Hardoi News: आम व गन्नें मे लगने वाले कीटों से समय रहते करे बचाव -विनीत कुमार
जिला कृषि रक्षा अधिकारी विनीत कुमार ने जनपद के समस्त किसान भाईयों को सूचित किया है कि वर्तमान समय मे आम के बाग ...
Hardoi News: जिला कृषि रक्षा अधिकारी विनीत कुमार ने जनपद के समस्त किसान भाईयों को सूचित किया है कि वर्तमान समय मे आम के बाग तथा गन्ना की फसल मे मौसम में बदलाव के कारण कीट का प्रकोप दिखायी दे रहा है, जिसका उपचार/बचाव करना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस समय आम के बाग मे मैंगो मिलीबग का प्रकोप दिखायी दे रहा है। यह कीट माह अप्रैल में सफेद चपटी मोटी अण्डाकार तथा पंखहीन होती है। इस कीट के अधिक प्रकोप से फल गिर जाते है। मादा कीट अप्रैल मई मे पौधे से उतर कर जमीन मे लगभग 15 सेमी० तक थाले मे अण्डे देती है।
दिसम्बर जनवरी मे अण्डों से शिशु निकलते है, जो पौधों के ऊपर धीरे-धीरे रंगकर चढते है। इसकी रोकथाम हेतु क्यूनालफास 25 प्रति०ई०सी० 2-3 एम०एल०/ली० पानी के हिसाब से स्प्रे करना चाहिये। मई, जून मे बाग खुदाई करनी चाहिये ताकि अण्डे ऊपर आकर तेज धूप मे नष्ट हो सके। दिसम्बर के प्रथम सप्ताह तक थालों की गुडाई कराकर मैलाथियान 5 प्रति० धूल 150-200 ग्राम प्रति थाला के हिसाब से मिला देना चाहिये। इसी तरह गन्नें मे इस समय इस फसल में अंकुर बेधक का प्रकोप देखने को मिल रहा है, यह गन्ने के किल्लों को प्रभावित करने वाला प्रमुख कीट है। इस कीट का प्रकोप मार्च से जून तक अधिक रहता है।
प्रभावित पौधे के किल्ले सूख कर गोभ का आकार ले लेते है। इनको खिचने पर आसानी से निकल आते है। इसकी रोकथाम हेतु क्लोरोपाइरीफास 20 प्रति० ई०सी० 1.5-2 ली०/हे0 800-1000 पानी मे घोलकर हजारे द्वारा पेडों के ऊपर स्प्रे करना चाहिये। अथवा कार्बाेफ्यूरान 3 प्रति० सी०जी० 20-25 किग्रा०/हे० की दर से बुवाई के समय कूडों मे गन्ने के ऊपर डालकर ढकाई कर देना चाहिये।
What's Your Reaction?