Vadodara: भड़की गाय ने नगर निगम कर्मचारी को आधा किलोमीटर घसीटा, सीसीटीवी में कैद घटना से सनसनी।
गुजरात के वडोदरा शहर में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां नगर निगम की पशु पकड़ने वाली टीम के एक कर्मचारी को आवारा गाय ने रस्सी में पैर फंसाने के बाद आधा किलोमीटर तक सड़क
गुजरात के वडोदरा शहर में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां नगर निगम की पशु पकड़ने वाली टीम के एक कर्मचारी को आवारा गाय ने रस्सी में पैर फंसाने के बाद आधा किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा। कर्मचारी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे सयाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। नगर निगम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या गाय को किसी ने भगाया या डराया। यह हादसा शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या को फिर से सामने ला रहा है, जहां निगम की टीमें रोजाना सैकड़ों गायों को पकड़ने का काम करती हैं लेकिन खतरे का सामना करती रहती हैं।
घटना गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे वडोदरा के वारसिया इलाके में घटी। वारसिया शहर का एक व्यस्त मुस्लिम बहुल इलाका है, जहां सड़कें संकरी हैं और ट्रैफिक हमेशा चरम पर रहता है। वडोदरा नगर निगम की पशु पकड़ने वाली टीम ने आवारा गायों को सड़क से हटाने के अभियान के तहत वारसिया क्षेत्र में छापेमारी की। टीम में आठ कर्मचारी थे, जो पिकअप वाहन पर सवार होकर आए थे। वे पहले ही दो गायों को पकड़ चुके थे। तीसरी गाय सड़क पर घूम रही थी, जो तेज चल रही थी। कर्मचारी महेश धवलभाई पटेल ने रस्सी फेंककर गाय को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन गाय के गले में पहले से बंधी एक पुरानी रस्सी महेश के पैर में उलझ गई। इससे गाय उग्र हो गई और तेजी से भागने लगी। महेश रस्सी से बंधा रह गया और सड़क पर घसीटता चला गया।
गाय ने वारसिया से फतेहपुरा की ओर करीब आधा किलोमीटर तक दौड़ लगाई। इस दौरान महेश की चीखें सड़क पर गूंज रही थीं। आसपास के लोग डर के मारे भागने लगे, लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। एक सहकर्मी ने घटना देखी और गाय के पीछे दौड़ पड़ा। उसने किसी तरह गाय को पकड़कर रोका। लेकिन तब तक महेश के पैरों, पीठ और हाथों में गंभीर चोटें लग चुकी थीं। खून बह रहा था और वह दर्द से कराह रहा था। सहकर्मी ने तुरंत उसे वाहन में बिठाया और सयाजी अस्पताल ले जाया। डॉक्टरों ने बताया कि उसके पैरों में फ्रैक्चर है, पीठ पर गहरे घाव हैं और हाथों में मोच आ गई है। उसे आईसीयू में रखा गया है और ऑपरेशन की नौबत आ सकती है। महेश की पत्नी और बच्चे अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने रो-रोकर बिलख दिया।
पूरी घटना इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि गाय तेजी से दौड़ रही है और महेश रस्सी से बंधा सड़क पर लुढ़क रहा है। यह वीडियो न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। लोगों ने इसे देखकर दुख जताया और नगर निगम पर सवाल उठाए। एक वीडियो में सहकर्मी को गाय को पकड़ते देखा जा सकता है। निगम के अधिकारियों ने वीडियो की जांच की और कहा कि यह कर्मचारियों की बहादुरी का प्रतीक है। लेकिन उन्होंने यह भी माना कि आवारा गायों की समस्या बढ़ रही है। वडोदरा में रोजाना 100 से ज्यादा गायें सड़कों पर घूमती हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं।
वडोदरा नगर निगम ने तुरंत जांच समिति गठित की। आयुक्त ने कहा कि टीम को दिए गए उपकरणों और ट्रेनिंग की जांच होगी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या गाय के मालिक ने उसे डराया या रस्सी खोल दी। रिपोर्ट में पाया गया कि गाय एक खंभे से बंधी थी, लेकिन किसी ने उसे खोल दिया। पुलिस ने भी मामला दर्ज किया है। महेश पटेल निगम में अनुबंधित कर्मचारी हैं और पिछले पांच साल से पशु पकड़ने का काम कर रहे हैं। उनका वेतन कम है, लेकिन वे परिवार का पालन-पोषण करते हैं। हादसे के बाद निगम ने उन्हें चिकित्सा सहायता का वादा किया। सहकर्मियों ने कहा कि महेश हमेशा जोखिम भरा काम करते थे, लेकिन कभी शिकायत न की।
यह घटना वडोदरा में आवारा पशुओं की समस्या को उजागर करती है। शहर में गायें सड़कों पर घूमती रहती हैं, जो ट्रैफिक जाम, दुर्घटनाओं और हमलों का कारण बनती हैं। निगम की पशु पकड़ने वाली टीमें रोजाना अभियान चलाती हैं, लेकिन संसाधनों की कमी है। पिछले साल निगम ने 10,000 से ज्यादा गायों को पकड़ा, लेकिन पनाहगाहों में जगह कम है। गायों को छोड़ने के बाद वे फिर सड़क पर आ जाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गौशालाओं का निर्माण और मालिकों पर जुर्माना बढ़ाना जरूरी है। वडोदरा में 50 से ज्यादा अवैध गौशालाएं चल रही हैं, जिन पर कार्रवाई हो रही है।
महेश के परिवार ने निगम से मांग की है कि कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा उपकरण दें। जैसे हेलमेट, ग्लव्स और मजबूत रस्सियां। सहकर्मी ने बताया कि टीम में केवल चार रस्सियां हैं, जबकि आठ लोग हैं। हादसे के बाद स्थानीय विधायक ने अस्पताल जाकर महेश से मुलाकात की और निगम को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि आवारा पशु समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान तेज करें। सोशल मीडिया पर #SaveVMCWorkers ट्रेंड कर रहा है। लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं और निगम से माफी मांगने को कह रहे। एक यूजर ने लिखा, कर्मचारी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं, उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।
वडोदरा गुजरात का एक प्रमुख औद्योगिक शहर है, जहां लाखों लोग रहते हैं। यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों का सम्मान है और गाय को पवित्र माना जाता है। लेकिन आवारा गायें समस्या बन गई हैं। 2024 में ही 20 से ज्यादा ऐसी घटनाएं हुईं, जहां गायों ने लोगों पर हमला किया। निगम ने पशु चिकित्सालयों को मजबूत किया है, लेकिन स्टाफ की कमी है। महेश का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि वह कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगे, लेकिन पूर्ण रूप से स्वस्थ होने में समय लगेगा। परिवार ने धन्यवाद दिया कि सहकर्मी ने जान बचाई।
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