Viral: लखनऊ के मलिहाबाद में हकीम के घर से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद, पुलिस ने खोला तस्करी के नेटवर्क का राज।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस और विशेष कार्य बल (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 72 वर्षीय ...

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस और विशेष कार्य बल (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 72 वर्षीय हकीम सलाहुद्दीन उर्फ लाला के घर से अवैध हथियारों और कारतूसों का विशाल जखीरा बरामद किया है। यह छापेमारी मलिहाबाद के मिर्जागंज इलाके में गुरुवार (26 जून 2025) देर रात की गई, जो स्थानीय थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित थी। इस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय पुलिस को चौंकाया, बल्कि पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया।
- छापेमारी और बरामदगी
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मलिहाबाद के मिर्जागंज में सलाहुद्दीन के घर में अवैध हथियारों का भंडारण और निर्माण हो रहा है। इस सूचना के आधार पर मलिहाबाद, माल, और रहीमाबाद थानों की संयुक्त पुलिस टीम ने STF के साथ मिलकर गुरुवार देर शाम सलाहुद्दीन के घर पर छापा मारा। करीब पांच घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए।
- बरामद सामग्री में शामिल हैं:
हथियार: 7 एयरगन, 1 राइफल (.22 बोर), 3 पिस्टल, 2 देसी तमंचे (.315 बोर और .22 बोर), और कुछ अन्य अवैध असलहे। कुछ स्रोतों ने दावा किया कि कुल 300 हथियार बरामद हुए, जिनमें माउजर, पिस्टल, और विदेशी हथियार शामिल हैं, हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस ने 16 हथियारों की पुष्टि की है।
कारतूस: 10 कारतूस (.315 बोर), 68 कारतूस (.22 बोर), 30 कारतूस (12 बोर), 40 खोखा कारतूस (.22 बोर), 2 जिंदा कारतूस (.32 बोर), और 1 खोखा कारतूस (.32 बोर)। कुछ अनौपचारिक स्रोतों ने 50,000 कारतूस और 20 बोरियों में कारतूस बरामद होने का दावा किया, लेकिन पुलिस ने इसे सैकड़ों कारतूस तक सीमित बताया।
अन्य सामग्री: हथियार बनाने के उपकरण, ड्रिल मशीनें, 6 बांका, 2 छुरी, 1 आरी, बारूद, और एक संदिग्ध लैपटॉप।
वन्यजीव अवशेष: हिरन की खाल और बारासिंघा की खाल, जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन है।
छापेमारी के दौरान सलाहुद्दीन, उनकी पत्नी, बेटी, और एक अन्य युवक ओवैस मौके पर मौजूद थे। पुलिस ने सलाहुद्दीन को हिरासत में ले लिया है और अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। क्षेत्र को 500 मीटर के दायरे में सील कर दिया गया था ताकि कोई बाहरी व्यक्ति मौके पर न पहुंच सके।
- सलाहुद्दीन का नेटवर्क
सलाहुद्दीन उर्फ लाला मलिहाबाद में पहले हकीम के रूप में दवाखाना चलाता था और स्थानीय लोगों के बीच जाना-पहचाना नाम था। उनकी पत्नी पूर्व में सरकारी शिक्षिका थीं और बाद में निजी स्कूल में पढ़ाने लगी थीं। उनकी एक बेटी नॉर्वे में पढ़ाई कर रही है, जबकि दूसरी लखनऊ के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में बीटेक की छात्रा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सलाहुद्दीन लंबे समय से अवैध हथियारों के निर्माण और तस्करी के धंधे में शामिल था। वह हकीमी के काम की आड़ में इस रैकेट को संचालित कर रहा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसका नेटवर्क उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों और संभवतः पूरे भारत में फैला हुआ था। कुछ स्रोतों ने यह भी दावा किया कि सलाहुद्दीन के कॉल डिटेल्स में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के नंबर मिले हैं, जिससे आतंकी कनेक्शन की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, पुलिस ने इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
- पूछताछ और जांच
हिरासत में लिए गए सलाहुद्दीन से पूछताछ के दौरान वह खुद को दिल का मरीज बताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा। उसने एक मृत हथियार सप्लायर का नाम लिया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पुलिस ने उसके घर से बरामद लैपटॉप में कई संदिग्ध नाम और जानकारी पाई है, जो अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त से जुड़े हो सकते हैं।
- पुलिस इस मामले में कई पहलुओं की जांच कर रही है:
हथियारों का स्रोत: ये हथियार और कारतूस कहां से लाए गए थे?
नेटवर्क का दायरा: सलाहुद्दीन का नेटवर्क कितना बड़ा है और इसमें कौन-कौन शामिल हैं?
उद्देश्य: क्या ये हथियार मोहर्रम से पहले किसी बड़ी साजिश के लिए जमा किए गए थे, या यह एक संगठित तस्करी रैकेट का हिस्सा था?
आतंकी कनेक्शन: कॉल डिटेल्स में PoK के नंबर मिलने की जांच और संभावित आतंकी लिंक।
वन्यजीव तस्करी: हिरन और बारासिंघा की खाल की बरामदगी से वन्यजीव तस्करी की संभावना।
पुलिस ने सलाहुद्दीन के खिलाफ मलिहाबाद थाने में दो मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें अवैध हथियारों का निर्माण, भंडारण, और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन के आरोप शामिल हैं। बरामद सामग्री की फॉरेंसिक जांच भी शुरू कर दी गई है।
- पुलिस और STF की कार्रवाई
लखनऊ पुलिस और STF ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। ADCP नॉर्थ जितेंद्र दुबे और ACP मलिहाबाद विनीत सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई। DCP गोपाल चौधरी ने बताया कि जांच अभी शुरुआती चरण में है और सलाहुद्दीन से पूछताछ के आधार पर नेटवर्क के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की संभावना है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है और अन्य संदिग्ध ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है।
यह घटना कई गंभीर सवाल उठाती है। मलिहाबाद थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर इतने बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों की फैक्ट्री का संचालन पुलिस की निगरानी पर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सलाहुद्दीन के घर में बाहरी लोगों का आना-जाना आम था, लेकिन किसी को इस अवैध गतिविधि की भनक नहीं थी। मोहर्रम से ठीक एक दिन पहले इस बरामदगी ने आतंकी साजिश की आशंका को और गहरा कर दिया है।
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि सलाहुद्दीन के घर से 3,000 कट्टे और 50,000 कारतूस बरामद हुए, लेकिन ये आंकड़े अतिशयोक्तिपूर्ण प्रतीत होते हैं। आधिकारिक स्रोतों ने ऐसी बड़ी संख्या की पुष्टि नहीं की।
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