हरदोई। गोपामऊ से भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्याम प्रकाश ने सरकारी धान खरीद व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। विधायक ने सोशल मीडिया के माध्यम से दावा किया है कि जिले के धान क्रय केंद्रों पर खरीदा जा रहा 80 प्रतिशत धान किसानों का नहीं, बल्कि स्थानीय व्यापारियों और बिचौलियों का है। उन्होंने इसे खुले तौर पर भ्रष्टाचार करार देते हुए कहा कि सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) वाली खरीद योजना का लाभ असली किसानों तक नहीं पहुंच रहा।
विधायक श्याम प्रकाश ने अपने पोस्ट में लिखा कि क्रय केंद्रों पर किसानों को जानबूझकर टोका-टाकी कर हतोत्साहित किया जा रहा है, जबकि व्यापारी अपने ट्रकों से सीधे धान उतारकर बेच रहे हैं। उनका कहना है कि यह प्रक्रिया न सिर्फ किसानों के साथ अन्याय है, बल्कि सरकारी खजाने को भी चूना लगा रही है।“सरकार का मकसद MSP पर खरीद कर किसान को राहत देना है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। 80% धान व्यापारियों का खरीदा जा रहा है, असली किसान लाइन में खड़ा रोता रह जाता है।
यह भ्रष्टाचार का नया रूप है।” - श्याम प्रकाश, विधायक, गोपामऊविधायक ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करते हुए खरीद प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने और केवल पंजीकृत किसानों का ही धान खरीदने के सख्त निर्देश जारी करने की मांग की है।इस आरोप के बाद जिले के कृषि विभाग और खाद्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विपक्षी दलों ने भी इसे मुद्दा बनाते हुए सरकार पर हमला बोला है। आने वाले दिनों में इस मामले में जांच और कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।