भारत का पहला AI कॉल असिस्टेंट EqualAI लॉन्च- अनचाहे कॉल्स से छुटकारा, अहम जानकारी खुद पहुंचाएगा यूजर तक

इक्वलएआई की मुख्य खासियत यह है कि यह एक फ्री सर्विस होगी। यूजर्स को ऐप इंस्टॉल करने पर बेसिक कॉल असिस्टेंट फीचर मुफ्त मिलेगा, जबकि एडवांस्ड फीचर्स के लिए मेंबरशिप या पेमेंट मॉ

Oct 3, 2025 - 13:50
Oct 3, 2025 - 14:32
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भारत का पहला AI कॉल असिस्टेंट EqualAI लॉन्च- अनचाहे कॉल्स से छुटकारा, अहम जानकारी खुद पहुंचाएगा यूजर तक
भारत का पहला AI कॉल असिस्टेंट EqualAI लॉन्च- अनचाहे कॉल्स से छुटकारा, अहम जानकारी खुद पहुंचाएगा यूजर तक

हैदराबाद की टेक स्टार्टअप कंपनी इक्वल ने भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कॉल असिस्टेंट इक्वलएआई को लॉन्च करने की घोषणा की है। यह सेवा 2 अक्टूबर 2025 से शुरू हो चुकी है। शुरुआत में यह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध होगी। यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त डाउनलोड कर सकेंगे। कंपनी के अनुसार, जल्द ही मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों में विस्तार होगा। iOS वर्जन भी कुछ ही महीनों में आ जाएगा। इक्वलएआई अनचाहे कॉल्स को हैंडल करेगा और जरूरी सूचनाओं को यूजर तक पहुंचाएगा, जो रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाएगा।

इक्वल कंपनी की स्थापना 2022 में केशव रेड्डी और राजीव रंजन ने की थी। यह एक आइडेंटिटी वेरिफिकेशन एग्रीगेटर है, जो फाइनेंशियल सर्विसेज में केवाईसी, फ्रॉड प्रिवेंशन और रेगुलेटरी कंप्लायंस जैसे क्षेत्रों में काम करती है। कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है और यह डिजिटल आइडेंटिटी सॉल्यूशंस पर फोकस करती है। ग्लोबल मार्केट में डिजिटल आइडेंटिटी सॉल्यूशंस का बाजार 2025 से 2031 तक 21.2 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़ेगा। इक्वल ने अभी तक कई फाइनेंशियल जायंट्स और स्टार्टअप्स को अपनी सर्विसेज दी हैं। केशव रेड्डी, कंपनी के फाउंडर और सीईओ ने कहा कि इक्वलएआई उनके आइडेंटिटी वेरिफिकेशन प्लेटफॉर्म का एक्सटेंशन है। यह यूजर्स को स्पैम और स्कैम कॉल्स से बचाएगा, साथ ही वैल्यूएबल इंटरैक्शंस को बढ़ावा देगा।

इक्वलएआई की मुख्य खासियत यह है कि यह एक फ्री सर्विस होगी। यूजर्स को ऐप इंस्टॉल करने पर बेसिक कॉल असिस्टेंट फीचर मुफ्त मिलेगा, जबकि एडवांस्ड फीचर्स के लिए मेंबरशिप या पेमेंट मॉडल होगा। ऐप एंड्रॉइड पर उपलब्ध है और यूजर को कॉल रिसीव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जब कोई अनजान नंबर से कॉल आए, तो इक्वलएआई खुद बात करेगा। यह एआई टूल कॉलर की पहचान करेगा, जैसे कि यह स्पैम, टेलीमार्केटिंग, डिलीवरी अपडेट या स्कैम है। अगर कॉल महत्वपूर्ण है, जैसे डिलीवरी का स्टेटस या बैंक वेरिफिकेशन, तो यह एक संक्षिप्त समरी यूजर को भेज देगा। उदाहरण के लिए, अगर डिलीवरी बॉय कॉल करे, तो ऐप कहेगा कि पैकेज पहुंच चुका है और ट्रैकिंग डिटेल्स शेयर करेगा। स्कैम कॉल्स को डायरेक्ट ब्लॉक कर देगा।

रोजाना लाखों भारतीयों को अनचाहे कॉल्स की समस्या से जूझना पड़ता है। एक औसत यूजर को दिन में 10-15 स्पैम कॉल्स आते हैं, जो समय बर्बाद करते हैं। मौजूदा ऐप्स जैसे ट्रू कॉलर केवल कॉलर आईडी दिखाते हैं, लेकिन बातचीत नहीं हैंडल करते। इक्वलएआई इस कमी को पूरा करता है। यह नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके कॉल को समझता है। कॉल खत्म होने के बाद, यह ट्रांसक्रिप्ट या वॉयस नोट के रूप में जानकारी देगा। केशव रेड्डी ने बताया कि ऐप प्राइवेसी पर फोकस करता है। सभी कॉल्स एन्क्रिप्टेड रहेंगी और यूजर की अनुमति के बिना कोई डेटा शेयर नहीं होगा। कंपनी आरबीआई और डेटा प्रोटेक्शन नियमों का पालन करेगी।

लॉन्च के समय, इक्वलएआई दिल्ली-एनसीआर में 1 लाख यूजर्स को टारगेट कर रहा है। कंपनी का लक्ष्य मार्च 2026 तक दैनिक 10 लाख एक्टिव यूजर्स तक पहुंचना है। रेड्डी ने कहा कि यह भारत के डिजिटल इंडिया मिशन से जुड़ा है। ऐप हिंदी, अंग्रेजी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में काम करेगा। विस्तार में, मुंबई में 15 अक्टूबर से, बेंगलुरु में नवंबर से और हैदराबाद में दिसंबर से शुरू होगा। iOS वर्जन जनवरी 2026 में आएगा। कंपनी ने गूगल क्लाउड और ओपनएआई जैसे पार्टनर्स के साथ टाई-अप किया है, जो एआई मॉडल्स को पावर देगा।

यह लॉन्च भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए बड़ा कदम है। हैदराबाद टेक हब बन रहा है, जहां गूगल ने सितंबर 2025 में एआई-फर्स्ट स्टार्टअप हब लॉन्च किया। इक्वल जैसी कंपनियां इनोवेशन को बढ़ावा दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एआई कॉल असिस्टेंट्स ग्लोबल मार्केट में तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका में गूगल असिस्टेंट और अमेजन एलेक्सा पहले से हैं, लेकिन भारत में यह पहला लोकल सॉल्यूशन है। इक्वलएआई फाइनेंशियल सर्विसेज से आगे जाकर हेल्थकेयर और ई-कॉमर्स में भी इस्तेमाल होगा। उदाहरण के लिए, हॉस्पिटल अपॉइंटमेंट रिमाइंडर या शॉपिंग अपडेट्स।

सोशल मीडिया पर लॉन्च की घोषणा को अच्छा रिस्पॉन्स मिला। एक्स पर कई यूजर्स ने कहा कि यह स्पैम कॉल्स से राहत देगा। एक यूजर ने लिखा, "अब फोन साइलेंट रख सकता हूं।" कंपनी ने डेमो वीडियो शेयर किया, जिसमें ऐप एक स्कैम कॉल को हैंडल करता दिखा। रेड्डी ने कहा कि फीडबैक के आधार पर अपडेट्स आएंगे। शुरुआती वर्जन में बेसिक फीचर्स हैं, लेकिन सिक्योरिटी और लैंग्वेज सपोर्ट बढ़ेगा।

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