Madhya Pradesh News: SC समाज के युवा नेता भीमसेना प्रदेश प्रभारी पंकज अतुलकर पर झूठे आरोप, समर्थकों में रोष।
भू-माफियाओं (land mafia) के खिलाफ आवाज उठाने पर हमला, निष्पक्ष जांच की मांग,विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन,15 दिन में में मांगे पूरी न होने पर दी प्रदेश भर में उग्र आंदोलन की चेतावनी ...
रिपोर्ट- शशांक सोनकपुरिया, बैतूल मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के बैतूल भीमसेना से जुड़े SC समाज के युवा नेता पंकज अतुलकर पर झूठे आरोप लगाने और पुलिस द्वारा पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने का मामला गरमाता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। समर्थकों का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन होगा।
- क्या है मामला?
मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, पंकज अतुलकर लंबे समय से दलित-आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में भू-माफियाओं द्वारा SC/ST परिवारों की जमीन हड़पने के खिलाफ अभियान चलाया था। आरोप है कि जब उन्होंने इस मुद्दे को उठाया, तो एक साजिश के तहत उन पर हमला किया गया और झूठे आरोप लगाकर 54/25 प्रकरण दर्ज कर दिया गया।
- संगठनों की चार प्रमुख मांगें
पंकज अतुलकर के समर्थकों और विभिन्न दलित संगठनों ने चार प्रमुख मांगें रखी हैं:
- झूठे केस को तुरंत खत्म किया जाए और जांच पूरी होने तक गिरफ्तारी पर रोक लगे।
- हमलावरों को गिरफ्तार कर उनकी कॉल डिटेल्स की जांच की जाए ताकि साजिशकर्ताओं को उजागर किया जा सके।
- पुलिस प्रेस नोट में पंकज अतुलकर को अपराधी बताने वाली भाषा में सुधार किया जाए और जिला बदर की कार्रवाई पर रोक लगे।
- भू-माफियाओं द्वारा SC/ST समुदाय की हड़पी गई जमीन वापस कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
पुलिस पर उठे सवाल, प्रशासन ने नहीं दी स्पष्ट प्रतिक्रिया
समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए पंकज अतुलकर पर झूठे केस दर्ज किए, जिससे हमलावरों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले को लेकर एसपी निश्छल एन झारिया से समाज के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग की।
इस बीच, आरोपी अर्थ राठौर ने फेसबुक पर आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे समाज में आक्रोश बढ़ रहा है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी गई है, और उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है।
- 15 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी
अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों ने 15 दिनों के भीतर उचित कार्रवाई की मांग की है। अगर न्याय नहीं मिला, तो प्रदेशभर के दलित नेता बैतूल में बड़ा आंदोलन करेंगे।
- क्या कहता है प्रशासन?
इस मामले में प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच प्रक्रिया जारी है और सभी तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
- अब आगे क्या?
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाता है। क्या SC/ST संगठनों की मांगें पूरी होंगी या बैतूल में बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा?
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