श्रीलंका की यात्रा करेंगे अभिषेक नायर, रयान टेन डोशेट, गंभीर के कोचिंग स्टाफ के रूप में लेंगे हिस्सा।

भारतीय टीम को गौतम गंभीर के रूप में एक नया हेड कोच मिल गया है । गौतम गंभीर ने भारतीय टीम का हेड कोच बनते ही सपोर्टिंग स्टाफ को भी अपने हिसाब से भारतीय टीम में रखा है। अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट गौतम गंभीर के सहयोगी स्टाफ के तौर पर श्रीलंका जाने वाले हैं। बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है, लेकिन नायर और टेन डोशेट श्रीलंका के खिलाफ व्हाइट-बॉल सीरीज के लिए कोलंबो जाने वाले हैं। भारतीय टीम सोमवार (22 जुलाई) दोपहर को मुंबई से कोलंबो जाने वाली फ्लाइट में सवार होने वाली है। नायर गंभीर और भारतीय टीम के बाकी सदस्यों के साथ फ्लाइट में सवार होने वाले हैं। जहां तक टेन डोशेट का सवाल है, उनके कोलंबो में सीधे टीम से जुड़ने की संभावना है।
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गंभीर नायर और टेन डोशेट तीनों थे केकेआर का हिस्सा
नायर और टेन डोशेट दोनों ही कोलकाता नाइट राइडर्स में कोचिंग सेट-अप का हिस्सा थे, जहाँ गौतम गंभीर मेंटर थे। नीदरलैंड के पूर्व ऑलराउंडर ने केकेआर में खिलाड़ी के रूप में गंभीर के साथ ड्रेसिंग रूम भी साझा किया था। दिलचस्प बात यह है कि टेन डोशेट केकेआर के फील्डिंग कोच थे, लेकिन वह और नायर टीम इंडिया के साथ श्रीलंका दौरे पर सहायक कोच के रूप में यात्रा कर सकते हैं। रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया के पास कोई आधिकारिक सहायक कोच नहीं था। अगर ऐसा होता है, तो यह भारतीय क्रिकेट में दो सहायक कोचों की पहली नियुक्ति होगी।
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केकेआर के लिए सपोर्टिंग स्टाफ भी है चिंता का विषय
केकेआर के पास अगले साल की मेगा नीलामी से पहले अपने सपोर्ट स्टाफ में केवल हेड कोच चंद्रकांत पंडित और बॉलिंग कोच भरत अरुण ही बचे हैं। गंभीर, पंडित, नायर, टेन डोशेट और अरुण के संयोजन ने केकेआर के लिए कमाल कर दिया था क्योंकि खिलाड़ी कोचिंग स्टाफ से बेहद खुश थे। इसका नतीजा यह हुआ कि कोलकाता की इस फ्रेंचाइजी ने 10 साल बाद आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की। वहीं टी दिलीप फील्डिंग कोच बने रहेंगे।
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फील्डिंग कोच का पद टी दिलीप के पास ही रहने की संभावना है। वह सोमवार को टीम के साथ यात्रा भी करेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स ने पहले बताया था कि बोर्ड दिलीप के प्रदर्शन से बहुत खुश है और चाहता है कि वह फील्डिंग कोच के पद पर बने रहें। गंभीर ने इस कदम का स्वागत किया। वह राहुल द्रविड़ के कोचिंग स्टाफ के एकमात्र सदस्य हैं जिन्हें दूसरा कार्यकाल मिला है। पिछले कोचिंग स्टाफ के किसी सदस्य का अगले मुख्य कोच के साथ बने रहना कोई नई बात नहीं है। विक्रम राठौर 2019 वनडे विश्व कप के बाद संजय बांगर की जगह रवि शास्त्री की कोचिंग टीम में शामिल हुए और बल्लेबाजी कोच के रूप में द्रविड़ के कार्यकाल तक बने रहे।
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अभी नहीं हुई है गेंदबाजी कोच के नाम का घोषणा
गेंदबाजी कोच के बारे में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल का समर्थन किया है। बीसीसीआई ने लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाजी कोच से भी संपर्क किया है, जो इस समय ऑस्ट्रेलिया में हैं, लेकिन अभी तक डील फाइनल नहीं हुई है। ऑस्ट्रेलिया और एनसीए के जाने-माने पूर्व कोच ट्रॉय कूली को श्रीलंका में गेंदबाजी कोच के तौर पर भेजा जा सकता है।
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