हरदोई न्यूज़: अग्नि पीड़ितों की मदद में सबसे आगे आया रेडक्रास सोसाइटी।

सभापति ने सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन को सबसे पहले भेजा, व्यक्तिगत खाद्य सामग्री भी बंटवाई
हरदोई। मानवीय संवेदनाओं को आत्मसात कर मानवमात्र के कल्याणार्थ विश्व की अग्रणी संस्था रेड क्रॉस सोसाइटी हरदोई लगातार पीड़ितों की सहायता में सबसे पहले पहुंचकर राहत सामग्री पहुंचाती है यह अपने आप में एक समिति के कार्यकारी सदस्यों की सजगता को प्रदर्शित करता है।
जैसे ही मीडिया द्वारा सभापति डॉक्टर रमेश अग्रवाल को सूचना मिलती है कि विकासखंड टड़ियावां के ग्राम फुकहा में अग्नि तांडव से 40 परिवार प्रभावित हुए हैं। तत्काल सभापति ने आपदा प्रबंधन अध्यक्ष, प्रभारी व उपसभापति को निर्देश देकर राहत सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए और राहत सामग्री ही नहीं बंटवाई बल्कि राहत के समय कार्यकारी सदस्यों ने सभापति के निर्देश पर अपने व्यक्तिगत रूप से केला और बिस्किट भी पीड़ितों को दिए।
मालूम हो कि ग्राम फुकहा, वि०ख० टड़ियावाँ में दिनांक 6 जून की सांय को आग ने अपना तांडव दिखा कर 37 परिवारों से अधिक घरों को अपने आगोश में ले लिया था, जिसमें कई मवेशी भी आग से जल कर मर गये तथा काफी राजस्व की भी हानि हुई।
सभापति डॉ० रमेश अग्रवाल के निर्देश पर उपसभापति अखिलेश सिंह सिकरवार की अध्यक्षता में आपदा अध्यक्ष महेश चन्द्रा व आपदा प्रभारी लक्ष्मीकान्त मिश्रा, एम्बुलेन्स ड्राइवर फरीद ने आज 7 जून की सुबह ही मौके पर पहुँचकर अग्नि पीड़ितों को तिरपाल,किचनसेट,हाईजिन किट, सूती धोती,टी-शर्ट,मच्छरदानी आदि देकर राहत पहुँचाई।
अग्निपीड़ितों ने सामग्री प्राप्त कर हर्ष व्यक्त किया और रेडक्रास सोसाइटी की मदद के लिए धन्यवाद दिया। रेडक्रास सोसाइटी द्वारा सबसे पहले मदद पहुंचाने के लिए सभापति डॉ० रमेश अग्रवाल ने आपदा टीम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और आगे भी हर सम्भव मदद के लिए आश्वासन दिया। सभापति के निर्देश पर उपसभापति, आपदा अध्यक्ष प्रभारी ने व्यक्तिगत रूप से पीड़ितों में बिस्कुट और केले भी वितरित किए।
अग्नि पीड़ितों संबोधित करते हुए उपसभापति अखिलेश सिंह सिकरवार ने कहा कि इंडियन रेड क्रॉस समिति एक स्वायत्तशासी संस्था है जो हर समय मानवता की सेवा के लिए आगे आता है वह चाहे बाढ़ पीड़ित हो,सूखा अथवा अग्नि पीड़ित हो हमेशा बढ़-चढ़कर सहयोग करने में अपना हाथ आगे बढ़ाती है।
मानव मात्र की खुशहाली के लिए रेड क्रॉस द्वारा जो सहायता बन पाती है उसे वह सर्वप्रथम निर्वहन करती है ऐसा सभापति डॉक्टर नरेश रमेश अग्रवाल का भी ध्येय रहता है कि कोई भी पीड़ित परिवार सहायता से वंचित न रह सके।
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