Hardoi News: चौरासी कोसी परिक्रमा की तैयारियां जोरों पर, एसडीएम ने जायजा लिया, कमियों पर सचिव व बीडीओ को फटकारा
उन्होंने बताया कि बजट मिलने की प्रत्याशा में टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। धनराशि शासन से आवंटित होते ही प्रांतीय खंड काम शुरू करा देगा। बुधवार को एसडीएम (SDM)...

By INA News Hardoi.
ज़िले में चौरासी कोसी परिक्रमा की तैयारियां जोरों पर हैं। डीएम (DM) मंगला प्रसाद सिंह ने अधिकारियो को परिक्रमा शुरू होने से पूर्व ही सारी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि हरदोई ज़िले में चौरासी कोसी परिक्रमा के चार पड़ाव हैं। यह परिक्रमा नैमिषारण्य से शुरू होकर मिश्रिख में खत्म होती है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस परिक्रमा में शामिल होते हैं।नैमिषारण्य परिक्रमा मार्ग के चार पड़ाव हरदोई जिले की सीमा में स्थित हैं। हर साल लाखों लोग परिक्रमा करने जाते हैं। यह मार्ग मौजूदा समय में कहीं पर तीन मीटर तो कहीं 3.75 मीटर ही चौड़ा है। संकरे मार्ग पर फुटपाथ भी जर्जर है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरके मौर्या का कहना है कि परिक्रमा मार्ग की लंबाई करीब 50 किमी है।
इसमें से 15.3 किमी हिस्से का प्रस्ताव शासन में भेजा गया है। इसे जल्द वित्तीय स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि बजट मिलने की प्रत्याशा में टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। धनराशि शासन से आवंटित होते ही प्रांतीय खंड काम शुरू करा देगा। बुधवार को एसडीएम (SDM) संडीला अरुणिमा श्रीवास्तव ने आगामी चौरासी कोसी परिक्रमा की तैयारियों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि समस्त परिक्रमा मार्ग को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए। परिक्रमा मार्ग को जल भराव से मुक्त बनाया जाये। हत्या हरण चक्र का पानी बदला जाये।
श्रद्धालुओं के ठहरने के उचित प्रबंध कराये जाएं। पड़ावों पर साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश आदि की व्यवस्था ससमय सुनिश्चित कर ली जाये। विदित हो कि चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के दूसरा पड़ाव से तीसरे पड़ाव के आखिर तक कोथावां से उमरारी तक 15.30 किमी हिस्सा चौड़ा किया जाएगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। करीब 28.85 करोड़ रुपये इसके कायाकल्प पर खर्च होंगे।
समय से बजट पूरा मिल जाने पर एक साल के अंदर चौड़ीकरण कार्य पूरा कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने चौरासी कोसी परिक्रमा की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने हरदोई जनपद में पढ़ने वाले प्रथम पड़ाव हरैया पहुंचकर पड़ाव प्रभारी शुभम सिंह से मुलाकात करते हुए समस्याओं को देखा जहां पड़ाव प्रभारी द्वारा कहा गया कि भेरिया घाट के दोनों और गोमती नदी की साफ सफाई कराए जाने के साथ हरैया से कोथावां तक परिक्रमा सड़क मार्ग को पीडब्ल्यूडी द्वारा सही कराया जाए।
अधिकारियों से कहा कि सभी व्यवस्थाएं पहले से ही करा ली जाएं। डीएम (DM) ने स्वामी विवेकानंद सभागार में बैठक की अध्यक्षता करते हुए चौरासी कोसी परिक्रमा की तैयारियों की जानकारी ली। कहा कि हर्रैया, नगवा, गिरधरपुर और साखिन पड़ावों पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। पेयजल, सफाई, शौचालय और प्रकाश आदि की व्यवस्थाएं समय से जुटा ली जाएं।
शयन स्थल पर झाड़ियों की कटाई और भूमि का समतलीकरण कराया जाए। मार्ग की टूटी नालियों और पुलिया आदि की मरम्मत करा ली जाए। कहा कि सचल मेडिकल टीमों की व्यवस्था रहेगी और चिकित्सा शिविर भी बनवाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को नदी के पानी से होकर गुजरने न दिया जाए। पड़ाव स्थल पर बिजली के तारों को खुला न छोड़ा जाए। वहीं द्वितीय पड़ाव कोथावां के रैन बसेरा निरीक्षण के दौरान शादी बारात हेतु लगे टेंट पर नाराजगी जाहिर की मौके पर सचिव एवं खंड विकास अधिकारी की नामौजूदगी को लेकर फोन पर लताड़ लगाई। साथ ही तृतीय पड़ाव गिरधरपुर पहुंच कर निबोस मंदिर में मत्था टेका। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रधान प्रतिनिधि राहुल मौर्य से रैन बसेरे में बारात आदि न रोकने एवं समय रहते साफ सफाई करा लेने को कहा, उन्होंने पास के निबोस कुंड तालाब की साफ सफाई निर्माण को अति शीघ्र कराये जाने हेतु निर्देशित किया।
उधर डीएम ने कहा कि प्रवेश स्थल पर तोरणद्वार बनवाया जाए। प्रत्येक पड़ाव पर दो बड़ी होर्डिंग्स लगवाई जाएं। जिस पर तारीख और जिम्मेदारों के मोबाइल और कंट्रोल रूम का नंबर अंकित कराया जाएं। बहरहाल डीएम (DM) के आदेशों पर परिक्रमा मार्ग को अतिक्रमण से मुक्त कराने व पूर्ण व्यवस्थित करने का कार्य किया जा रहा है। तत्पश्चात उमरारी के सूर्यकुंड मंदिर एवं तीर्थ की साफ सफाई पर बारीक नजर डालते हुए अन्य कार्यों को समय रहते कर लेने एवं परिक्रमार्थियों संतो को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े आदि पर जोर दिया। उन्होंने परिक्रमा पड़ाव पर किसानों द्वारा खेतों में लगाए गए कटीले तारों को हटाए जाने की बात कही। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि समस्त परिक्रमा मार्ग को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए।
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