Trending: महाराष्ट्र के चंद्रपुर में टोल बचाने के लिए पिकअप चालक ने कर्मचारी को कुचला, सीसीटीवी में कैद हुई दिल दहलाने वाली घटना। 

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर में स्थित वीसापुर टोल नाके पर रविवार तड़के एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक पिकअप वाहन के चालक ...

Jun 9, 2025 - 15:50
 0  49
Trending: महाराष्ट्र के चंद्रपुर में टोल बचाने के लिए पिकअप चालक ने कर्मचारी को कुचला, सीसीटीवी में कैद हुई दिल दहलाने वाली घटना। 

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर में स्थित वीसापुर टोल नाके पर रविवार तड़के एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक पिकअप वाहन के चालक ने टोल भुगतान से बचने की कोशिश में टोल बूथ कर्मचारी संजय वांढरे (27) को जानबूझकर कुचल दिया। इस घटना में संजय गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। यह पूरी घटना टोल नाके पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसके आधार पर बल्लारपुर पुलिस ने चालक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। आरोपी चालक घटना के बाद फरार हो गया, और पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।

यह घटना रविवार तड़के करीब 1 बजे वीसापुर टोल नाके पर हुई, जो चंद्रपुर से बल्लारपुर को जोड़ने वाली सड़क पर स्थित है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, एक टाटा ऐस पिकअप वाहन, जो बल्लारपुर से चंद्रपुर की ओर जा रहा था, टोल बूथ पर पहुंचा। चालक ने टोल भुगतान से बचने की कोशिश की और वाहन को तेजी से टोल लेन से निकालने का प्रयास किया। टोल कर्मचारी संजय वांढरे ने वाहन को रोकने की कोशिश की और चालक को टोल भुगतान करने के लिए कहा। लेकिन चालक ने न केवल टोल बूथ को नुकसान पहुंचाया, बल्कि जानबूझकर संजय के ऊपर वाहन चढ़ा दिया।

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई देता है कि संजय वाहन के सामने खड़े होकर उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे, तभी चालक ने अचानक गति बढ़ाई और संजय को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि संजय कई फीट दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। अन्य टोल कर्मचारियों ने तुरंत संजय को बचाने की कोशिश की और उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया। टोल बूथ मैनेजर दिलीप कंचरलवार ने बताया कि संजय की हालत गंभीर है, और उनकी जान बचाने के लिए डॉक्टर पूरी कोशिश कर रहे हैं।

घटना के बाद बल्लारपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। टोल बूथ मैनेजर दिलीप कंचरलवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 427 (सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। बल्लारपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी श्याम गव्हाणे ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन का नंबर ट्रेस कर लिया गया है, और आरोपी की गिरफ्तारी जल्द होने की उम्मीद है।

पुलिस ने बताया कि चालक ने जानबूझकर टोल कर्मचारी को निशाना बनाया, जो एक गंभीर अपराध है। जांच में यह भी पता चला कि टाटा ऐस वाहन का उपयोग व्यावसायिक परिवहन के लिए किया जा रहा था, और संभवतः चालक ने टोल शुल्क से बचने के लिए यह खतरनाक कदम उठाया। पुलिस अब वाहन के मालिक और चालक की पहचान करने के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के साथ समन्वय कर रही है। इसके अलावा, टोल नाके के आसपास के अन्य सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों को भी जांच में शामिल किया गया है।

  • टोल नाकों पर बढ़ते हमले

यह घटना महाराष्ट्र में टोल नाकों पर कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं की एक कड़ी है। हाल के वर्षों में, टोल शुल्क से बचने के लिए वाहन चालकों द्वारा टोल कर्मचारियों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। उदाहरण के लिए, पिछले साल सोलापुर जिले में एक ट्रक चालक ने टोल कर्मचारी को कुचल दिया था, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई थी। उस घटना में भी चालक टोल शुल्क से बचने की कोशिश कर रहा था, और सीसीटीवी फुटेज ने उसकी क्रूरता को उजागर किया था।

इसी तरह, 2024 में जयपुर के अखेपुरा टोल प्लाजा पर एक पिकअप चालक ने टोल कर्मचारी बाबूलाल को कुचल दिया था, जब वह फास्टैग में अपर्याप्त बैलेंस के कारण वाहन को कैश लेन में ले जाने के लिए कह रहा था। इन घटनाओं ने टोल नाकों पर कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि टोल बूथों पर अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और चालकों में टोल भुगतान के प्रति अनिच्छा इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही है।

चंद्रपुर, जो महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण जिला है, अक्सर अपनी औद्योगिक गतिविधियों और खनन क्षेत्र के लिए जाना जाता है। वीसापुर टोल नाका बल्लारपुर और चंद्रपुर को जोड़ने वाली एक व्यस्त सड़क पर स्थित है, जहां भारी वाहनों और व्यावसायिक परिवहन की आवाजाही नियमित रूप से होती है। इस टोल नाके पर पहले भी टोल शुल्क को लेकर विवाद और छोटे-मोटे झगड़े की घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन इस तरह की हिंसक घटना ने स्थानीय प्रशासन और टोल प्रबंधन को हिलाकर रख दिया है।

टोल बूथ मैनेजर दिलीप कंचरलवार ने बताया कि वीसापुर टोल नाके पर कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और बुनियादी सुरक्षा उपाय तो मौजूद हैं, लेकिन ऐसी हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने मांग की कि टोल नाकों पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई जाए और कर्मचारियों को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाए।

महाराष्ट्र में टोल नाकों का प्रबंधन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और निजी ठेकेदारों के सहयोग से किया जाता है। टोल शुल्क से प्राप्त राजस्व का उपयोग सड़कों के रखरखाव और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाता है। हालांकि, टोल शुल्क को लेकर चालकों और टोल कर्मचारियों के बीच अक्सर विवाद होते हैं, खासकर जब फास्टैग में बैलेंस कम होता है या चालक जानबूझकर भुगतान से बचने की कोशिश करते हैं।

राज्य सरकार ने हाल के वर्षों में फास्टैग को अनिवार्य करके टोल संग्रह प्रक्रिया को डिजिटल करने की कोशिश की है, लेकिन ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अभी भी कई चालक नकद भुगतान पर निर्भर हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि टोल नाकों पर तकनीकी सुधारों के साथ-साथ कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय, जैसे बैरियर सिस्टम और पुलिस गश्त, जरूरी हैं।

Also Read- Trending: अहमदाबाद में वांटेड अपराधी अभिषेक उर्फ शूटर का हाई-वोल्टेज ड्रामा, पांचवीं मंजिल से कूदने की धमकी, कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने दबोचा।

संजय वांढरे, जो इस घटना में घायल हुए, बल्लारपुर के एक स्थानीय निवासी हैं और पिछले कुछ वर्षों से वीसापुर टोल नाके पर कार्यरत थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक छोटा बच्चा है। घटना के बाद उनके परिवार को अस्पताल में उनके स्वास्थ्य की जानकारी दी गई, और टोल प्रबंधन ने उनके इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। संजय की हालत नाजुक बनी हुई है, और डॉक्टरों का कहना है कि अगले कुछ दिन उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।

चंद्रपुर के वीसापुर टोल नाके पर हुई यह घटना टोल कर्मचारियों की सुरक्षा और सड़क पर अनुशासन की कमी को उजागर करती है। सीसीटीवी फुटेज ने इस क्रूर घटना को स्पष्ट रूप से कैद किया, जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

INA News_Admin आई.एन. ए. न्यूज़ (INA NEWS) initiate news agency भारत में सबसे तेजी से बढ़ती हुई हिंदी समाचार एजेंसी है, 2017 से एक बड़ा सफर तय करके आज आप सभी के बीच एक पहचान बना सकी है| हमारा प्रयास यही है कि अपने पाठक तक सच और सही जानकारी पहुंचाएं जिसमें सही और समय का ख़ास महत्व है।