Pilibhit News: वन और वन्यजीवों की सुरक्षा हम सबका दायित्व- डीएम संजय कुमार सिंह
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की कार्यशाला में वन्य जीव अपराधों को विशेषज्ञों रोकने के बताएं टिप्स....

रिपोर्ट- कुँवर निर्भय सिंह
पीलीभीत। विभिन्न वन प्रभागों में अवैध शिकार के संबंध में अलर्ट होने के बाद नगर के एक होटल में वन्य जीव अपराध पर नियंत्रण करने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ करते हुए पीलीभीत के जिला अधिकारी ने कहा कि वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व। कार्यशाला में बाहर से आए वन्य जीव विशेषज्ञों ने भी वन्य जीवों की सुरक्षा के टिप्स बताएं।
देश के विभिन्न वन प्रभागों में वन्य जीवों के अवैध शिकार के संबंध में अलर्ट जारी किए जाने के बाद वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला का शुभारंभ जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह ने किया उन्होंने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व बनता है । कार्यशाला में वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के उपनिदेशक विष्णु राज नायर ने वन्य जीव अपराध क्या है?
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किस तरह से वन्य जीवों का व्यापार होता है। किस तरह से इसका शिकार व्यवसायिक उपयोग के लिए होता है इस विषय पर विस्तार से प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया। भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के वरिष्ठ वैज्ञानिक क शर्मा वन्यजीवों की हड्डियों तथा उनके शरीर के अन्य अंगों की जानकारी देते हुए कहा कि चीन सहित कई देशों में वन्य जीवन विशेष कर बाघ की हड्डियों की तथा उसके अन्य अंगों की मांग है क्योंकि इनका उपयोग वे अपनी ओरिएंटल चिकित्सा पद्धति में इसका उपयोग करते हैं उन्होंने बताया हड्डियों तथा पके मांस को फोमोलियन में ना करने को कहा उनका कहना था कि इससे मांस में एक पक्की दीवार तैयार हो जाती है जो डीएनए करने में परेशानी करती है।
कार्यशाला में आए अन्य विशेषकों ने भी वन्य जीवों की सुरक्षा के संबंधी टिप्स बताएं इस अवसर पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक मनीष सिंह, वन एवं वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय निदेशक भरत कुमार डीके, सशस्त्र सीमा बल के कमांडर शेर सिंह चौधरी सहित कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद है
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