अयोध्या न्यूज़: योगी सरकार में तीसरी आंख से होगी सुरक्षा व स्वच्छता की निगरानी- आठ करोड़ का प्रोजेक्ट, जुड़ने हैं 1324 सीसीटीवी।
कंट्रोल रूम में बैठेंगे नगर निगम कर्मी, सुरक्षा के नजरिए से काफी कारगर है प्रोजेक्ट
अयोध्या। योगी सरकार में शहर की सुरक्षा और सफाई व्यवस्था अब हाईटेक होने जा रही है। तीसरी आंख के जरिए दोनों ही व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी। कंट्रोल रूम में बैठकर न सिर्फ संदिग्धों पर नजर रखी जा सकेगी बल्कि चौराहों व गली-मोहल्लों में नगर निगम की ओर से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की भी मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
इसके लिए घरों, प्रतिष्ठानों, होटलों और कार्यालयों के बाहर लगे सीसी कैमरे अमानीगंज स्थित कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट जोड़े जा रहे हैं। भव्य मंदिर में रामलला के प्रतिष्ठित होते ही अयोध्या में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कह चुके हैं कि अयोध्या को ऐसे सजाया और संवारा जाए, जिससे यहां आने वाला हर एक शख्स बार-बार अयोध्या आना चाहे।
इसी के तहत नगर निगम ने सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत अयोध्या में बड़ा कदम उठाया हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया गया। नगर निगम की टीम रोज लोगों से उनके कैमरे को मॉनिटरिंग रूम से जुड़वाने की अपील कर रही है।
आठ करोड़ का प्रोजेक्ट, जुड़ने हैं 1324 सीसीटीवी
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर में काम करने का जिम्मा एलाइड डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड को दिया गया है। यह करीब आठ करोड रुपये का प्रोजेक्ट है। रोड के किनारे के कैमरों को जलकल स्थित आईटीएनएस कार्यालय के लगे सर्वर से जोड़े जाएंगे। प्रोजेक्ट के तहत कार्य कर रहे विनोद यादव ने बताया कि 1324 कैमरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 950 सीसी कैमरों को जोड़ा जा चुका है।
कंट्रोल रूम में बैठेंगे नगर निगम कर्मी
कंट्रोल रूम से न सिर्फ स्वच्छता पर ध्यान दिया जाएगा बल्कि अन्य व्यवस्थाओं को भी देखा जाएगा। इसके लिए कंट्रोल रूम में नगर निगम के कर्मचारी बैठाए जाएंगे। जहां से कर्मचारी नगर की सफाई व्यवस्था, पानी लीकेज, स्ट्रीट लाइट के बंद होने की जानकारी संबंधित अनुभाग को देंगे। जानकारी मिलते ही फॉल्ट ठीक करने के लिए नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंच जाएंगे।
सुरक्षा के नजरिए से काफी कारगर है प्रोजेक्ट
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लग रहे कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से काफी कारगर साबित होंगे। इससे शहर में घटित होने वाली घटनाओं पर भी नजर रखी जा सकेगी। इस प्रोजेक्ट के जरिए पुलिस को भी घटनाओं का खुलासा करने में काफी मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से भी इस प्रोजेक्ट के काफी काम आने का दावा किया जा रहा है।
लोगों को समझना है जरूरी
प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन 30 मई बताई जाती है। प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुए चार माह बीतने को है, लेकिन 1324 सीसी कैमरो को जोड़ना आसान नहीं है। नगर निगम से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि होटल, प्रतिष्ठान और कार्यालयों के कैमरे जोड़ने में दिक्कत नहीं आ रही है। लेकिन लोगों के घरों के सीसी कैमरों को जोड़ने में परेशानी आ रही है।
आम लोग तमाम तरह की पूछताछ करने के बाद ही अपना कैमरा प्रोजेक्ट के तहत जोड़ने की अनुमति दे रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को सुरक्षा के लिहाज से समझना जरूरी है। नगर निगम के अपर नगर आयुक्त वागीश शुक्ला ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत बड़ी ही तेजी से कार्य चल रहा है। हमारी कोशिश है कि अगले एक महीने में कर पूरा हो जाएगा।
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