वाराणसी न्यूज़: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रों ने फूंका कुलपति का पुतला।
- बीए एलएलबी ऑनर्स में हुआ था एडमिशन, चार सेमेस्टर बाद रेगुलर की मिल रही डिग्री, विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ भी बोलने से कर रहा है इंकार
वाराणसी। काशी विद्यापीठ में अंकपत्र में हुई गड़बड़ी को लेकर बीए एलएलबी के छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नाराज छात्रों ने कुलपति का पुतला फूंका। छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुवे परिसर में प्राक्टोरियल बोर्ड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। प्रशासनिक भवन के पास छात्रों ने करीब एक घंटे तक नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि हम लोगों का एडमिशन बीए एलएलबी ऑनर्स में हुआ। लेकिन चार सेमेस्टर के बाद ऑनर्स की जगह रेगुलर में एडमिशन होने लगा।
इसकी जानकारी हमें चार सेमेस्टर बाद दी गई। छात्रों ने कहा कि जब इस मामले में हम विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रार्थना पत्र देने गए तो हमारी बातों को नहीं सुना गया। इसलिए आज हम लोगों को विरोध करना पड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी बातों को नहीं मानेगा तो हम न्यायालय रूख करेंगे। बीए एलएलबी के छात्रो ने कहा कि वीसी यह मानने से इनकार कर रहे हैं कि उनसे कोई गलती हुई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा यह जानकारी दी गई कि छात्र हित में फैसला लिया जाएगा।
हमें जो डिग्री दी गई वह 2022 तक ऑनर्स की दी गई। उसके बाद जो डिग्री दी गई वह रेगुलर कर दी गई और हमें इस बात की जानकारी नहीं हुई। हमारी परीक्षाएं ऑनर्स के नाम पर ली गई लेकिन जब रिजल्ट मिला तो उस पर रेगुलर लिखा था। 2019 में विद्यापीठ विश्वविद्यालय में बीए एलएलबी ऑनर्स का कोर्स शुरू हुआ था। हम सभी ने प्रवेश परीक्षा दी और उसके बाद एडमिशन लिया।
हमने जब एडमिशन लिया तो हमारे रसीद से लेकर हर एक जरूरी कागज पर बीए एलएलबी ऑनर्स लिखा था। लेकिन जब हम लोग आठ सेमेस्टर पास करके नौवें सेमेस्टर में पहुंचे। तो लॉ डिपार्टमेंट के डीन ने कहा कि आप लोगों का एडमिशन ऑनर्स में नहीं बल्कि रेगुलर में हुआ था। अब जब हमें डिग्री लेना है तो हमें रेगुलर की डिग्री दी जा रही है लेकिन पैसा ऑनर्स का लिया गया। वही इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है।
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