस, एस्टोनिया, ब्राजील, सूरीनाम, जिंबॉब्वे, मलेशिया, माल्टा, भूटान, लेसोथो, स्लोवॉक, न्यूजीलैंड, कंबोडिया, किरगिज, चिली, साइप्रस, क्यूबा, नेपाल, रोमानिया, वेनेजुएला, अंगोला, गुयाना, फिजी, कोलंबिया, सीरिया, गिनी, म्यांमार, सोमालिया, इटली, बोत्सवाना, परागुआ, आईसलैंड, लातविया, नीदरलैंड, कैमरून, कनाडा, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, थाईलैंड, पोलैंड, बोलिविया शामिल हैं।
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स्नान के साथ करेंगे आध्यात्मिक भ्रमण
ये सभी विदेशी राजनयिक नाव के जरिए संगम नोज पहुंचेंगे और पवित्र स्नान करेंगे। यहां से वे अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन करने जाएंगे। इसके बाद डिजिटल Maha Kumbh एक्सपीरियंस सेंटर के माध्यम से आधुनिक तकनीक के जरिए Maha Kumbh की गहराई को समझेंगे।
प्रदर्शनियों और सांस्कृतिक भ्रमण भी करेंगे, जिसमें UP स्टेट पवेलियन, अखाड़े, यमुना कॉम्प्लेक्स, अशोक स्तंभ और अन्य स्थलों का अवलोकन करेंगे।
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Maha Kumbh बना संपूर्ण विश्व का केंद्र
73 देशों के प्रतिनिधि भारत की संस्कृति, आध्यात्मिकता और धर्मनिरपेक्षता का अनुभव करेंगे। यह आयोजन विश्व को भारत की समृद्ध परंपराओं और योग, ध्यान तथा आध्यात्मिकता का परिचय देगा। विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी इस आयोजन को सुचारू बनाने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। विदेशी राजनयिकों के लिए बमरौली हवाई अड्डे पर विशेष वीआईपी लाउंज में नाश्ते का इंतजाम किया गया है।
इसके साथ ही टूर गाइड की व्यवस्था भी की गई है। गृह मंत्रालय के 140 कर्मचारियों के लिए नावों का विशेष इंतजाम किया गया है।
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CM Yogi के प्रयास से दुनिया भागी चली आ रही UP
इस Maha Kumbh के जरिए भारत ने विश्व को एकता, शांति और सहयोग का संदेश दिया है। Maha Kumbh के दिव्य, भव्य आयोजन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस प्रकार से एक विजन के तहत साकार किया है, उसे लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चा होने लगी है। देश ही नहीं विदेश के श्रद्धालुओं का भी यही कहना है कि Maha Kumbh के जरिए CM Yogi ने उत्तर प्रदेश का डंका सात समंदर पार तक बजाया है। विश्व के हर कोने से लोग इस आयोजन को देखने के लिए प्रयागराज की ओर रुख कर रहे हैं।
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