Maha Kumbh 2025: सनातन के विस्तार और अध्यात्म की अनुभूति के साथ खेलों के प्रोत्साहन का भी मंच बना प्रयागराज महाकुम्भ
प्रयागराज महाकुम्भ (Maha Kumbh) में आयोजित खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) भारत के स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को निखारने का एक शानदार मंच साबित....

सार-
- महाकुम्भ (Maha Kumbh) नगर में आयोजित 8 दिवसीय 'खेल महाकुंभ' का हुआ समापन, 800 से अधिक युवा एथलीटों ने लिया हिस्सा
- पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने पर रहा जोर, ओलंपिक 2036 में भारत के पारंपरिक खेलों को शामिल करने का लिया गया संकल्प
- विजेता टीमों को खेल मंत्री ने प्रदान किया पारितोषिक और सम्मान
By INA News Maha Kumbh Nagar.
भारत अपने परम्परागत खेलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। 2036 में भारत में आयोजित होने जा रहे ओलंपिक खेल भी इसको मंच प्रदान करेंगे। प्रयागराज महाकुम्भ (Maha Kumbh) में खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) के समापन पर 2036 के ओलम्पिक खेलों में इन्हें शामिल करने का संकल्प लिया गया है। खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) के समापन खेल महा कुम्भ संवाद संगम में उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश यादव की मौजूदगी में यह संकल्प हुआ है।
- ओलंपिक 2036 में भारत के पारंपरिक खेलों को शामिल करने का लिया गया संकल्प
प्रयागराज महाकुम्भ (Maha Kumbh) में आयोजित खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) भारत के स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को निखारने का एक शानदार मंच साबित हुआ है। महाकुम्भ (Maha Kumbh) नगर के सेक्टर 10 में चल रहे 8 दिवसीय खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) का गुरुवार को समापन हो गया । समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे उत्तर प्रदेश सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश यादव ने समापन सत्र को संबोधित करते कहा कि यूपी सरकार खिलाड़ियों के उत्थान के लिये प्रतिबद्ध है।
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हम एक तरफ तमाम खेलों की आधारभूत संरचना को मजबूत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ खिलाड़ियों के पोषण का, खिलाड़ियों के आर्थिक पक्ष का और सामाजिक स्वीकार्यता का भी ध्यान रख रहे हैं, हमारी सरकार मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी और आर्थिक सहयोग दे रही है। ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने के लिये उनके गांव में ही खेल मैदान बनाया जा रहा है। देश के परंपरागत खेलों को 2036 के ओलंपिक खेलों में शामिल कराने के लिए भी हम संकल्पित हैं।
- खेल महाकुंभ में 800 से अधिक युवा एथलीट और नामचीन खेल दिग्गजों ने लिया हिस्सा
भारत के पारंपरिक खेलों के प्रति समर्पित संस्था क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) में 800 से अधिक युवा एथलीट और दिग्गज खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया । इसके अलावा पारंपरिक खेलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के विचार विमर्श में जिन लोगों ने प्रोत्साहन दिया उसमें मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर , प्रसिद्ध एथलीट योगेश्वर दत्त, खेल रत्न दीपा कर्माकर, पद्मश्री पैरालंपिक दीपा मलिक , कोच विश्वेश्वर नंदी , इंटरनेशनल रेसलर संग्राम सिंह , विश्व चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम , पर्वतारोही नरेंद्र यादव , खेल प्रशासक स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के डीडीजी मयंक श्रीवास्तव , इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की संयुक्त सचिव डॉ अलकनंदा समेत धर्मगुरुओं, फिटनेस मंत्र बताने वाले डॉक्टरों, क्रीड़ा भारती के देश भर से आये पदाधिकारियों और नीति निर्धारक शामिल हैं।
- विजेता टीमों को प्रदान किया गया सम्मान और पारितोषिक
खेल महाकुम्भ (Maha Kumbh) में ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन की तरफ से 200 से ज्यादा कोच की ट्रेनिंग और खिलाड़ियों की वैज्ञानिक तरीके से फिटनेस चैक कराई गई खेल महाकुंभ में हुये खेलों में बालक और बालिका वर्ग में विजेता को 51 हजार की राशि और उपविजेता को 25 हजार की राशि और अन्य पारितोषिक प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक क्रीड़ा भारती उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अवनीश सिंह ने आखिरी दिन पारंपरिक खेलों को सरकार के साथ मिलकर आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराया।
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