Baitul : पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी पर फिर नशे में मारपीट का आरोप, लॉकअप में रातभर भूखा-प्यासा रखा कोरे कागजों पर कराए हस्ताक्षर, सीसीटीवी में है पिटाई का वीडियो
शेख आबिद ने घर आकर परिवार को पूरी घटना बताई और फिर जिला चिकित्सालय बैतूल जाकर इलाज कराया। वहां उसने डॉक्टर को मारपीट की पूरी बात बताई, जिसके
पूर्व में भी व्यापारियों शिकायत पर हटाया गया था चौकी प्रभारी को ,दोबारा चौकी की कमान मिलते ही शुरू हुआ आरोपों का दौर
Report : शशांक सोनकपुरिया, बैतूल मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के बैतूल में पुलिस की छवि को धूमिल करने का एक और मामला सामने आया है इसी के चलते पूर्व में भी हटाया गया था चौकी प्रभारी को एक बार फिर से पाथाखेड़ा पुलिस पर गंभीर आरोप सामने आया है। बैतूल के शेख आबिद ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन देकर आरोप लगाया है कि पाथाखेड़ा चौकी पुलिस ने उसे थाने में बंद कर मारपीट की। झूठे प्रकरण में फंसाने के लिए शेख निजाम का नाम लेने का दबाव भी बनाया।
आबिद ने एसपी को दिए आवेदन में आरोप लगाया कि 29 नवंबर 2024 को उन्होंने विक्रेता शेख निजाम पिता शेख बाबू से नया सोनालिका ट्रैक्टर खरीदा था। 30 नवंबर 2024 को शेख निजाम ने उनके नाम पावर ऑफ अटॉर्नी भी कर दिया था। ट्रैक्टर की किश्तें भी वही खुद जमा कर रहे हैं।
शेख आबिद ने बताया कि 21 अगस्त को वह सारणी में अपने रिश्तेदार के घर निर्माण कार्य हेतु ट्रैक्टर से मकान का सामान व रेत शिफ्ट कर रहा था। तभी राकेश करपे और रवि मोहन पहुंचे और रॉयल्टी की मांग करने लगे। जब उसने कहा कि यह रेत नदी से नहीं लाई गई बल्कि यहीं की रेत है, तो दोनों ने ट्रैक्टर को जबरन पाथाखेड़ा चौकी भिजवाया।
आरोप है कि पुलिस चौकी पर ट्रैक्टर के मूल कागजात और पावर ऑफ अटॉर्नी की प्रति ले ली गई। वहीं शेख आबिद से कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए गए और फिर लॉकअप में डाल दिया गया। इसी दौरान पुलिसकर्मी उसे बार-बार शेख निजाम का नाम लेने का दबाव डालते रहे। उन्होंने कहा कि यदि शेख निजाम का नाम नहीं लिया तो उसके ऊपर भी कई झूठे प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा।
आवेदक ने बताया कि रात करीब 12 से 2 बजे के बीच चौकी प्रभारी शराब के नशे में पहुंचे और उसके साथ जमकर मारपीट की। उसे पूरी रात भूखा-प्यासा लॉकअप में रखा गया और सुबह मुचलके पर छोड़ दिया गया। साथ ही यह धमकी दी गई कि यदि शेख निजाम को आधार कार्ड सहित थाने नहीं लाया गया तो उसके ऊपर कई झूठे प्रकरण बना दिए जाएंगे।
शेख आबिद ने घर आकर परिवार को पूरी घटना बताई और फिर जिला चिकित्सालय बैतूल जाकर इलाज कराया। वहां उसने डॉक्टर को मारपीट की पूरी बात बताई, जिसके बाद डॉक्टर ने उसकी एमएलसी की और थाना सारणी को भेजा। आवेदक ने कहा कि चौकी पाथाखेड़ा में लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी मारपीट की घटना कैद है। उसे आशंका है कि पुलिसकर्मी खुद को बचाने के लिए इन फुटेज को डिलीट कर सकते हैं। इसलिए इन्हें सुरक्षित रखकर न्यायालयीन कार्यवाही के लिए साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जाए।
शेख आबिद ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि पाथाखेड़ा चौकी पुलिस की इस गैरकानूनी हरकत पर तत्काल कार्रवाई की जाए और शेख निजाम को जबरन झूठे प्रकरण में फंसाने की कोशिश को रोका जाए। आवेदक का आरोप है कि चौकी प्रभारी के खिलाफ पूर्व में भी मारपीट के आरोप लग चुके हैं। 31 मई 2025 को उनके ऊपर मारपीट का गंभीर आरोप लगा था, जिसके बाद उन्हें मासोद चौकी ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन अब दोबारा पाथाखेड़ा में पदस्थ होकर आते ही उन्होंने अपनी तानाशाही शुरू कर दी है और आम नागरिकों को झूठे प्रकरणों में फंसाने व मारपीट करने की घटनाएं कर रहे हैं।
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