Lucknow : शिक्षामित्रों के भविष्य निर्धारण विषयक कार्यशाला का हुआ आयोजन, मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री अनिल राजभर हुए उपस्थित

कार्यक्रम प्रारम्भ होने पर सबसे पहले आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन, के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र दुबे जी, ने मंत्री जी, का माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट

Oct 15, 2025 - 08:55
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Lucknow : शिक्षामित्रों के भविष्य निर्धारण विषयक कार्यशाला का हुआ आयोजन, मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री अनिल राजभर हुए उपस्थित
Lucknow : शिक्षामित्रों के भविष्य निर्धारण विषयक कार्यशाला का हुआ आयोजन, मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री अनिल राजभर हुए उपस्थित

सरकार की तरफ से शीघ्र हीे शिक्षामित्रों को मिलेगा तोहफा:- मंत्री 

लखनऊ : आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में ‘‘शिक्षामित्र के भविष्य निर्धारण विषयक कार्य शाला‘‘ का आयोजन विधानसभा, मुख्य भवन, तिलक हाल सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, अनिल राजभर पधारे।

कार्यक्रम प्रारम्भ होने पर सबसे पहले आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन, के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र दुबे ने मंत्री का माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया। तथा शिक्षामित्रों की समस्याओं से अवगत कराया। जिसमें उन्होंने कहा कि एक लंबे अरसे के बाद विगत 5 सितंबर 2025 को शिक्षक दिवस के दिन लोकप्रिय मुख्यमंत्री द्वारा अपने उद्बोधन में शिक्षामित्रों को आशीर्वाद दिया गया और शिक्षामित्र के मानदेय वृद्धि तथा अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है शिक्षक और शिक्षा।इस पर किसी प्रकार का संशय नहीं है। तथा प्रदेश भर का प्रत्येक शिक्षामित्र अब मुख्यमंत्री तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर टकटकी भरी निगाहों से देख रहा है कि कब मुख्यमंत्री का आशीर्वाद प्राप्त होगा और ‘‘मुख्यमंत्री‘‘ के मुख से निकले हुए शब्द कब राजाज्ञा का रूप लेंगे और शिक्षामित्र के भविष्य का उचित निर्धारण होगा। मंत्री ने समस्त शिक्षामित्रों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार आपके संघर्ष को स्वीकार करती है जो हित में होगा वह परिणाम सरकार अवश्य देगी। उन्होंने कहा बहुत जल्द आपका संघर्ष सार्थक व मेहनत चरितार्थ होने जा रहा है, खुशी का परिणाम शीघ्र ही आने वाला है बस थोडा धैर्य रखने की आवश्यकता है। जिसके बाद शिक्षामित्रों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ।

उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के शिक्षामित्र दूर दराज गांव के प्राथमिक स्कूलों में पूर्ण मनोयोग से मजदूर, मजलूम, और किसानों के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं, और उनका भविष्य निर्धारण कर रहे हैं। परंतु आज शिक्षामित्र स्वयं अपने भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति में है। इसलिए शासन द्वारा शिक्षामित्रों के भविष्य के प्रति सकारात्मक रुख अपनाते हुए शिक्षामित्रों का भविष्य उज्ज्वल करना चाहिए।

इस अवसर पर शिक्षामित्रों के भविष्य निर्धारण विषयक कार्यशाला में उपस्थित हुए मंत्री ने शिक्षामित्रों को विश्वास दिलाया कि हमारी सरकार और हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिक्षामित्रों के प्रति सकारात्मक हैं, और हमारी सरकार शिक्षामित्रों को उनके त्याग और शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण व बलिदान का तोहफा देने जा रही है। उन्होंने कहा शिक्षामित्रों ने इतनी अपेक्षा भी नहीं की होगी उससे अधिक शिक्षामित्रों को हमारी सरकार द्वारा दिया जाना प्रस्तावित है। इसलिए शिक्षामित्र समय से अपने विद्यालय में पहुंचकर पठन-पाठन का कार्य करें और अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरीकिशोर तिवारी ने की तथा संचालन शारदा कुमार शुक्ला ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से आए जनपदीय अध्यक्ष और उनके साथ अन्य पदाधिकारी व शिक्षामित्रों के साथ ही महामंत्री यदुवीर सिंह यादव, महिला प्रभारी सुमन यादव प्रवक्ता सय्यद जावेद मियाॅ, पश्चिम प्रभारी सौरभ चौधरी, जिला अध्यक्ष मिर्जापुर अजयधर दुबे आगरा से प्रदीप उपाध्याय, अजय प्रताप सिंह, रविंद्र यादव, राकेश कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

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